चेन्नई: केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग को तत्काल नियंत्रण में लाने की जरूरत है. दुनिया की लगभग 40 प्रतिशत अर्थव्यवस्था जैविक उत्पादों और किसी भी उत्पाद पर आधारित है. पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण पैदा होने वाली चुनौतियों से निपटने से ही जैव विविधता के संरक्षण के प्रयास सफल हो पाएंगे.
उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग को तत्काल नियंत्रण में लाना होगा. अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर एक प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने कहा कि देश राष्ट्रीय स्तर पर अपने जैव विविधता लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए ट्रैक पर है और वैश्विक स्तर पर जैव विविधता लक्ष्यों को प्राप्त करने में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. भारत ने स्थापित किया है पूरे देश को सुनिश्चित करने वाले राष्ट्रीय, राज्य और स्थानीय निकाय स्तरों पर जैव विविधता संसाधन शासन का एक अनूठा त्रि-स्तरीय मॉडल शासन प्रणाली में प्रतिनिधित्व मिलता रहे.
मंत्री ने कहा कि लोगों के अभिसरण, संस्कृति और तमिलनाडु की समृद्ध परंपरा ने इस क्षेत्र में अपनी अनूठी जैव विविधता को संरक्षित किया है. उन्होंने लोगों से जैव विविधता के संरक्षण की दिशा में काम करने का संकल्प लेने की अपील की. यादव ने कहा कि राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण और तमिलनाडु जैव विविधता बोर्ड, इरुला स्नेक कैचर्स इंडस्ट्रियल कोऑपरेटिव सोसाइटी के साथ काम कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें- भाजपा सांसद अर्जुन सिंह टीएमसी में शामिल, अभिषेक बनर्जी ने किया पार्टी में स्वागत