नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडाः गौतमबुद्ध नगर के किसानों की मांगे पूरी ने होने के चलते जिले के सभी किसान संगठनों ने संयुक्त किसान मोर्चा बनाया है, जिसके चलते जिले में मौजूद नोएडा प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और यमुना प्राधिकरण से प्रभावित किसानों की मांगों को लेकर आंदोलन किया जाएगा. 25 नवंबर को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर होने वाली विशाल किसान महापंचायत को सफल बनाने और बड़ा निर्णय लेकर राष्ट्रव्यापी आंदोलन करने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने आह्वान किया है, जिसपर गौतमबुद्ध नगर से आगरा तक के किसान एकजुट हो गए हैं. सभी किसान संगठनों ने लोगों को जागरूक करने के लिए जन जागरण अभियान चला रखा है.
संयुक्त किसान मोर्चा का गठन: दरअसल, गौतमबुद्ध नगर के किसानों की जमीन को जिले में मौजूद तीनों प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहण किया गया, जिसके एवज में किसानों को मिलने वाला 64.7 प्रतिशत बढ़ा हुआ मुआवजा, लीज बैक, 6% आवासीय भूखंड, भूमिहीनों को प्लॉट और युवाओं को रोजगार सहित अन्य मांगों को लेकर किसान लंबे समय से प्राधिकरणों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन किसानों की मांगों को प्राधिकरण के अधिकारियों के द्वारा पूरा नहीं किया गया, जिसके चलते जिले में मौजूद सभी किसान संगठनों ने मिलकर एक साथ लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया. इसी के चलते सभी संगठनों ने मिलकर संयुक्त किसान मोर्चा बनाया है. जो अब अलग-अलग प्राधिकरणों से प्रभावित किसानों की मांगो के चलते उनकी लड़ाई लड़ेगा और किसानों को न्याय दिलाने का काम करेगा.
आंदोलन को सफल बनाने के लिए जन जागरण अभियान: संयुक्त किसान मोर्चे से जुड़े हुए किसान नेता सुनील फौजी ने बताया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर 25 नवंबर को होने वाली एतिहासिक विशाल किसान महापंचायत और उसके बाद होने वाले राष्ट्रव्यापी आंदोलन को सफल बनाने के लिए गांव में जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है. संयुक्त किसान मोर्चे के दर्जनों किसान संगठन गौतम बुद्ध नगर से आगरा तक अलग-अलग क्षेत्र में मजबूती से तैयारी कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि वह अपनी जमीन से जुड़े हुए अपने हक को प्राप्त करने के लिए निर्णायक संघर्ष कर रहे हैं.
किसानों को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन: किसान नेता पवन खटाना ने बताया कि किसान महापंचायत के द्वारा इस बार का आंदोलन किसानों को न्याय दिलाने के लिए होगा और वह अपना हक लिए बगैर अपने घर नहीं जाएंगे. संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर यदि लखनऊ या दिल्ली के लिए भी कूच करना पड़ेगा तो वह पीछे नहीं हटेंगे. इसलिए पूरे राशन पानी के साथ आगामी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर महापंचायत की जाएगी. जिसमें नोएडा प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और यमुना प्राधिकरण के अलावा बुलंदशहर प्राधिकरण, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण तथा न्यू नोएडा और ग्रेटर नोएडा फेस 2 आदि परियोजनाओं से प्रभावित ग्रेटर नोएडा से आगरा तक के किसान शामिल होंगे. जो अपने अधिकारों के लिए उक्त परियोजनाओं से प्रभावित किसान है और कई दशक से अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं. लेकिन प्राधिकरण तथा सरकार ने अभी तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया है. इसीलिए इस बार बड़े-बड़े संगठन एक साथ मिलकर निर्णायक लड़ाई लड़ेंगे.
ये भी पढ़ें: