नई दिल्ली : फ्रांस के एक मंत्री की प्लेबॉय मैगजीन पर कवर फोटो प्रकाशित हुई है. उनकी तस्वीर सामने आने से विवाद हो गया है. फ्रांस के दक्षिणपंथियों ने इसका विरोध किया है. हालांकि, मंत्री मार्लिन शियाप्पा ने अपना बचाव किया है. उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा हक है कि वह किस तरह से अपने शरीर को पेश करें. उन्होंने यह भी कहा कि वह इस तस्वीर में पूरी तरह से कपड़े पहनी हुई हैं.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने 2017 में उन्हें राजनीति में लाया था. वह एक मशहूर महिला लेखिका हैं. वह पहले भी कई विवादों से जु़ड़ी रहीं हैं. लेकिन इस बार उनके विवाद से लेफ्टविंग समर्थक और प्रधानमंत्री भी खुश नहीं हैं. वे मानते हैं कि मंत्री ने गलत किया है. मंत्री ने न सिर्फ प्लेबॉय मैगजीन को पोज दिया है, बल्कि 12 पेज का लंबा इंटरव्यू भी दिया है. इसमें उन्होंने महिला अधिकार, गर्भपात और गे अधिकारों पर खुलकर अपनी राय रखी है.
इस इंटरव्यू के बाद शियाप्पा ने ट्वीटर पर लिखा, 'किसी भी महिला को अपने तरीके से अपनी बॉडी को डिफेंड करने का अधिकार है, कहीं भी और हर समय. फ्रांस में महिलाएं स्वतंत्र हैं. चाहे इससे पुरानी सोच रखने वालों को चिढ़ ही क्यों न हो.' उनका निर्णय सरकार में बैठे कई लोगों को अच्छा नहीं लगा, खासकर तब जबकि सरकार लगातार हड़ताल और हिंसक प्रदर्शनों का सामना कर रही है. रिटायरमेंट उम्र दो साल बढ़ाए जाने को लेकर विरोध हो रहा है.
एक व्यक्ति ने लिखा कि जब उसने शियाप्पा को डिजाइनर ड्रेस में मैगजीन में देखा, तो उसे लगा कि कहीं कोई 'अप्रैल फूल' तो नहीं बना रहा है. फ्रांस की महिला प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने साफ तौर पर इसे सही नहीं बताया. उन्होंने कहा कि इस समय यह तस्वीर सही संदेश नहीं दे रहा है. दक्षिणपंथी महिला कार्यकर्ता सैंड्रीन रूसो ने कहा, 'यह फ्रांस के लोगों का सम्मान तो नहीं हो सकता है.'
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जबकि हम महंगाई से लड़ रहे हैं, प्रदर्शन के कारण लोगों की सैलरी जा रही है, उन्हें दो साल और काम करना होगा, इसके बीच यह सब हो रहा है. उन्होंने कहा कि किसी भी महिला को अपनी बॉडी को 'एक्पोज' करने का हक है, लेकिन इसका एक सामाजिक परिप्रेक्ष्य होता है.
प्लेबॉय मैगजीन ने एएफपी को बताया कि मंत्री की तस्वीर मैगजीन कवर पर छापने को आप मैचो नजरिए से न देखें, बल्कि नारीवादी सोच का यह प्रतीक है. मैगजीन के एडिटर ने बताया कि प्लेबॉय सिर्फ एक सॉफ्ट पोर्न मैगजीन नहीं है, बल्कि 300 पेजों का है, जिसमें मैगजीन और बुक दोनों शामिल हैं, यह बुद्धिजीवियों से जुड़ा है, ट्रेंड है. हालांकि, एडिटर ने स्वीकार किया कि कुछ तस्वीरें बिना कपड़ों के भी हैं, लेकिन उनकी संख्या बहुत कम है.
पिछले सप्ताह फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने एक चिल्ड्रेन मैगजीन 'पीआईएफ ले मैग' को अपना एक इंटरव्यू दिया था. इसमें उन्होंने पेंशन और राजनीतिक विचार रखी थी. शियाप्पा ने मंत्री के रूप में कैटकॉलिंग और सड़क पर उत्पीड़न को गैरकानूनी करार दिया था.
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