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किसान ने की महंगे दामों में बिकने की 'माली मिर्च' की खेती, बताया फायदेमंद - केरल के इडुक्की में एक किसान

केरल के इडुक्की के कट्टप्पना के किसान जॉर्ज जोसेफ मंगुलम के पहाड़ी गांव में मिर्च की प्रजाति माली मिर्च करना शुरू किया है. इस संबंध में उन्होंने कहा कि छह महीने पहले उन्हाेंने माली मिर्च की खेती शुरू की थी, वह उनके लिए काफी फायदेमंद रही. विस्तार से पढ़ें पूरी खबर...

जॉर्ज जोसेफ
जॉर्ज जोसेफ
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Published : Apr 19, 2021, 5:52 PM IST

इडुक्की : केरल के इडुक्की जिला स्थित कट्टप्पना के किसान जॉर्ज जोसेफ, मंगुलम के पहाड़ी गांव में मिर्च की प्रजाति माली मिर्च की खेती कर रहे हैं.

इडुक्की में लोकप्रिय लैंटर्न मिर्च जिसे माली मिर्च के नाम से भी जाना जाता है. इसकी खेती का प्रयास पहले नहीं किया गया. यहां जॉर्ज अपने पहाड़ी गांव मनकुलम अंथाेनिपुरम में इस विशेष स्वाद वाली माली मिर्च की खेती कर रहे हैं. उन्हाेंने लगभग ढाई एकड़ में फैले खेत में 1800 मिर्च के पौधों लगाएं हैं.

माली मिर्च की खेती

इसे भी पढ़ें : जैविक खेती का संदेश देने दो लड़कियों ने लगाई 180 km की दौड़, दिल्ली से यमुनानगर पहुंचीं

जॉर्ज ने बताया कि छह महीने पहले उन्हाेंने माली मिर्च की खेती शुरू की थी, वह उनके लिए काफी फायदेमंद रहा. जॉर्ज ने जाेर देते हुए कहा कि इडुक्की में माली मिर्च उगाई जा सकती है.

हालांकि, इसमें लीफ कर्लिंग बीमारी की वजह से शुरू में बहुत परेशानी हुई, लेकिन इसे भी उचित और समय पर देखभाल के माध्यम से निपटा जा सकता है.

उन्हाेंने बताया कि एंथोनीपुरम में जंगली जानवराें की वजह से लगातार खतरा बना रहता है, लेकिन जॉर्ज दिन-रात अपने पौधों की देखभाल में लगे रहते हैं.

बता दें कि वर्षाें से चली आ रही इलायची और काली मिर्च की खेती से अलग हट कर कुछ करने की साेची. इसी साेच ने उन्हें माली मिर्च की खेती के लिए प्रेरित किया. वर्तमान में बाजार में यह 100 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक रहा है. जॉर्ज की माली मिर्च की खेती से प्रेरणा लेते हुए, कुछ अन्य किसानों ने भी केरल में लैंटर्न मिर्च की खेती करना शुरू कर दिया है.

इडुक्की : केरल के इडुक्की जिला स्थित कट्टप्पना के किसान जॉर्ज जोसेफ, मंगुलम के पहाड़ी गांव में मिर्च की प्रजाति माली मिर्च की खेती कर रहे हैं.

इडुक्की में लोकप्रिय लैंटर्न मिर्च जिसे माली मिर्च के नाम से भी जाना जाता है. इसकी खेती का प्रयास पहले नहीं किया गया. यहां जॉर्ज अपने पहाड़ी गांव मनकुलम अंथाेनिपुरम में इस विशेष स्वाद वाली माली मिर्च की खेती कर रहे हैं. उन्हाेंने लगभग ढाई एकड़ में फैले खेत में 1800 मिर्च के पौधों लगाएं हैं.

माली मिर्च की खेती

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जॉर्ज ने बताया कि छह महीने पहले उन्हाेंने माली मिर्च की खेती शुरू की थी, वह उनके लिए काफी फायदेमंद रहा. जॉर्ज ने जाेर देते हुए कहा कि इडुक्की में माली मिर्च उगाई जा सकती है.

हालांकि, इसमें लीफ कर्लिंग बीमारी की वजह से शुरू में बहुत परेशानी हुई, लेकिन इसे भी उचित और समय पर देखभाल के माध्यम से निपटा जा सकता है.

उन्हाेंने बताया कि एंथोनीपुरम में जंगली जानवराें की वजह से लगातार खतरा बना रहता है, लेकिन जॉर्ज दिन-रात अपने पौधों की देखभाल में लगे रहते हैं.

बता दें कि वर्षाें से चली आ रही इलायची और काली मिर्च की खेती से अलग हट कर कुछ करने की साेची. इसी साेच ने उन्हें माली मिर्च की खेती के लिए प्रेरित किया. वर्तमान में बाजार में यह 100 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक रहा है. जॉर्ज की माली मिर्च की खेती से प्रेरणा लेते हुए, कुछ अन्य किसानों ने भी केरल में लैंटर्न मिर्च की खेती करना शुरू कर दिया है.

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