चूरू. बीमा क्लेम व क्रॉप कटिंग सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर (Farmer Protest in Taranagar) अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले तारानगर में पिछले 99 दिन से धरना दे रहे किसान बुधवार को महापड़ाव में भड़क गए. उग्र हुए किसानों की पुलिस और RAC के जवानों से झड़प हो गई और किसानों ने टेंट उखाड़ दिए. उसके बाद बीकानेर-दिल्ली हाईवे जाम कर दिया.
दरअसल, महापड़ाव के तहत बुधवार को किसानों की एक कृषि उपज मंडी में विशाल जनसभा थी. किसानों की प्रशासन के साथ मांगों को लेकर वार्ता भी हुई. वार्ता विफल हो जाने के बाद किसानों ने बुधवार शाम नारे लगाते हुए (Farmer Police Clash in Rajasthan) जुलूस के रूप में कृषि उपज मंडी से रवाना होकर एसडीएम कार्यालय के मुख्य दरवाजे के आगे पहुंचे. किसानों ने एसडीएम कार्यालय में जबरन घुसने का प्रयास किया, लेकिन दरवाजे पर तैनात पुलिस व आरएसी के जवानों ने किसानों को एसडीएम कार्यालय के बाहर मुख्य दरवाजे के आगे ही रोक लिया.
किसानों ने एसडीएम कार्यालय में घुसने की जोर-आजमाइश की, लेकिन पुलिस बल के रोकने के कारण वे एसडीएम कार्यालय में घुसने में सफल नहीं हो सके. पुलिस की ओर से एसडीएम कार्यालय में नहीं घुसने देने पर आक्रोशित किसानों ने एसडीएम कार्यालय के दरवाजे के आगे लगे पुलिस बैरिकेड व तंबू को उखाड़ दिया. जिसके बाद किसानों व पुलिस के बीच जबरदस्त झड़प हो गई. किसानों ने एसडीएम कार्यालय के आगे दिल्ली-बीकानेर हाईवे को जाम (Bikaner Delhi Highway Blocked in Churu) कर धरना शुरू कर दिया.
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किसान सभा के एडवोकेट निर्मल प्रजापत ने बताया कि जब तक सरकार किसानों को क्रॉप कटिंग रिपोर्ट नहीं देगी, तब तक उनका एसडीएम कार्यालय के आगे महापड़ाव जारी रहेगा. किसानों की 'घेरा डालो डेरा डालो' आंदोलन की चेतावनी के चलते प्रशासन ने बुधवार दोपहर बाद कस्बे के सभी सरकारी कार्यालयों को बंद करवा दिया, ताकि किसान सरकारी कार्यालय में घुसकर उन पर कब्जा न कर सकें.