भरतपुर. राजस्थान के भरतपुर संभाग के सबसे बड़े एमएसजे कॉलेज की 14 छात्राएं आज शुक्रवार को शहर की पानी की टंकी पर चढ़ गई. छात्राओं की मांग है कि कॉलेज में छात्रों की तरह उन्हें भी एनसीसी की सुविधा मिलनी चाहिए. छात्राएं लंबे समय से कॉलेज में एनसीसी विंग खुलवाने की मांग कर रही हैं. लेकिन मांग पूरी नहीं हुई, इसलिए ये छात्राएं पानी की टंकी पर चढ़ गई. बाद में पुलिस व प्रशासन की समझाइश के बाद छात्राएं टंकी से नीचे उतर आईं. कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं के लिए एनसीसी विंग शुरू करने का आश्वासन दिया है.
पुलिस व प्रशासन ने की समझाइशः छात्राओं के टंकी पर चढ़ने की सूचना पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए. इससे पहले कृष्णा नगर कॉलोनी में स्थित एक पानी की टंकी पर चढ़ी एमएसजे कॉलेज की 14 छात्राओं ने एक वीडियो जारी किया. जिसमें वे कॉलेज में एनसीसी विंग (महिला) खोलने की मांग कर रही थी. छात्राओं को कहना है कि जब तक एमएसजे कॉलेज में छात्रों की तरह उनके लिए भी एनसीसी की विंग शुरू करने का आधिकारिक लेटर नहीं दिया जाएगा, तब तक वो पानी की टंकी से नीचे नहीं उतरेंगी.
छात्राओं के पानी की टंकी पर चढ़ने की सूचना पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए. साथ ही आस पास के लोग भी मौके पर एकत्रित होने लगे हैं. इस दौरान पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने समझाइश करके छात्राओं को टंकी से नीचे उतारा. वहीं, कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं के लिए एनसीसी की विंग शुरू करने का आश्वासन दिया है. बता दें कि कुछ दिन पहले भी एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने एमएसजे कॉलेज में छात्राओं के लिए एनसीसी विंग शुरू करने की मांग को लेकर कॉलेज पर तालाबंदी की थी. छात्राओं का कहना है कि उन्हें लंबे समय से आश्वासन के नाम पर सिर्फ गुमराह किया जा रहा है. लेकिन एनसीसी की विंग शुरू नहीं की जा रही है.
डीजी और सीओ को लिखा पत्रः एमएसजी कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर हरवीर सिंह ने बताया कि कॉलेज छात्राओं की मांग को देखते हुए कॉलेज में एनसीसी विंग शुरू करने को लेकर प्रदेश के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) और एनसीसी की कोटा कमांड को पत्र भेज दिया गया है. प्राचार्य हरवीर सिंह ने बताया कि कॉलेज में छात्राओं की एनसीसी विंग संचालित करने के लिए महिला जीसीआई की जरूरत है, कॉलेज में महिला जीसीआई उपलब्ध नहीं है. यही वजह है कि यहां अभी तक एनसीसी महिला विंग शुरू नहीं हो सकी है.