नई दिल्ली : असम के मुख्यमंत्री के फर्जी हस्ताक्षर कर जालसाजी करने वाले दो युवकों को दिल्ली के एक होटल में रुपये लेकर पनाह दी गई. गलत नाम से उन्हें होटल में ठहराया गया. इसका खुलासा दोनों आरोपियों ने पकड़े जाने के बाद असम पुलिस के समक्ष किया. इस खुलासे के बाद कनॉट प्लेस पुलिस ने मामला दर्ज कर होटल के एक मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी की पहचान रोहित सोलंकी के रूप में की गई है. वहीं, दूसरे मैनेजर की तलाश में छापेमारी चल रही है.
जानकारी के अनुसार, असम के एडिशनल एसपी विवेक कुमार की तरफ से कनॉट प्लेस पुलिस को बताया गया कि उनके यहां एक जालसाजी का मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में दो आरोपी वांछित चल रहे हैं, जो अशोका रोड के आसपास किसी होटल में ठहरे हो सकते हैं. यहां आसपास के होटलों में राजीव कलिता और इमरान चौधरी के होने की सूचना कनॉट प्लेस पुलिस को दी गई. इसके साथ ही उनकी फोटो भी भेजी गई. पुलिस टीम ने 10 सितंबर को जाकर होटल के रिसेप्शन पर जाकर पूछताछ की. पुलिस टीम एक पांच सितारा होटल में पहुंची, जहां पर रोहित नामक मैनेजर मौजूद था. उसे तस्वीर दिखाई गई, जिसे उसने नहीं पहचाना.
पुलिस टीम ने होटल में मौजूद गेस्ट की लिस्ट उससे ले ली. इस लिस्ट में उन जालसाजों का नाम शामिल नहीं था, जिनकी तलाश थी. अगले दिन 11 सितंबर को एडिशनल एसपी विवेक ने सुबह के समय कॉल कर कनॉट प्लेस पुलिस को बताया कि राजीव कलिता नई दिल्ली से गुवाहाटी आ गया है और उसे वहां पकड़ लिया गया है. उसने बताया है कि वह अशोका रोड स्थित पांच सितारा होटल के कमरा संख्या-608 में रुका हुआ था. इसके बाद पुलिस टीम एक बार फिर होटल में पहुंची. उन्होंने अपने पास मौजूद लिस्ट में पाया कि यह कमरा राजू के नाम पर बुक था, लेकिन जब होटल का सिस्टम देखा, तो वहां से इस कमरे की एंट्री को डिलीट कर दिया गया था. पुलिस को पता चला कि दूसरे मैनेजर अनिल गोयल ने जानबूझकर इस नाम की गलत एंट्री की थी.
पास के कूड़ेदान से राजीव कलिता का आईडी प्रूफ एवं अन्य दस्तावेज भी बरामद हो गए. इसके बाद कनॉट प्लेस पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली थी और मामले की छानबीन कर रही थी. इस फर्जीवाड़े का खुलासा होने पर होटल प्रशासन की तरफ से दोनों मैनेजर को बर्खास्त कर दिया गया. एफआईआर दर्ज होने के बाद से मैनेजर रोहित और अनिल गोयल फरार चल रहे थे.
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हाल ही में एक गुप्त सूचना पर एसीपी राजेन्द्र दूबे की देखरेख में एसएचओ आईके झा और एसआई निरंजन की टीम ने आरोपी रोहित को गिरफ्तार कर लिया. उसने पूछताछ के दौरान बताया कि उसे 5,000 रुपये इस गेस्ट के माध्यम से मिले थे. उसने पुलिस को यह भी बताया कि वह 2019 से इस होटल में काम कर रहा है. पिछले कुछ समय से जो गेस्ट नकद रुपए देते थे, वह उनकी एंट्री होटल में करते थे. उनके जाने के बाद इसे डिलीट कर उसके द्वारा दिए गए रुपए आपस में बांट लेते थे. इस फर्जीवाड़े में दोनों मैनेजर मिले हुए थे. पुलिस फरार चल रहे अनिल की तलाश कर रही है.
गौरतलब है कि असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा के फर्जी हस्ताक्षर करने के मामले में वहां की पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें दिल्ली के होटल में ठहरे दो आरोपी भी शामिल हैं. आरोपियों ने मुख्यमंत्री के फर्जी हस्ताक्षर कर चीफ इंजीनियर पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट को कॉन्ट्रैक्ट के लिए पत्र भेजा था. इसके लिए असम के दिसपुर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी.