गोपालगंज: रूस और यूक्रेन के बीच तनाव (Ukraine Russia Conflict) लगातार जारी है. ऐसे में दोनों देशों के बीच जल्द ही जंग होने की संभवाना जताई जा रही है. वहीं, यूक्रेन में रह रहे भारतीयों को वापस लाने की तैयारी में भारतीय दूतावास जुटा हुआ है. गोपालगंज शहर के दो एमबीबीएस छात्र समेत एक दर्जन स्टूडेंट्स यूक्रेन में फंसे (bihari students in ukraine) हुए हैं. ये सभी वहां से मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे. अब परिवारों की चिंता सताने लगी है.
दरअसल यूक्रेन में फंसे गोपालगंज के बंजारी मोहल्ले के निवासी हरेन्द्र प्रसाद के पुत्र मेडिकल स्टूडेंट्स राहुल कुमार ने व्हाट्सएप कॉलिंग से परिजनों से बात कर अपनी दास्तां बयां की है. राहुल ने कहा कि, आगे क्या होगा बता नहीं सकता. राहुल के पिता भी दो देशों के बीच छिड़ी जंग को लेकर सहमे हुए हैं. राहुल के पिता हरेन्द्र बताते हैं कि जंग की सुगबुगाहट से पूरा परिवार चिंतित है.
मोहित राज ( Gopalganj Student Mohit Raj in Ukraine ) के पिता हरेन्द्र प्रसाद ने कहा कि, फ्लाइट का किराया भी अधिक है, उतने पैसे नहीं है कि बेटे को टिकट कराकर बुला सकें. कब क्या होगा, कहा नहीं जा सकता है. वहीं यूक्रेन में रहकर पढ़ाई कर रहे गोपालगंज शहर के सरेया मोहल्ले के वार्ड तीन निवासी राजेश कुमार का पुत्र राहुल ( Gopalganj Student Rahul in Ukraine ) भी वहां फंसा है. वह मेडिकल का थर्ड इयर का स्टूडेंट्स है. यूक्रेन में युद्ध के हालात देखकर दोनों छात्रों के माता-पिता अपने बच्चों को सुरक्षित लाने के लिए सांसद और डीएम से अपील की है.
राजेश कुमार मोबाइल में बेटे की तस्वीर दिखाकर वतन वापस लाने की गुहार लगा रहे हैं. वहीं मोहित की मां की आंखों से आंसू नहीं थम रहे हैं. मां कहती हैं कि जब भी बेटे से बात होती है, तो वह हमारी खुशी के लिए बोल देता है कि यहां हालात ठीक है. लेकिन यह पूरी दुनिया जानती है कि वहां के हालात कैसे हैं.
इस संबंध में मोहित राज के पिता हरेन्द्र प्रसाद ने कहा कि यूक्रेन में मेरा बेटा एमबीबीएस थर्ड ईयर का छात्र है. समस्या तो काफी सारी वहां उत्पन्न हो रही है. ऑनलाइन क्लासेस भी नहीं हो रहे हैं. हमारी आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं है. फ्लाइट टिकट कहीं 80 हजार कहीं डेढ़ लाख बता रहा है. भारत सरकार से हम यही कहना चाहेंगे कि मेरे बच्चे के साथ साथ सभी बच्चों को अपने वतन वापस लाया जाए. बेटे से मेरी बात हुई थी, उसने बताया कि वहां के हालात बहुत खराब हैं. इंडियन एंबेसी भी वाले भी वापस आ रहे हैं.
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वहीं राहुल के पिता राजेश कुमार का कहना था कि मेरा लड़का 2019 से यूक्रेन में पढ़ रहा है. इस समय वहां हालात खराब है. हमलोग बेचैन हैं. मेरा बच्चा कैसे आएगा. भारत सरकार का एयर इंडिया का कुछ विमान चालू होने वाला है.लेकिन बहुत महंगा है, लाखों रुपये का किराया पड़ रहा है. हमें समझ नहीं आ रहा कि बेटे को कैसे बुलाए. कब लड़ाई छिड़ जाएगा इसका कोई ठिकाना नहीं है.
बता दें कि ये सभी छात्र साल 2019 से यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं. जिसमे दोनों एमबीबीएस थर्ड ईयर के छात्र हैं. अब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की संभावना से उनके माता-पिता काफी परेशान हो गये हैं. छात्रों के माता-पिता सहित परिवार के सभी सदस्यों ने सरकार से उन्हें सुरक्षित वापस लाने की अपील की है. इन छात्रों के अलावा गोपालगंज से करीब एक दर्जन मेडिकल स्टूडेंट्स हैं, जो सरकार से भारत सुरक्षित लौटने के लिए गुहार लगा रहे हैं.
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भारत ने अपने नागरिकों को अस्थाई रूप से यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी है. इधर देश लौटने के लिए यूक्रेन में मौजूद भारतीय छात्रों का कहना है कि वो डरे हुए हैं और अपने देश लौटना चाहते हैं. यूक्रेन और रूस के बीच बने युद्ध जैसे हालातों के बीच फ्लाइट का किराया भी तीन गुना से ज्यादा हो गया है. छात्रों के परिजनों ने बताया कि 70 हजार का किराया अचानक से दो लाख के करीब पहुंच गया है.
विभिन्न जिलों के छात्र फंसे : गौरतलब है कि यूक्रेन में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे पटना, पूर्णिया, दरभंगा, छपरा, आरा, बक्सर समेत कई जिलों के छात्र संकट में हैं. इसमें से कई छात्र यूक्रेन के ओडेसा नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं. ये छात्र वतन वापसी करना चाह रहे हैं. पर इनके सामने परेशानी ये है कि यूक्रेन में एयर टिकट मिलने में काफी दिक्कत हो रही है. इसलिए अब ये गुहार लगा रहे हैं कि उनकी जान की रक्षा एयरलिफ्ट कराकर करें, क्योकि यहां टिकट महंगा हो गया है.
हालांकि रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव ( russia ukraine crisis ) नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने पूर्वी यूरोपीय देश- यूक्रेन से भारतीयों की यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए अहम फैसला लिया है. द्विपक्षीय एयर बबल व्यवस्था के तहत भारत और यूक्रेन के बीच संचालित की जा सकने वाली उड़ानों की संख्या पर से प्रतिबंध हटा दिया गया है. भारत ने यूक्रेन में रह रहे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है.