नई दिल्ली : कांग्रेस ने राहुल गांधी पर हमले को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर पलटवार करते हुए बुधवार को आरोप लगाया कि वह 'राहुल गांधी ट्रोल मंत्रालय' की मंत्री हैं तथा अनुराग ठाकुर एवं कुछ अन्य मंत्रियों से आगे निकलने की होड़ में उसके नेता पर निशाना साध रही हैं. पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने यह आरोप भी लगाया कि सरकार अडाणी समूह को बचाने के लिए संसद की कार्यवाही नहीं चलने दे रही है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "स्मृति ईरानी 'राहुल गांधी ट्रोल मंत्रालय' की प्रमुख मंत्री हैं. वह यह काम पूरी शिद्दत से करती हैं. लेकिन जब उनको लगा कि अनुराग ठाकुर इस काम में बाजी मार रहे हैं तो मैडम ने आज फिर से कमान संभाल ली."
कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि स्मृति ईरानी ने 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' की बात की. इस देश का पहला 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' तो सावरकर थे और उन्हीं के लोग आज उसे लेकर चल रहे हैं. जिन्ना के साथ मिलकर इस देश के 2 टुकड़े करवाना सावरकर का काम था. आज प्रधानमंत्री मोदी भी देश को धर्म, जाति, भाषा, वेशभूषा आदि के आधार पर बांटने में लगे हैं. उन्होंने केंद्रीय मंत्री पर तंज कसते हुए कहा, "स्मृति जी, आपने 13 रुपये में एक किलो चीनी देने का वादा किया था, आज वह 45 रुपये की है. 400 रुपये के गैस सिलेंडर पर आप प्रदर्शन करती थीं, अब वह 1,200 रुपये का है. आप महिला सशक्तीकरण की बात करती हैं लेकिन जब भाजपा का बेटा लड़की का यौन शोषण कर हत्या करता है तो आप चुप रहती हैं." राहुल गांधी के बयान और अडाणी समूह के मामले को लेकर संसद में बने गतिरोध का उल्लेख करते हुए सुप्रिया ने आरोप लगाया, "अडाणी को बचाने के लिए ये सब हो रहा है. अडाणी पर चर्चा नहीं, कोई आक्षेप नहीं लगे, इसके लिए सत्तापक्ष खुद संसद नहीं चलने दे रहा है."
उनका कहना था कि आज सरकार जो सदन में कर रही है, वह इस बात का प्रमाण है कि लोकतंत्र कमज़ोर हो रहा है. आप चुने हुए सांसद के भाषण का बड़ा हिस्सा कार्यवाही से हटवा देते हैं, क्योंकि मोदी जी और अडाणी का नाम साथ में आ रहा है. क्या यह लोकतंत्र को कमज़ोर करना नहीं है? सुप्रिया ने विदेश में दिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुछ बयानों का उल्लेख करते हुए कहा, "मोदी जी ने विदेशी धरती पर जो वक्तव्य दिए हैं, उनको सुनिए तो पता चलेगा कि उन्होंने किस प्रकार से देश का सिर नीचा किया है."
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ब्रिटेन में उनकी हालिया टिप्पणी को लेकर आलोचना की और कहा कि भारत का लोकतंत्र खतरे में नहीं है, लेकिन विदेशों में उन्होंने जिस तरह का 'व्यवहार' किया, उसके लिए लोगों ने उनकी पार्टी को 'राजनीतिक तबाही' की ओर धकेल दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए उनका द्वेष भारत के प्रति द्वेष में तब्दील हो चुका है. ज्ञात हो कि हाल ही में लंदन में एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र के ढांचे पर ‘‘बर्बर हमला’’ हो रहा है. उन्होंने अफसोस जताया कि अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के लोकतांत्रिक हिस्से इस पर ध्यान देने में नाकाम रहे हैं. राहुल ने व्याख्यान में यह आरोप भी लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं.
(पीटीआई-भाषा)