पलामू: नवरात्र के दौरान एक दर्दनाक हादसा हुआ है. सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई है. सभी पलामू के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के कचरा के रहने वाले बताए जाते हैं. यह दुर्घटना दिल्ली के यमुना एक्सप्रेसवे पर हुई है. हादसे में कचरा निवासी रामप्रीत बैठा के दो बेटे, एक बहू और पोती की मौत हुई है. पांचवां व्यक्ति गाड़ी का ड्राइवर है. गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही रामप्रीत बैठा के दामाद की मौत हुई थी.
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परिवार में मचा कोहराम: रविवार को दामाद का ब्रह्मभोज था. इसी में भाग लेने के लिए पूरा परिवार शनिवार के अहले सुबह कार से पलामू के लिए रवाना हुआ था. यमुना एक्सप्रेसवे पर अज्ञात वाहन से कार की टक्कर हो गई. इस दुर्घटना में रामप्रीत बैठा के बेटे उपेंद्र बैठा, बिजेंद्र बैठा, बिजेंद्र बैठा की पत्नी कांति देवी और पोती ज्योति कुमारी की मौत हो गई. वहीं ड्राइवर कामत बैठा की भी मौत हो गई है. जबकि तीन अन्य बच्चे गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं, जिनका इलाज दिल्ली में चल रहा है. घटना की जानकारी मिलने के बाद कचरा स्थित पैतृक गांव में कोहराम मच गया है. परिवार एवं शुभचिंतकों की भीड़ लग गई है. पूरे गांव में मातम का माहौल है. परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है.
परिवार दिल्ली से पलामू आ रहा था: मिली जानकारी के अनुसार उपेंद्र और बिजेंद्र बैठा 1999 से ही दिल्ली में ठेकेदारी कर रहे थे. रामप्रीत बैठा ने बताया कि दोनों बेटे पेंटिंग और घर का डेकोरेशन का काम करते थे. उनके ऊपर ही पूरा परिवार निर्भर था. वे गांव में खेती किसानी करते हैं. उपेंद्र आर बिजेंद्र वर्ष में एक बार गांव में आया करते थे. कुछ दिन महीने पहले उनकी पत्नी का भी निधन हुआ था. जिसमें पूरा परिवार शामिल हुआ था. हाल में दामाद का निधन हुआ था, जिसमें अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में भाग लेने के लिए परिवार दिल्ली से पलामू आ रहा था. पूरे परिवार को गढ़वा के रंका थाना क्षेत्र के मतौली जाना था. परिवार के कुछ करीबी सदस्य दिल्ली में ही रहते हैं, जो शव को लेकर पलामू आएंगे.
विधायक करेंगे यूपी सरकार से बात: हुसैनाबाद के स्थानीय विधायक कमलेश कुमार सिंह ने बताया कि घटना दुखद है. पूरे मामले में उत्तर प्रदेश सरकार से बातचीत करेंगे और परिजनों को अधिक से अधिक मुआवजा दिलवाले की कोशिश करेंगे. झारखंड सरकार से अलग से मुआवजा दिलवाने की बात कही. उन्होंने बताया कि रामप्रीत बैठा का परिवार बेहद ही गरीब है.