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आंदोलन के 100 दिन पूरे, किसान नए कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग पर अडिग

नाकाबंदी करेंगे किसान
नाकाबंदी करेंगे किसान
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Published : Mar 6, 2021, 6:42 AM IST

Updated : Mar 6, 2021, 9:12 PM IST

21:11 March 06

आंदोलन के 100 दिन पूरे, किसान नए कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग पर अडिग

नई दिल्ली : आंदोलन के 100 दिन पूरे होने के बीच किसान नेताओं ने शनिवार को कहा कि प्रदर्शनकारी संगठन तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लिये जाने की अपनी मांग पर अडिग हैं. साथ ही किसान नेताओं ने कहा कि वे सरकार के साथ वार्ता को तैयार हैं, लेकिन बातचीत बिना शर्त होनी चाहिए.

इससे पहले दिन में हजारों किसानों ने हरियाणा के कुछ स्थानों पर कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे को अवरुद्ध किया. दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने के चलते किसानों ने रास्ता जाम करके अपना विरोध दर्ज कराया.

संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य दर्शन पाल ने कहा कि किसान संगठन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की अपनी मांग पर अडिग हैं.

पाल ने पीटीआई-भाषा से कहा, हमारे आंदोलन की शुरुआत से ही मांग एक समान रही है कि तीन नए कृषि कानूनों को वापस लिया जाए. हम सरकार से वार्ता बहाली के लिए तैयार हैं. हालांकि, ऐसा बिना किसी पूर्व शर्त के होना चाहिए.

सरकार ने जनवरी में विवादास्पद कृषि कानूनों को एक से डेढ़ साल के लिए स्थगित करने के साथ ही किसानों की समस्याओं का उचित समाधान करने के मद्देनजर संयुक्त समिति बनाने का प्रस्ताव दिया था, जिसे किसान संगठनों ने नकार दिया था.

वरिष्ठ किसान नेता कुलवंत सिंह संधू ने कहा कि किसान संगठनों ने कभी भी केंद्र सरकार के साथ बातचीत से इंकार नहीं किया है.

साथ ही कहा कि मांगों और वार्ता को लेकर उनका रुख शुरू से ही स्पष्ट है.

संधू ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन को तेज करने के संबंध में निर्णय लेने के लिए नौ मार्च को बैठक बुलाई है.

उन्होंने दावा किया, हर दिन और अधिक लोग किसान आंदोलन में शामिल हो रहे हैं. राजधानी की चार सीमाओं पर ही 1.25 लाख से अधिक लोग मौजूद हैं.'

अन्य किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि किसान हमेशा सरकार के साथ वार्ता करने को तैयार हैं.

उन्होंने कहा, ' लोकतंत्र में किसी भी समस्या का हल बातचीत से ही निकलेगा. लेकिन, जो लोग सत्ता में हैं, उन्हें हमारे पास औपचारिक निमंत्रण भेजना चाहिए, जिस तरह पूर्व में हुई वार्ता के दौरान किया गया था. सरकार की तरफ से सशर्त बातचीत से समस्या का हल नहीं निकलेगा.'

इससे पहले, किसानों ने आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर शनिवार को हरियाणा में छह लेन वाले कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे पर कुछ स्थानों पर यातायात अवरुद्ध कर दिया.

किसानों का प्रदर्शन सुबह 11 बजे शुरू हुआ, जो अपराह्न चार बजे तक जारी रहा.

काले झंडे थामे तथा बांह पर काली पट्टी बांधे किसानों और काला दुपट्टा पहने महिला प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगें नहीं माने जाने को लेकर भाजपा नीत सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.

सोनीपत तथा झज्जर और कुछ अन्य स्थानों पर प्रदर्शनकारी अपने ट्रैक्टर ट्रॉली तथा अन्य वाहन लेकर आए और उन्हें केएमपी एक्स्प्रेसवे के कुछ हिस्सों में बीच में खड़ा कर दिया.

15:18 March 06

किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे

वीडियो

नई दिल्ली/गाजियाबाद: किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर आज किसान केएमपी एक्सप्रेसवे पर अपना विरोध करेंगे. ऐसे में दुहाई गांव के ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर पुलिस बल मौजूद है.

ये भी पढ़ें:- सैन्य कमांडरों के सम्मेलन में हिस्सा लेने केवडिया पहुंचे पीएम मोदी

ये भी पढ़ें:-10 मार्च को होगा डीडीए आवासीय योजना का ड्रा, लाइव देखने की होगी सुविधा

टोल फ्री करने की घोषणा 

तीन कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी की गारंटी को लेकर किसान दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर पर बैठे हुए हैं. जिनको आज यानी 6 मार्च को 100 दिन पूरे हो रहे हैं. ऐसे में संयुक्त किसान मोर्चा ने आज केएमपी एक्सप्रेसवों पर अपना विरोध जताते हुए टोल फ्री करने की घोषणा की है. टोल फ्री के मद्देनजर जनपद गाजियाबाद के दुहाई गांव में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर पुलिस बल मौजूद किया गया है.


ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे 
किसानों ने 6 मार्च को केएमपी एक्सप्रेसवे को सुबह 11:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक बंद करते हुए टोल फ्री करने की घोषणा की है. ऐसे में 11 बज चुके हैं. पुलिस अपनी व्यवस्था को दुरुस्त करते हुए मौके पर मौजूद है. लेकिन अभी तक कोई भी किसान ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर नहीं पहुंचा है.

मौके पर पुलिस बल मौजूद
मौके पर मोदीनगर क्षेत्राधिकारी सुनील कुमार सिंह मुरादनगर और मोदीनगर थानाध्यक्ष सहित तमाम पुलिस बल मौजूद है. ईटीवी भारत जब सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस अधिकारियों से बातचीत करनी चाही तो उनका कहना है कि फिलहाल वह अभी कुछ नहीं कह सकते. आला अधिकारी इस मामले पर बयान देंगे.

13:37 March 06

किसानों ने वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे ब्लॉक किया

वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे
वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे

किसानों ने पलवल में वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को ब्लॉक कर दिया. 

11:29 March 06

किसानों ने कुंडली में जाम किया एक्सप्रेसवे

किसानों ने कुंडली में जाम किया एक्सप्रेसवे
किसानों ने कुंडली में जाम किया एक्सप्रेसवे

कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कुंडली में एक्सप्रेसवे जाम किया. किसानों ने सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे को जाम करने की घोषणा की है. 

10:06 March 06

किसान सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक रास्ता जाम करेंगे

किसानों ने एलान किया है कि एंबुलेंस, फायर बिग्रेड, सेना, पुलिस, स्कूल के वाहन नहीं रोकेंगे. 

06:23 March 06

किसान आंदोलन

केएमपी एक्सप्रेसवे पर जुटेंगे किसान
केएमपी एक्सप्रेसवे पर जुटेंगे किसान

नई दिल्ली : किसान आंदोलन का आज 100वां दिन है. शनिवार को दिल्ली व दिल्ली की सीमाओं के विभिन्न विरोध स्थलों को जोड़ने वाले केएमपी एक्सप्रेसवे पर 5 घंटे की नाकाबंदी करने का किसानों ने आह्वान किया है. 

कुंडली की ओर जाने वाले डासना टोल पर किसानों ने अपना विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. हालांकि किसानों के आने से पहले पुलिस की तरफ से इस टोल को एहतियातन बंद किया गया था. वहीं, दूसरी ओर राहगीरों को किसी तरह की कोई समस्या न हो इसके लिए पुलिस ने रूट को डायवर्ट कर दिया है. 

21:11 March 06

आंदोलन के 100 दिन पूरे, किसान नए कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग पर अडिग

नई दिल्ली : आंदोलन के 100 दिन पूरे होने के बीच किसान नेताओं ने शनिवार को कहा कि प्रदर्शनकारी संगठन तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लिये जाने की अपनी मांग पर अडिग हैं. साथ ही किसान नेताओं ने कहा कि वे सरकार के साथ वार्ता को तैयार हैं, लेकिन बातचीत बिना शर्त होनी चाहिए.

इससे पहले दिन में हजारों किसानों ने हरियाणा के कुछ स्थानों पर कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे को अवरुद्ध किया. दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने के चलते किसानों ने रास्ता जाम करके अपना विरोध दर्ज कराया.

संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य दर्शन पाल ने कहा कि किसान संगठन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की अपनी मांग पर अडिग हैं.

पाल ने पीटीआई-भाषा से कहा, हमारे आंदोलन की शुरुआत से ही मांग एक समान रही है कि तीन नए कृषि कानूनों को वापस लिया जाए. हम सरकार से वार्ता बहाली के लिए तैयार हैं. हालांकि, ऐसा बिना किसी पूर्व शर्त के होना चाहिए.

सरकार ने जनवरी में विवादास्पद कृषि कानूनों को एक से डेढ़ साल के लिए स्थगित करने के साथ ही किसानों की समस्याओं का उचित समाधान करने के मद्देनजर संयुक्त समिति बनाने का प्रस्ताव दिया था, जिसे किसान संगठनों ने नकार दिया था.

वरिष्ठ किसान नेता कुलवंत सिंह संधू ने कहा कि किसान संगठनों ने कभी भी केंद्र सरकार के साथ बातचीत से इंकार नहीं किया है.

साथ ही कहा कि मांगों और वार्ता को लेकर उनका रुख शुरू से ही स्पष्ट है.

संधू ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन को तेज करने के संबंध में निर्णय लेने के लिए नौ मार्च को बैठक बुलाई है.

उन्होंने दावा किया, हर दिन और अधिक लोग किसान आंदोलन में शामिल हो रहे हैं. राजधानी की चार सीमाओं पर ही 1.25 लाख से अधिक लोग मौजूद हैं.'

अन्य किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि किसान हमेशा सरकार के साथ वार्ता करने को तैयार हैं.

उन्होंने कहा, ' लोकतंत्र में किसी भी समस्या का हल बातचीत से ही निकलेगा. लेकिन, जो लोग सत्ता में हैं, उन्हें हमारे पास औपचारिक निमंत्रण भेजना चाहिए, जिस तरह पूर्व में हुई वार्ता के दौरान किया गया था. सरकार की तरफ से सशर्त बातचीत से समस्या का हल नहीं निकलेगा.'

इससे पहले, किसानों ने आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर शनिवार को हरियाणा में छह लेन वाले कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे पर कुछ स्थानों पर यातायात अवरुद्ध कर दिया.

किसानों का प्रदर्शन सुबह 11 बजे शुरू हुआ, जो अपराह्न चार बजे तक जारी रहा.

काले झंडे थामे तथा बांह पर काली पट्टी बांधे किसानों और काला दुपट्टा पहने महिला प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगें नहीं माने जाने को लेकर भाजपा नीत सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.

सोनीपत तथा झज्जर और कुछ अन्य स्थानों पर प्रदर्शनकारी अपने ट्रैक्टर ट्रॉली तथा अन्य वाहन लेकर आए और उन्हें केएमपी एक्स्प्रेसवे के कुछ हिस्सों में बीच में खड़ा कर दिया.

15:18 March 06

किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे

वीडियो

नई दिल्ली/गाजियाबाद: किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर आज किसान केएमपी एक्सप्रेसवे पर अपना विरोध करेंगे. ऐसे में दुहाई गांव के ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर पुलिस बल मौजूद है.

ये भी पढ़ें:- सैन्य कमांडरों के सम्मेलन में हिस्सा लेने केवडिया पहुंचे पीएम मोदी

ये भी पढ़ें:-10 मार्च को होगा डीडीए आवासीय योजना का ड्रा, लाइव देखने की होगी सुविधा

टोल फ्री करने की घोषणा 

तीन कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी की गारंटी को लेकर किसान दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर पर बैठे हुए हैं. जिनको आज यानी 6 मार्च को 100 दिन पूरे हो रहे हैं. ऐसे में संयुक्त किसान मोर्चा ने आज केएमपी एक्सप्रेसवों पर अपना विरोध जताते हुए टोल फ्री करने की घोषणा की है. टोल फ्री के मद्देनजर जनपद गाजियाबाद के दुहाई गांव में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर पुलिस बल मौजूद किया गया है.


ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे 
किसानों ने 6 मार्च को केएमपी एक्सप्रेसवे को सुबह 11:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक बंद करते हुए टोल फ्री करने की घोषणा की है. ऐसे में 11 बज चुके हैं. पुलिस अपनी व्यवस्था को दुरुस्त करते हुए मौके पर मौजूद है. लेकिन अभी तक कोई भी किसान ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर नहीं पहुंचा है.

मौके पर पुलिस बल मौजूद
मौके पर मोदीनगर क्षेत्राधिकारी सुनील कुमार सिंह मुरादनगर और मोदीनगर थानाध्यक्ष सहित तमाम पुलिस बल मौजूद है. ईटीवी भारत जब सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस अधिकारियों से बातचीत करनी चाही तो उनका कहना है कि फिलहाल वह अभी कुछ नहीं कह सकते. आला अधिकारी इस मामले पर बयान देंगे.

13:37 March 06

किसानों ने वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे ब्लॉक किया

वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे
वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे

किसानों ने पलवल में वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को ब्लॉक कर दिया. 

11:29 March 06

किसानों ने कुंडली में जाम किया एक्सप्रेसवे

किसानों ने कुंडली में जाम किया एक्सप्रेसवे
किसानों ने कुंडली में जाम किया एक्सप्रेसवे

कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कुंडली में एक्सप्रेसवे जाम किया. किसानों ने सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे को जाम करने की घोषणा की है. 

10:06 March 06

किसान सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक रास्ता जाम करेंगे

किसानों ने एलान किया है कि एंबुलेंस, फायर बिग्रेड, सेना, पुलिस, स्कूल के वाहन नहीं रोकेंगे. 

06:23 March 06

किसान आंदोलन

केएमपी एक्सप्रेसवे पर जुटेंगे किसान
केएमपी एक्सप्रेसवे पर जुटेंगे किसान

नई दिल्ली : किसान आंदोलन का आज 100वां दिन है. शनिवार को दिल्ली व दिल्ली की सीमाओं के विभिन्न विरोध स्थलों को जोड़ने वाले केएमपी एक्सप्रेसवे पर 5 घंटे की नाकाबंदी करने का किसानों ने आह्वान किया है. 

कुंडली की ओर जाने वाले डासना टोल पर किसानों ने अपना विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. हालांकि किसानों के आने से पहले पुलिस की तरफ से इस टोल को एहतियातन बंद किया गया था. वहीं, दूसरी ओर राहगीरों को किसी तरह की कोई समस्या न हो इसके लिए पुलिस ने रूट को डायवर्ट कर दिया है. 

Last Updated : Mar 6, 2021, 9:12 PM IST
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