कोलार: सामाजिक डर के चलते एक परिवार के पांच सदस्यों ने कथित रूप से खुदकुशी कर ली. बताया जाता है कि पुलिस ने नवजात के अपहरण के मामले में इनलोगों से पूछताछ की थी. इसके बाद रविवार को परिवार के सदस्यों ने कथित रूप से जहर खाकर खा ली. डॉक्टरों ने बताया कि मुनियप्पा (70) उनकी पत्नी नारायणम्मा (65), उनके दामाद बाबू (45), उनकी बेटी पुष्पा (33) और पोती गंगोत्री (17) की रात में मौत हो गई.
पुलिस के अनुसार गांव में एक महिला आयी और उसने मुनियप्पा की पुत्री पुष्पा को नवजात शिशु देकर लौट गईं. उसके बाद वह वापस गांव में आईं और अपने बच्चे के बारे में पूछा. लेकिन पुष्पा ने कहा कि उसने कोई बच्चा नहीं दिया है. पुष्पा की प्रतिक्रिया से वह महिला परेशान हो गयी. इसके बाद उसने थाने में पुष्पा के खिलाफ बच्चे के अपहरण का मामला दर्ज करा दिया.
मामले के आधार पर पुलिस ने पुष्पा और उसके परिवार वालों से पूछताछ की. वहीं, पुलिस ने बच्चे को वापस लाने और उस महिला को सौंपने का निर्देश दिया. इससे पुष्पा के परिवार वाले बहुत डर गये कि समाज में उनकी प्रतिष्ठा को धक्का लगेगा. इसलिए उन्होंने आत्महत्या करने का फैसला किया. गंभीर अवस्था में उन्हें आरएल जलप्पा अस्पताल में भर्ती कराया गया.
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इस बारे में बात करते हुए एसपी डेक्का किशोर बाबू ने कहा कि एक युवती को प्यार हो गया था. उसने लड़के से शादी कर ली. बाद में उसने एक बच्चे को जन्म दिया. युवती इन सब चीजों के बारे में अपने परिवार वालों को बताना नहीं चाहती थी. एक दिन वह गांव आई और उसने पुष्पा को अपने बच्चे को रखने के लिए दे दिया. फिर जब वह वापस अपने बच्चे को लेने के लिए आईं तो पुष्पा ने इससे इन्कार कर दिया कि उसने उसे किसी बच्चे को रखने के लिए दिया था. फिर युवती ने इसकी शिकायत दर्ज कराई.