कठुआ: डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा से अयोग्य ठहराए जाने को रविवार को गलत बताते हुए कहा कि यह लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है. गांधी को बृहस्पतिवार को सूरत की एक अदालत ने 2019 के आपराधिक मानहानि मामले में दो साल की जेल की सजा सुनाई थी. इसके बाद उन्हें लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया.
कांग्रेस के पूर्व नेता आजाद ने कठुआ जिले में एक समारोह से इतर पत्रकारों से कहा, 'मैं इसके खिलाफ हूं, चाहे वह राहुल गांधी हों या लालू प्रसाद यादव या कोई अन्य सांसद या विधायक. यह गलत बात है. यह नैसर्गिक न्याय के खिलाफ है कि एक तरफ न्यायाधीश ने फैसला सुनाया और दूसरी तरफ सांसद या विधायक को अयोग्य घोषित कर दिया गया.
उन्होंने कहा, 'पहले नियम यह था कि जब तक अंतिम अदालत उसे सजा नहीं सुनाती तब तक उसे अयोग्य नहीं ठहराया जाएगा. यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है.' उन्होंने कहा, 'पहले लालू प्रसाद यादव अयोग्य करार दिए गए थे और अब राहुल गांधी. इस तरह, पूरी संसद और विधानसभाएं खाली हो जाएंगी.
ये भी पढ़ें- Rahul Disqualification : प्रियंका गांधी का सीधा हमला, कहा- 'पीएम मोदी कायर हैं'
उन्होंने कहा, राजनीतिक नेताओं के लिए एक अलग मानदंड होना चाहिए. इस बीच, आजाद ने बरनोटी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन का यह दावा पूरी तरह गलत है कि वह युवाओं के लिए रोजगार के भरपूर अवसर पैदा कर रहा है. उन्होंने कहा कि प्रशासन स्थानीय लोगों से उनकी जमीन छीन रहा है.
उन्होंने कहा, अगर हमारी पार्टी सत्ता में आती है, तो हम यह सुनिश्चित करेंगे कि स्थानीय लोगों के लिए नौकरियां और जमीन सुरक्षित रहे. हम बाहरी लोगों को यहां जमीन खरीदने और नौकरियां हासिल करने से रोकने के लिए राज्य विधानसभा में कानून पारित करेंगे.'
(पीटीआई-भाषा)