सरायकेला: तेलंगाना के पूर्व डीजीपी टी कृष्णा प्रसाद को एनआईटी जमशेदपुर के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स का चेयरमैन बनाया गया है. गुरुवार को उन्होंने बताया कि एनआईटी जमशेदपुर, आदित्यपुर और आस-पास के 5000 एकड़ की जमीन को लेकर स्पेशनल इकोनोमिक जोन का प्रस्ताव तैयार करेगा. जो पूरी तरह आंध्र प्रदेश की तर्ज पर होगा.
टी कृष्णा प्रसाद ने इस दौरान एनआईटी जमशेदपुर के विकास की रूपरेखा भी प्रस्तुत की. उन्होंने कहा कि जमशेदपुर में एक्सएलआरआई, एनएमएल, एनआईटी के अलावा अन्य कई शैक्षणिक प्रतिष्ठान हैं जो अपनी एक अलग पहचान बनाये हुए हैं. इस क्षेत्र के विकास के लिए सभी को मिलकर सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना होगा.
कौन हैं चेयरमैन टी कृष्णा प्रसाद: नवनियुक्त चेयरमैन टी कृष्णा प्रसाद वही शख्स हैंं, जिन्होंने आंध्र प्रदेश में वर्ष 2012 में सबसे पहले जीरो एफआईआर लागू करवाया था. साथ ही उन्होंने ही आंध्र प्रदेश में स्पेशल इकोनोमिक जोन के तहत नए हैदराबाद शहर को पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडु के कार्यकाल में विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वे तेलंगाना के डीजीपी रह चुके हैं. साथ ही उन्होंने ही भारत सरकार की रोड सेफ्टी और भारत सरकार के लिए वर्ष 2005 में सबसे पहले स्पेशनल इकोनोमिक जोन का प्रस्ताव भी तैयार किया था.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तारीफ की: एनआईटी जमशेदपुर के चेयरमैन टी कृष्णा प्रसाद ने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी युवा और ऊर्जावान हैं. उनकी सोच भी तकनीक के विकास के साथ है. वे और उनकी टीम जल्द ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलेंगे और स्पेशल इकोनोमिक जाेन के निर्माण के प्रस्ताव पर बात करेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकारी मिली कि दस वर्ष पहले सरकार ने इस दिशा में पहल की थी, मगर वह धरातल पर नहीं उतर सका. इस बार इसका संपूर्ण प्रारूप एनआईटी जमशेदपुर बनायेगा और मुख्यमंत्री के सामने रखेगा. हमें उम्मीद है कि झारखंड सरकार इस दिशा में पहल करेगी.
उन्होंने कहा कि आदित्यपुर और इसके आस-पास उद्योगों की भरमार है. आंध्र प्रदेश में उद्योग थे ही नहीं. इसके बावजूद एसईजेड बनाकर विदेशी पूंजी निवेश को बढ़ावा दिया गया. आदित्यपुर और इसके आस-पास के क्षेत्र में तो उद्योग पहले से ही स्थापित हैं. अन्य उद्योग भी यहां आ सकते हैं.