लखीमपुर खीरी: किसान नेता राकेश टिकैत ने शुक्रवार को लखीमपुर पहुंचकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि यह आंदोलन का ही असर है कि सभी राजनीतिक दल और नेता किसानों का नाम ले रहे हैं. यह एक अच्छी शुरुआत है. उन्होंने कहा कि चुनाव में हम किसी के साथ नहीं हैं, कोई हमारे भरोसे न रहे. उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में कहा कि किसे जिताना है या किसे हराना ये किसानों को 13 महीनों की ट्रेनिंग में बता दिया गया है. सबको पता है क्या करना है, हम किसी दल के न खिलाफ हैं न विरोध में, किसान समझदार है.
इस दौरान उन्होंने लखीमपुर कांड पर बोलते हुए कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अजय मिश्र टेनी अभी गिरफ्तार नहीं हुए, उनको जेल में होना चाहिए. वो अभी मंत्री पद से बर्खास्त नहीं हुए. हो सकता है इलेक्शन के बाद उन्हें बर्खास्त किया जाए. बता दें, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत शुक्रवार को राजस्थान से लौटकर लखीमपुर पहुंचे. इस दौरान भाकियू जिलाध्यक्ष दिलबाग सिंह समेत सैकड़ों किसानों ने उनका स्वागत किया. इसके बाद टिकैत हाथीपुर गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा पहुंचे. वहां गुरुद्वारा में उन्होंने मत्था टेका. इसके बाद टिकैत सीधे कलक्ट्रेट पहुंचे. वहां बंद कमरे में उन्होंने डीएम महेंद्र बहादुर सिंह व एसपी संजीव सुमन के साथ करीब आधा घंटे वार्ता की.
राकेश टिकैत मीडिया से मुखातिब हुए. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि तिकुनिया कांड के बाद वह लखीमपुर आए हैं. वो इस कांड में मारे गए किसानों के परिजनों और क्रॉस केस में जेल भेजे गए किसानों के परिजनों से भी मिलेंगे. टिकैत ने कहा कि वह किसी राजनीतिक दल के साथ नहीं हैं. आधी रेट पर फसल बेचने वाला किसान अपना हिसाब खुद करेगा. टिकैत ने कहा कि दिल्ली में 13 महीने तक आंदोलन चलाकर किसानों ने ट्रेनिंग ली है. वो अपना चुनाव खुद तय करेंगे. टिकैत ने कहा कि उनके पास किसी दल का कोई संदेशा नहीं है और न ही कोई हमारे भरोसे रहे.
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इसके साथ ही राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन खत्म करते वक्त भारत सरकार ने एमएसपी पर कमेटी बनाने व केस वापस लेने के वादे किए थे, जो अब तक पूरे नहीं हुए. इसके खिलाफ 31 जनवरी को देश भर में आंदोलन होगा. टिकैत ने कहा कि तिकुनिया कांड में अब भी केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी की न तो गिरफ्तारी हुई है और न ही उनको बर्खास्त किया गया है. सरकार को उन्हें हटाना ही पड़ेगा, चाहे आज हटा लें या चुनाव बाद.