देगंगा: पश्चिम बंगाल के देगंगा में हरोया रेलवे स्टेशन से सटे हादीपुर के पास एक निजी स्कूल में आठवीं कक्षा की एक छात्रा के साथ उसके सहपाठियों ने कथित तौर पर होमोफोबिक अपशब्दों के लिए प्रताड़ित किया. पीड़ित परिवार की शिकायत पर पुलिस घटना की जांच शुरू कर दी. आरोप है कि स्कूल प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया.
मामला प्रकाश में आते ही उत्तर 24 परगना के देगंगा थाना क्षेत्र हंगामा मच गया. शारीरिक और मानसिक यातना के कारण छात्रा गंभीर रूप से बीमार हो गई. घटना के बाद से वह इतनी डर गई कि अब वह स्कूल नहीं जाना चाहती है. आरोप है कि निजी स्कूल अधिकारियों ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. पीड़ित परिवार ने देगंगा पुलिस स्टेशन की पुलिस से संपर्क किया. इसकी शिकायत भी दर्ज करायी गयी है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
आठवीं कक्षा की छात्रा फ्रंटपेज गर्ल्स एकेडमी नामक शैक्षणिक संस्थान में पढ़ती है. उसका घर दक्षिण 24 परगना के फाल्टा थाना इलाके में है. स्कूल सूत्रों के अनुसार, छात्रा की कथित तौर पर उसके आवासीय परिसर में एक सहपाठी से दोस्ती हो गई. कथित तौर पर इसी वजह से अन्य सहपाठियों ने समलैंगिक होने के बहाने उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया.
ये भी पढ़ें- यूनेस्को की रिपोर्ट में बंगाल के स्कूलों की दयनीय स्थिति हुई उजागर
छात्रा की मां ने कहा, 'रविवार को जब मैं अपनी बेटी से मिलने आई तो मुझे पता चला कि उसके कुछ सहपाठियों ने उस पर समलैंगिक होने का आरोप लगाते हुए उसकी पिटाई की. हमने उसकी ओर से हेडमास्टर से दोबारा शिकायत की. उन्होंने हमारी बातों पर ध्यान नहीं दिया. वह यहां नहीं पढ़ना चाहती. हमें न्याय चाहिए.'देगंगा पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मियों ने कहा, 'लिखित शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है.