हैदराबाद: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए पांचवे चरण का मतदान शनिवार 17 अप्रैल को होगा. पश्चिम बंगाल में कुल 294 सीटें हैं जिनपर 8 चरणों में मतदान होना है. अब तक पहले चार चरणों में बंगाल की 135 सीटों पर मतदान हो चुका है.
पांचवें चरण पर एक नज़र
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के 5वें चरण में 6 जिलों की 45 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा. इनमें से 24 सीटें अनारक्षित जबकि 17 सीटें अनुसूचित जाति और 4 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं.
इन 45 विधानसभा सीटों के लिए कुल 319 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. जिनमें से 281 पुरुष और 38 महिला उम्मीदवार हैं. इन 319 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला 1,13,35,344 मतदाता करेंगे. जिनमें से 57,23,766 पुरुष और 56,11,354 महिला मतदाता हैं. 5वें चरण में मतदान के लिए 15,789 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं.
इस चरण में कुल 30 दलों के 236 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जबकि 83 निर्दलीय उम्मीदवार भी इस चरण में चुनाव लड़ रहे हैं. इस चरण में 38 महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. इनमें से सबसे ज्यादा 9 महिलाएं आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रही हैं. पार्टियों की बात करें तो तृणमूल कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 7, बसपा ने 5, बीजेपी और सीपीएम ने 5-5 महिलाओं को टिकट दिया है.
पांचवें चरण के दागी उम्मीदवार
एडीआर ने इस चरण के कुल 319 उम्मीदवारों से 318 प्रत्याशियों का विश्लेषण किया है. इनमें से 79 प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक और 64 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
इस चरण में बीजेपी के 45 में से 28, तृणमूल कांग्रेस के 42 में से 18, सीपीएम के 25 में से 10 और कांग्रेस के 11 में से 2 प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.
वहीं गंभीर आपराधिक मामलों के लिहाज से भी बीजेपी में सबसे ज्यादा दागी उम्मीदवार हैं. पांचवें चरण में बीजेपी के 23, तृणमूल कांग्रेस के 16, सीपीएम के 25 में से 7 और कांग्रेस के 11 में से 1 प्रत्याशी के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
पांचवें चरण के करोड़पति उम्मीदवार
पांचवे चरण में कुल 65 करोड़पति उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. सबसे ज्यादा तृणमूल कांग्रेस ने करोड़पति उम्मीदवारों को टिकट दिया है. तृणमूल कांग्रेस के 23, बीजेपी के 18, कांग्रेस के 5, सीपीएम के 3 और एआईएफबी के 2 करोड़पति उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. वहीं अन्य दलों के 6 और 8 निर्दलीय उम्मीदवार भी करोड़पति हैं.
पांचवे चरण में 9 उम्मीदवारों की कुल संपत्ति 5 करोड़ या उससे अधिक है जबकि 2 से 5 करोड़ के बीच 17 उम्मीदवारों की संपत्ति है. इसी तरह 93 प्रत्याशियों की कुल संपत्ति 50 लाख से 2 करोड़ के बीच है जबकि 88 प्रत्याशियों की कुल संपत्ति 10 लाख से 50 लाख के बीच है और 111 उम्मीदवारों की कुल संपत्ति 10 लाख रुपये से कम है.
प्रत्याशियों की शैक्षणिक योग्यता
एडीआर ने इस चरण के कुल 319 उम्मीदवारों में से 318 का विश्लेषण किया. उस आधार पर प्रत्याशियों की शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो इस चरण में 3 प्रत्याशी सिर्फ 5वीं पास हैं, 25 प्रत्याशी 8वीं, 41 प्रत्याशी 10वीं और 56 प्रत्याशी 12वीं पास हैं. इस चरण में चुनाव लड़ रहे 88 प्रत्याशी ग्रेजुएट, 26 प्रत्याशी ग्रेजुएट प्रोफेशनल, 62 पोस्ट ग्रेजुएट हैं. 6 उम्मीदवार डॉक्ट्रेट और 3 उम्मीदवार डिप्लोमा होल्डर भी हैं जबकि इस चरण में 2 प्रत्याशी अशिक्षित और 6 प्रत्याशी सिर्फ शिक्षित हैं.
उम्मीदवारों की उम्र
25 से 35 साल के युवा उम्मीदवारों की बात करें तो सबसे ज्यादा 26 युवा आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं जबकि सीपीएम ने 6, बीजेपी ने 5, आरएसएमपी ने 3, तृणमूल कांग्रेस ने 2 युवा उम्मीदवारों को टिकट दिया है. अन्य दलों के भी 19 युवा उम्मीदवार चुनाव मैदान में है. कांग्रेस 5वें चरण में सिर्फ 11 सीटों पर चुनाव लड़ रही है लेकिन उसके एक भी उम्मीदवार की उम्र 25 से 35 साल के बीच नहीं है.
इस चरण में 2 उम्मीदवार 25 साल के भी हैं जो 5वें चरण के सबसे युवा उम्मीदवार हैं जबकि 75 साल के सुखबिलास बर्मा इस चरण के सबसे बुजुर्ग प्रत्याशी हैं.
कई चेहरों की साख दांव पर
5वें चरण में कई दलों के प्रमुख चेहरों की साख दांव पर है. इस चरण में सबसे ज्यादा टीएमसी के बड़े चेहरे हैं जिनकी किस्मत 17 अप्रैल को जनता ईवीएम में कैद करेगी.
गौतम देब- मौजूदा ममता सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और दाबग्राम-फुलबारी सीट से मौजूदा विधायक हैं. इसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
मदन मित्रा- पूर्व मंत्री हैं और कमरहाटी सीट से मौजूदा विधायक हैं. कमरहाटी सीट से ही टीएमसी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.
पर्णो मित्रा- बंगाली फिल्मों की अभिनेत्री पर्णो मित्रा को बीजेपी ने बारानगर से चुनाव मैदान में उतारा है. पर्णों पहली बार चुनाव लड़ रही हैं.
ब्रात्य बसु- दम दम सीट से मौजूदा विधायक है और ममता सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. इस बार भी दम दम सीट से ही ताल ठोक रहे हैं.
सुजित बोस-ममता सरकार के मंत्री हैं और बिधाननगर सीट से टीएमसी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.
अदिति मुंशी- लोक गायक अदिति मुंशी पहली बार चुनाव मैदान में हैं और राजरहाट गोपालपुर सीट से टीएमसी की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं.
चिरंजीत चक्रवर्ती- बंगाली फिल्मों के अभिनेता हैं और मौजूदा विधायक भी हैं. टीएमसी की टिकट पर बारासात सीट से ही चुनाव मैदान में हैं.