गोरखपुर: गोरखपुर में एक शख्स के बैंक अकाउंट से एक सप्ताह में 1.52 करोड़ रुपये का ट्रांजैक्शन हुआ. उसके खाते से यह रकम केरल के 1000 लोगों को बैंक अकाउंट में भेजी गई. एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि उस अकाउंट में रुपये किसने डाले और इस रकम को किन लोगों को भेजा गया. इसकी जांच की जा रही है. अब यह मामला पेचीदा है. पूरी जांच के बाद सच सामने आएगा.
गोरखपुर के शान्तिपुरम निवासी सच्चिदानंद दुबे ने एसएसपी गौरव ग्रोवर को एक शिकायत दी. अपनी शिकायत में सच्चिदानंद दुबे ने अपने बैंक अकाउंट के मिसयूज का आरोप लगाया. उन्होंने शिकायती पत्र के साथ 200 पेज का ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड भी सौंपा. पुलिस ने ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड के आधार पर पाया कि सच्चिदानंद के बैंक अकाउंट से 1.52 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है . यह सारी रकम इंटरनेट बैंकिंग के जरिये ट्रांसफर की गई. सच्चिदानंद को बैंक अधिकारियों ने बताया कि यह रकम केरल के एक हजार बैंक खातों में भेजी गई है. प्रारंभिक जांच में पता चला कि सच्चिदानंद के बैंक अकाउंट में किसी और का फोन नंबर है.
सवाल यह है कि सच्चिदानंद दुबे के अकाउंट में रकम कहां से आई. सच्चिदानंद ने पुलिस के बताया कि जून 2022 में एक करीबी रिश्तेदार ने प्राइवेट बैंक के एक महिला कर्मचारी से मिलवाया था. इसके बाद उस बैंक में उनका सेविंग्स अकाउंट ओपन कराया था. सच्चिदानंद से मिली जानकारी के बाद पुलिस ने उनके रिश्तेदार से पूछताछ की. उनके रिश्तेदार के जवाब ने भी पुलिस को और उलझा दिया.
रिश्तेदार ने पुलिस को बताया कि सच्चिदानंद दुबे के बैंक अकाउंट से निकोलस और कॉइल्स नाम के दो लोगों ने ट्रांजैक्शन किया है. उसने दोनों को कथित रूप से चीनी नागरिक करार दिया. जब उसके रिश्तेदार से पूछा गया कि वह निकोलस और कॉइल्स से कैसे मिला तो उसके उत्तर ने पुलिस को भी हैरान कर दिया. रिश्तेदार ने बताया कि वह कथित रूप से चीनी युवकों को केवल नाम से जानता है. कभी मुलाकात उनसे नहीं हुई है. दोनों चीनी युवक वहां की एक कम्पनी से जुड़े हैं. एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि सीओ गोरखनाथ रत्नेश सिंह पूरे मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं. जांच के बाद सारे सवालों के जवाब मिल जाएंगे.
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