नई दिल्ली : ज्योति बाबा-कपिल सांगवान गैंग (Jyoti Baba Kapil Sangwan Gang) के लिए उगाही (Extortion) करने वाले एक बदमाश को स्पेशल सेल (Special Cell Delhi Police) ने गिरफ्तार किया है. उसकी पहचान सोनू के रूप में की गई है. पुलिस ने उसके पास से एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल और कारतूस बरामद किए हैं. बीते जनवरी महीने में उसने दो लोगों को धमकी देकर एक-एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी. वह इस गैंग का फाइनेंस भी संभालता था.
डीसीपी जसमीत सिंह के अनुसार, स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर शिवकुमार को सोनू नामक बदमाश के नजफगढ़ में मौजूद होने की जानकारी मिली थी. इस जानकारी पर पुलिस टीम लगातार उस पर नजर रख रही थी. पुलिस टीम ने नजफगढ़ दौराला रोड के पास से उसे गुप्त सूचना पर गिरफ्तार कर लिया. तलाशी में उसके पास से एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल और छह जिंदा कारतूस बरामद हुए. स्पेशल सेल में इसे लेकर आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया गया है.
पूछताछ के दौरान आरोपी सोनू ने पुलिस को बताया कि उसका भाई अनिल उर्फ पोदी कुख्यात बदमाश नंदू बाबा गैंग का शार्प शूटर है. बीते पांच साल से वह इस गैंग से जुड़ा हुआ है. अनिल को पुलिस ने हत्या के कई मामलों में गिरफ्तार किया था. वह अभी ज्योति बाबा के साथ जेल में बंद है.
पढ़ें: केरल में आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या, तीन हिरासत में
गिरफ्तार किया गया सोनू इस गैंग के लिए फाइनेंस को संभाल (Handling The Finance) रहा था. इसके अलावा जेल में मौजूद गैंग के सदस्यों के लिए सिम कार्ड, मोबाइल आदि उपलब्ध करवाता था. उसने बताया है कि ज्योति बाबा के निर्देश पर उसने सुमित धनखड़ के साथ मिलकर दिल्ली में कई लोगों से जबरन उगाही का प्रयास किया. ज्योति बाबा के इशारे पर सुमित ने कई अंतरराष्ट्रीय नंबरों का इंतजाम किया था.
इस नंबर से वह लोगों को धमकाते थे. उसने सुरेरा गांव की गौशाला के चेयरमैन एवं विकासपुरी के एक बिल्डर को धमकी भरे मैसेज भेजे थे. जनवरी 2022 में उन्हें मैसेज भेज कर एक- एक करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी गई थी. रुपए नहीं देने पर गौशाला के गेट पर आरोपियों ने गोली भी चलाई थी. जाफरपुर कलां में इसे लेकर मामला दर्ज हुआ था.
सोनू ने पुलिस को बताया है कि बीते चार फरवरी को उसने अपने साथी सूरज को मुंडका गांव भेजा था जिसने गौशाला में धमकी भरी चिट्ठी भेजी थी. इस मामले में वह गिरफ्तार हो चुका है. वहीं पुलिस को इस मामले में उसकी तलाश थी. वह फरार चल रहे कपिल सांगवान की मां और बहन के लिए पासपोर्ट और वीजा का बंदोबस्त भी कर रहा था ताकि वह विदेश जा सके.
पढ़ें: Income Tax raid : पूर्व एनएसई एमडी चित्रा रामकृष्णा पर कर चोरी के आरोप, छापेमारी
डीसीपी जसमीत सिंह के अनुसार, कपिल सांगवान उर्फ नंदू और उसका भाई ज्योति उर्फ बाबा की दुश्मनी मंजीत महाल गैंग से चल रही है. बीते आठ साल से चल रही इस दुश्मनी में अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है. दिसंबर 2015 में मंजीत महाल और उसके साथियों ने कपिल सांगवान के जीजा सुनील उर्फ डॉक्टर की हत्या कर दी थी. उसी दिन कपिल सांगवान ने नफे सिंह के घर पर गोली चलाई थी जिसमें उसकी मां और बहन घायल हो गए थे. कपिल सांगवान के साथियों ने धर्मेंद्र के पिता की भी हत्या कर दी थी. जनवरी 2017 में कपिल सांगवान गैंग ने मंजीत महाल के पिता श्री कृष्ण की हत्या कर दी थी.