हैदराबाद : राजस्थान के 'ढोंगी बाबाओं' का एक अंतरराज्यीय गिरोह, जिसने कथित तौर पर काले जादू की आड़ में जनता को धोखा दिया और हवाला के माध्यम से भारी मात्रा में धन एकत्र किया था. पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी. राचकोंडा के पुलिस आयुक्त महेश एम भागवत ने बताया, राजस्थान के सिरोही जिले के चार 'ढोंगी बाबाओं' और तीन हवाला संचालकों को यहां एक व्यापारी से कथित तौर पर 37.71 लाख रुपये ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने कहा कि आरोपी मानसिक रूप से अक्षम व्यक्तियों की तलाश में बाबा/साधु के वेश में इलाकों में घूमते थे.
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पुलिस ने बताया, आरोपी सर्पदोष, नागदोष, आदि 'दोष' बताकर लोगों को गुमराह करते थे. इसके बाद उन्हें विभिन्न खतरों के बारे में डराने के नाम पर गुप्त अनुष्ठान करने के की आड़ में हवाला के माध्यम से पैसा इकट्ठा करते थे. उन्होंने बताया कि एक 53 वर्षीय व्यवसायी की शिकायत के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. राचकोंडा पुलिस ने एक बयान में कहा कि शिकायतकर्ता नवंबर 2020 में अपने घर लौटते समय संतुलन खोने के बाद अपनी मोटरसाइकिल से गिरकर घायल हो गये. एक सांप उनके वाहन के सामने आ गया था जिससे उनका संतुलन बिगड़ गया था. दिसंबर 2020 में, दोनों 'ढोंगी बाबा' उस कार्यालय में भिक्षा मांगने पहुंचे, जहां शिकायतकर्ता काम करता था.
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आरोपियों ने उनसे चोटों का कारण पूछा तो उन्होंने घटना के बारे में बताया. आरोपियों ने शख्स से कहा कि उन्हें सर्पदोष है और इससे मुक्ति पाने के लिए उन्हें पूजा करनी होगी. पुलिस ने कहा कि पीड़ित ने उन पर विश्वास किया और 41 हजार रुपये का भुगतान किया. दोनों ने अन्य 'ढोंगी बाबाओं' के साथ उनके घर पर पूजा की और फरवरी 2022 तक कुछ अनुष्ठान करने के बहाने उनसे कुल 37.71 लाख रुपये वसूल लिए, यह कहकर कि उनकी जान को खतरा था. पुलिस ने कहा कि आरोपी पीड़ित से फोन पर बात करते थे और हवाला एजेंटों के पास नकदी जमा कराने के लिए कहते थे. पुलिस ने बताया कि मामले के संबंध में कुछ और आरोपियों को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं.