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पाक जेल में बंद गेमराराम की रिहाई की उम्मीद बढ़ी, मानवेंद्र बोले- वतन वापसी जल्द

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Published : Jan 27, 2021, 10:29 PM IST

पाकिस्तान की जेल में बंद राजस्थान के बाड़मेर जिले के युवक गेमराराम की रिहाई की उम्मीद अब बढ़ गई है. गेमराराम का परिवार पिछले ढाई महीने से पाकिस्तान की जेल में कैद अपने बेटे की रिहाई की गुहार लगा रहा है. इस मुद्दे को सबसे पहले ईटीवी भारत ने प्रमुखता से उठाया. उसके बाद अब पूर्व रक्षा मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह ने ट्वीट करते हुए इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास को गेमराराम से जुड़े जरूरी दस्तावेज मुहैया कराने की जानकारी साझा की है. वे लगातार इस मुद्दे पर नजर रख रहे हैं. विस्तार से पढ़ें पूरी खबर...

पाक जेल में बंद गेमराराम की रिहाई की उम्मीद बढ़ी
पाक जेल में बंद गेमराराम की रिहाई की उम्मीद बढ़ी

बाड़मेर : मोहब्बत में बदनामी की डर की सजा इतनी भयानक होगी, इसकी कल्पना न गेमराराम ने की होगी और न ही उसके बुजुर्ग माता-पिता. यह दर्दभरी दास्तां भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे गांव बीजराड़ में रहने वाले गेमराराम के परिवार की है, जो पिछले ढाई महीने से पाकिस्तान की जेल में कैद अपने बेटे गेमराराम की रिहाई की गुहार लगा रहा है. बेटे के इंतजार में परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है.

दरअसल, पांच नवंबर को गेमराराम अपनी प्रेमिका से मिलने उसके घर गया था. इसी दौरान प्रेमिका के घर वालों ने उसे देख लिया और उसके बाद उसे यह डर सता रहा था कि कोई उसे मार न दे या उसके घरवालों की बदनामी न हो. इसी डर के चलते वह तारबंदी पार कर सरहद के उस पार पाक पहुंच गया.

  • *गेमराराम की वतन वापसी, सकारात्मक प्रयासों की ओर बढ़ा एक ओर कदम*
    सोमवार को पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों को आवश्यक दस्तावेज पहुँचा दिये गए है। /1

    — Manvendra Singh (@ManvendraJasol) January 25, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

गेमराराम की रिहाई के लिए आगे आए पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह
ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लेते हुए पूर्व बाड़मेर-जैसलमेर सांसद कर्नल मानवेंद्र सिंह जसोल पाक जेल में बंद गेमराराम की मदद के लिए आगे आए. उन्होंने पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया है कि जल्द ही उनके बेटे की वतन वापसी होगी. पूर्व सांसद कर्नल मानवेंद्र सिंह ने बताया कि उनकी गेमराराम की पाक से वापसी को लेकर विदेश मंत्रालय के महत्वपूर्ण अधिकारी के साथ वार्ता हुई और उसके बाद जो दस्तावेज पहुंचाने थे, वह पहुंचा दिए गए हैं. उसके बाद पाक सरकार के अधिकारियों के साथ चर्चा कर उन्हें भी दस्तावेज पहुंचा दिए गए हैं.

मानवेंद्र सिंह ने ट्वीट कर कहा कि अब रिहाई के संबंध में इस्लामाबाद में भारतीय दूतावास के अधिकारी और पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ गेमराराम कि वापसी को लेकर आवश्यक कार्रवाई पूर्ण करेंगे.

उम्मीद है जल्द ही गेमराराम घर लौटेगा. एक दूसरे ट्वीट के जरिए उन्होंने जानकारी साझा किया है कि पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों को आवश्यक दस्तावेज पहुंचा दिए गए हैं.

मोहब्बत में कर गया सरहद पार
पूरे मामले में जांच करने वाले अधिकारी जेठाराम बताते हैं कि 16 नवंबर को मामला दर्ज होने के बाद जांच शुरू की. गेमराराम आखिरी बार पड़ोस के ही घर में गया था और उसके बाद गायब हो गया. बीएसएफ की सूचना पर परिवार के लोगों को पता चला कि वह पाकिस्तान में है. परिवार ने मामला दर्ज करवाया. दो दिन में जांच करने के बाद यह संभावना जताई कि युवक पाकिस्तान चला गया है. सीमा सुरक्षा बल को खत लिखा. मामले की जांच में यह बात सामने आई कि गेमराराम का स्कूल की दोस्त लड़की के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था और उससे मिलने गया था. इसी दौरान लड़की के घरवालों ने देख लिया, तो गेमराराम घर से फरार होकर पाकिस्तान चला गया. दोनों की कॉल डिटेल भी खंगाली है. इस बारे में उच्च अधिकारियों को भी बता दिया है.

यह भी पढ़ें-गया था प्रेमिका के घर पहुंच गया पाकिस्तान, घरवालों का है बुरा हाल

बाड़मेर : मोहब्बत में बदनामी की डर की सजा इतनी भयानक होगी, इसकी कल्पना न गेमराराम ने की होगी और न ही उसके बुजुर्ग माता-पिता. यह दर्दभरी दास्तां भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे गांव बीजराड़ में रहने वाले गेमराराम के परिवार की है, जो पिछले ढाई महीने से पाकिस्तान की जेल में कैद अपने बेटे गेमराराम की रिहाई की गुहार लगा रहा है. बेटे के इंतजार में परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है.

दरअसल, पांच नवंबर को गेमराराम अपनी प्रेमिका से मिलने उसके घर गया था. इसी दौरान प्रेमिका के घर वालों ने उसे देख लिया और उसके बाद उसे यह डर सता रहा था कि कोई उसे मार न दे या उसके घरवालों की बदनामी न हो. इसी डर के चलते वह तारबंदी पार कर सरहद के उस पार पाक पहुंच गया.

  • *गेमराराम की वतन वापसी, सकारात्मक प्रयासों की ओर बढ़ा एक ओर कदम*
    सोमवार को पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों को आवश्यक दस्तावेज पहुँचा दिये गए है। /1

    — Manvendra Singh (@ManvendraJasol) January 25, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

गेमराराम की रिहाई के लिए आगे आए पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह
ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लेते हुए पूर्व बाड़मेर-जैसलमेर सांसद कर्नल मानवेंद्र सिंह जसोल पाक जेल में बंद गेमराराम की मदद के लिए आगे आए. उन्होंने पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया है कि जल्द ही उनके बेटे की वतन वापसी होगी. पूर्व सांसद कर्नल मानवेंद्र सिंह ने बताया कि उनकी गेमराराम की पाक से वापसी को लेकर विदेश मंत्रालय के महत्वपूर्ण अधिकारी के साथ वार्ता हुई और उसके बाद जो दस्तावेज पहुंचाने थे, वह पहुंचा दिए गए हैं. उसके बाद पाक सरकार के अधिकारियों के साथ चर्चा कर उन्हें भी दस्तावेज पहुंचा दिए गए हैं.

मानवेंद्र सिंह ने ट्वीट कर कहा कि अब रिहाई के संबंध में इस्लामाबाद में भारतीय दूतावास के अधिकारी और पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ गेमराराम कि वापसी को लेकर आवश्यक कार्रवाई पूर्ण करेंगे.

उम्मीद है जल्द ही गेमराराम घर लौटेगा. एक दूसरे ट्वीट के जरिए उन्होंने जानकारी साझा किया है कि पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों को आवश्यक दस्तावेज पहुंचा दिए गए हैं.

मोहब्बत में कर गया सरहद पार
पूरे मामले में जांच करने वाले अधिकारी जेठाराम बताते हैं कि 16 नवंबर को मामला दर्ज होने के बाद जांच शुरू की. गेमराराम आखिरी बार पड़ोस के ही घर में गया था और उसके बाद गायब हो गया. बीएसएफ की सूचना पर परिवार के लोगों को पता चला कि वह पाकिस्तान में है. परिवार ने मामला दर्ज करवाया. दो दिन में जांच करने के बाद यह संभावना जताई कि युवक पाकिस्तान चला गया है. सीमा सुरक्षा बल को खत लिखा. मामले की जांच में यह बात सामने आई कि गेमराराम का स्कूल की दोस्त लड़की के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था और उससे मिलने गया था. इसी दौरान लड़की के घरवालों ने देख लिया, तो गेमराराम घर से फरार होकर पाकिस्तान चला गया. दोनों की कॉल डिटेल भी खंगाली है. इस बारे में उच्च अधिकारियों को भी बता दिया है.

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