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दिल्ली नगर निगम के मेयर का चुनाव आज, AAP का पलड़ा भारी, BJP कर सकती है उलटफेर, समझिए पूरा गुणा-गणित - DELHI MAYOR ELECTIONS 2024

उपराज्यपाल वीके सक्सेना के निर्देश पर गौतमपुरी वार्ड से भाजपा पार्षद सत्या शर्मा को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया है.

दिल्ली मेयर चुनाव 2024
दिल्ली मेयर चुनाव 2024 (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 13, 2024, 8:22 PM IST

Updated : Nov 14, 2024, 10:26 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के मेयर का चुनाव आज होना है. चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति कल ही कर दी गई. उपराज्यपाल वीके सक्सेना के निर्देश पर गौतमपुरी वार्ड से भाजपा पार्षद सत्या शर्मा को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया है. दिल्ली नगर निगम के सचिव शिव प्रसाद ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया है. इससे पहले भी मेयर चुनाव में उपराज्यपाल ने सत्य शर्मा को पीठासीन अधिकारी बनाया था, जिसको लेकर आम आदमी पार्टी ने सवाल खड़े किए थे.

दिल्ली नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव दिल्ली नगर निगम मुख्यालय में दोपहर 2 बजे होगा. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी आमने-सामने है. दोनों ने ही अपने उम्मीदवारों को खड़ा किया है. इस बार मेयर का पद अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व है.

दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी बहुमत में है. ऐसे में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार की जीत आंकड़ों के मुताबिक तय मानी जा रही है, लेकिन जिस तरीके से एमसीडी चुनाव में क्रॉस वोटिंग हो रही है, उसे खेल पलट भी सकता है.

समझिए- किसका पलड़ा भारी
मौजूदा आंकड़े की बात करें तो भाजपा के पास 114 पार्षद हैं, इसके अलावा 7 और एक विधायक जो दिल्ली नगर निगम के नॉमिनेटेड सदस्य होते हैं. उन्हें भी मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव में वोट डालने का अधिकार है. ऐसे में कुल मिलाकर भाजपा की संख्या 122 पर पहुंचती है, जबकि आम आदमी पार्टी के पास 143 वोट हैं, जबकि जीत के लिए किसी भी उमीदवार को 137 वोट की जरूरत है.

8 पार्षद कांग्रेस के भी हैं. पिछले मेयर चुनाव में कांग्रेस ने चुनाव से दूरी बना ली थी. संभावना है कि इस बार भी कांग्रेस यही फैसला लेगी, लेकिन फिलहाल कांग्रेस ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है. बताया जा रहा है कि 12 बजे कांग्रेस दल की बैठक है, जिसमें इस पर फैसला लिया जा सकता है. अगर कांग्रेस दूरी बना लेती है तो जीत के लिए 133 मतों की जरूरत होगी. जिससे आम आदमी पार्टी को जीत में आसानी हो सकती है.

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले मेयर का चुनाव काफ़ी अहम माना जा रहा है. आम आदमी पार्टी सत्ता में बने रहना चाहती है, जबकि भाजपा भी अपनी पूरी ताकत लगा रही है. ऐसे में इस चुनाव का कुछ भी रिजल्ट आ सकता है.

स्वच्छ मार्गदर्शक कार्यक्रम का आयोजन: वहीं दिल्ली नगर निगम ने स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 के तहत 'स्वच्छ मार्गदर्शक कार्यक्रम' प्रशिक्षण का आयोजन निगम मुख्यालय, डॉ. एसपीएम सिविक सेंटर, मिंटो रोड में किया गया. यह प्रशिक्षण कार्यक्रम जर्मन विकास निगम के सहयोग से अखिल भारतीय स्थानीय स्वशासन संस्थान के साथ साझेदारी में आयोजित किया गया था. इसका उद्देश्य प्रतिभागियों को एसबीएम-यू 2.0 के लिए अपडेटेड गाइडलाइन्स को लेकर प्रशिक्षित करना था.

शंकाओं का किया समाधान: कार्यक्रम का उद्घाटन अपर आयुक्त द्वारा किया गया तथा, जिसमें मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, जोनल एसएस तथा जोनल एसआई/एएसआई ने भाग लिया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में लगभग 300 अधिकारी उपस्थित रहे. जोनल अधिकारियों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया और अपनी शंकाओं का समाधान किया.

मुख्य फोकस क्षेत्र:

  • शहरी क्षेत्रों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन: एसबीएम-यू 2.0 के अनुरूप प्रभावी अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं पर जोर देना.
  • स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 टूलकिट: इस वर्ष के स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए मापदंडों पर मार्गदर्शन.
  • ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) तथा जीएफसी (कचरा मुक्त शहर) मापदंडों को प्राप्त करना.

यह भी पढ़ें- आनंद विहार से न्यू अशोक नगर के बीच जल्द दौड़ेगी नमो भारत, बिजली सप्लाई का पूरा हुआ काम

यह भी पढ़ें- गाजियाबादः सड़क जाम करना वकीलों को पड़ा भारी, दो पर एफआईआर दर्ज

नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के मेयर का चुनाव आज होना है. चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति कल ही कर दी गई. उपराज्यपाल वीके सक्सेना के निर्देश पर गौतमपुरी वार्ड से भाजपा पार्षद सत्या शर्मा को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया है. दिल्ली नगर निगम के सचिव शिव प्रसाद ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया है. इससे पहले भी मेयर चुनाव में उपराज्यपाल ने सत्य शर्मा को पीठासीन अधिकारी बनाया था, जिसको लेकर आम आदमी पार्टी ने सवाल खड़े किए थे.

दिल्ली नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव दिल्ली नगर निगम मुख्यालय में दोपहर 2 बजे होगा. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी आमने-सामने है. दोनों ने ही अपने उम्मीदवारों को खड़ा किया है. इस बार मेयर का पद अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व है.

दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी बहुमत में है. ऐसे में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार की जीत आंकड़ों के मुताबिक तय मानी जा रही है, लेकिन जिस तरीके से एमसीडी चुनाव में क्रॉस वोटिंग हो रही है, उसे खेल पलट भी सकता है.

समझिए- किसका पलड़ा भारी
मौजूदा आंकड़े की बात करें तो भाजपा के पास 114 पार्षद हैं, इसके अलावा 7 और एक विधायक जो दिल्ली नगर निगम के नॉमिनेटेड सदस्य होते हैं. उन्हें भी मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव में वोट डालने का अधिकार है. ऐसे में कुल मिलाकर भाजपा की संख्या 122 पर पहुंचती है, जबकि आम आदमी पार्टी के पास 143 वोट हैं, जबकि जीत के लिए किसी भी उमीदवार को 137 वोट की जरूरत है.

8 पार्षद कांग्रेस के भी हैं. पिछले मेयर चुनाव में कांग्रेस ने चुनाव से दूरी बना ली थी. संभावना है कि इस बार भी कांग्रेस यही फैसला लेगी, लेकिन फिलहाल कांग्रेस ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है. बताया जा रहा है कि 12 बजे कांग्रेस दल की बैठक है, जिसमें इस पर फैसला लिया जा सकता है. अगर कांग्रेस दूरी बना लेती है तो जीत के लिए 133 मतों की जरूरत होगी. जिससे आम आदमी पार्टी को जीत में आसानी हो सकती है.

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले मेयर का चुनाव काफ़ी अहम माना जा रहा है. आम आदमी पार्टी सत्ता में बने रहना चाहती है, जबकि भाजपा भी अपनी पूरी ताकत लगा रही है. ऐसे में इस चुनाव का कुछ भी रिजल्ट आ सकता है.

स्वच्छ मार्गदर्शक कार्यक्रम का आयोजन: वहीं दिल्ली नगर निगम ने स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 के तहत 'स्वच्छ मार्गदर्शक कार्यक्रम' प्रशिक्षण का आयोजन निगम मुख्यालय, डॉ. एसपीएम सिविक सेंटर, मिंटो रोड में किया गया. यह प्रशिक्षण कार्यक्रम जर्मन विकास निगम के सहयोग से अखिल भारतीय स्थानीय स्वशासन संस्थान के साथ साझेदारी में आयोजित किया गया था. इसका उद्देश्य प्रतिभागियों को एसबीएम-यू 2.0 के लिए अपडेटेड गाइडलाइन्स को लेकर प्रशिक्षित करना था.

शंकाओं का किया समाधान: कार्यक्रम का उद्घाटन अपर आयुक्त द्वारा किया गया तथा, जिसमें मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, जोनल एसएस तथा जोनल एसआई/एएसआई ने भाग लिया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में लगभग 300 अधिकारी उपस्थित रहे. जोनल अधिकारियों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया और अपनी शंकाओं का समाधान किया.

मुख्य फोकस क्षेत्र:

  • शहरी क्षेत्रों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन: एसबीएम-यू 2.0 के अनुरूप प्रभावी अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं पर जोर देना.
  • स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 टूलकिट: इस वर्ष के स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए मापदंडों पर मार्गदर्शन.
  • ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) तथा जीएफसी (कचरा मुक्त शहर) मापदंडों को प्राप्त करना.

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Last Updated : Nov 14, 2024, 10:26 AM IST
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