नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में बुधवार को नक्सलियों द्वारा किए गए एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) विस्फोट में 10 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई, सीमा सुरक्षा बल (BSF) के पूर्व महानिदेशक प्रकाश सिंह ने आगाह किया कि नक्सलियों में अभी भी हमला करने की क्षमता ( Former BSF DG prakash singh on naxal attack) है. सिंह ने माओवादियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोटों का निंदा करते हुए कहा 10DRG जवान की हत्या कर दी गई.
2024 तक भारत को नक्सल मुक्त बनाने के सरकार के दावे के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि इस तरह के बयान पर आत्ममंथन की जरूरत है. उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बात की और उन्हें केंद्र से हर संभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया है. हालांकि, सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में और सुरक्षा बल भेजने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह क्षेत्र पहले से ही सुरक्षा बलों से भरा हुआ है. जो महत्वपूर्ण है वह यह है कि राज्य पुलिस को अपने बलों को मजबूत करना चाहिए और नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई में मुख्य भूमिका निभानी चाहिए.
"नक्सलियों में अभी भी हमला करने की क्षमता है.गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बात की और उन्हें केंद्र से हर संभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया है. फिलहाल छत्तीसगढ़ में और नए केंद्रीय बलों को भेजने की जरूरत नहीं है." :- प्रकाश सिंह, BSF पूर्व महानिदेशक
सिंह के मुताबिक लगभग सभी नक्सल प्रभावित राज्यों की स्थानीय पुलिस का मानना है कि केंद्रीय सुरक्षा बल इस समस्या से निपट लेंगे. उन्होंने न कहा जबकि स्थानीय पुलिस को नक्सल विरोधी अभियानों में मुख्य भूमिका निभानी चाहिए और केंद्रीय सुरक्षा बलों द्वारा उनकी सहायता की जाएगी.
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