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Fake PMO Officer Case: सोशल मीडिया पर किसने किया महाठग किरण पटेल का पर्दाफाश, ईटीवी ने की खास बातचीत

जम्मू-कश्मीर में पीएमओ अधिकारी बनकर संवेदनशील इलाकों में घूमने वाले महाठग किरण पटेल के क्राइम प्रोफाइल के बारे में और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. सोशल मीडिया पर इस महाठग की पहचान उजागर करने वाले व्यक्ति से ईटीवी इंडिया ने खास बातचीत की है.

Mahathug Kiran Patel
महाठग किरण पटेल
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Published : Mar 19, 2023, 10:53 PM IST

अहमदाबाद: जम्मू-कश्मीर में पीएमओ ऑफिसर बनकर जेड प्लस सुरक्षा, फाइव स्टार होटलों में ठहरने और बुलेट प्रूफ कार जैसी उन्नत सुविधाएं इस्तेमाल करने वाले महाठग किरण पटेल की एक के बाद एक पोल खुल रही है. गौरतलब है कि अब जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी किरण पटेल के परिवार, दोस्तों और उनके करीबी लोगों से पूछताछ के लिए अहमदाबाद शहर में कैंप लगाया है. सोशल मीडिया पर लंबे समय से किरण पटेल की पोल खोल रहे युवक से ईटीवी भारत ने बातचीत की है.

किरण पटेल का आपराधिक ब्योरा: साल 2021 में महाठग किरण पटेल वडताल स्वामीनारायण पंथ में शामिल हुआ था. ऐसा कहकर उसने लाखों रुपए ठग लिए थे. जिसमें दो सेवानिवृत्त डीवाईएसपी, एक पीआई, दो पीएसआई समेत पांच लोगों से किरण पटेल ने लाखों रुपये की ठगी की है. घटना के एक साल पहले अहमदाबाद के नरोदा पुलिस स्टेशन में किरण पटेल और उनके भाई मनीष पटेल के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की गई थी.

इस शिकायत बताया गया है कि दोस्ती कर रिटायर्ड डीवाईएसपी के करीबी लोगों से ठगी की गई. आरोपी ने कहा था कि सेवानिवृत्त डीवाईएसपी एन. के परमार अपने करीबी दोस्तों के साथ वडताल स्वामीनारायण मंदिर में साधु संतों को गाड़ी दी जाएगी. जिसके अनुसार 30 हजार रुपये प्रति माह संप्रदाय की ओर से खर्च के रूप में दिए जाएंगे. ऐसी लालच भरी बातें कर आरोपी ने ठगी को अंजाम दिया.

किरण पटेल ने ऑर्गनाइज 2021 में वडोदरा में गरबा भी किया था. हालांकि उस वक्त खुद किरण पटेल ने यह बात कही थी. वह पीएम कार्यालय में सोशल मीडिया का प्रभारी था और सोशल मीडिया पर अलग-अलग नेताओं के साथ फोटो डालकर लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाता था. महाठग किरण पटेल ने साल 2021 और उससे पहले भी प्रदेश के कई किसानों को अपनी ठगी का शिकार बनाया था.

महाठग किरण पटेल ने भाजपा के वरिष्ठ नेता संजय जोशी समेत कई वरिष्ठ नेताओं के साथ अपनी तस्वीरें खींची और इन तस्वीरों के आधार पर किसानों से ठगी भी की है. किरण पटेल ने अपने परिवार की मदद से किसानों से पैसा वसूलना शुरू कर दिया. जिसमें उन्होंने लोगों को नेताओं के साथ अपनी फोटो दिखाई और पहले उन्हें विश्वास में लिया और अहमदाबाद के सीजी रोड पर मोदी फिड कॉन्सेप्ट प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी खड़ी कर दी.

फर्जी कंपनी सीईओ बताकर किसानों को अच्छा रिटर्न का झांसा दिया. जिसके बाद किरण पटेल के बड़े भाई मनीष पटेल ने दावा किया कि आनंद के बोरसद में तंबाकू खरीदने का बड़ा लेन-देन हुआ था. किसानों को तंबाकू में निवेश का झांसा देकर 1.25 करोड़ की ठगी की. दोनों भाइयों ने अपने रिटायर्ड बैंक मैनेजर चाचा विठ्ठल पटेल की भी मदद ली. उनके चाचा ने लोगों में निवेश करने के लिए अपनी पहचान का इस्तेमाल किया.

पुलिस अधिकारियों के नाम पर ठगे गए किसानों को किरण पटेल ने धमकाया और पैसे की मांग की. बैद तालुका के रानोदरा और राणेजी गांव के किसानों ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी. उस समय किरण पटेल को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. किरण पटेल खुद दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय में काम करता है. यह कहते हुए उसने पोस्ट किया कि अगर आपको गुजरात में अस्पताल और किसी अन्य काम में मदद चाहिए तो उससे संपर्क करें.

ठीक उसी तरह थगई को भी हैक कर लिया गया था. डॉक्टर सूर्यकांत पटेल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा कि किरण पटेल जेल भी काट चुका है और अस्पताल के नाम पर धोखाधड़ी करने की कोशिश कर रहा है. इसलिए सूर्यकांत पटेल ने भी लोगों से अपील की कि वे उसके झांसे में न आएं. किरण पटेल की पत्नी मालिनी पटेल के खाते में डॉ सूर्यकांत पटेल द्वारा जमा किए गए पैसे और बाउंस होने वाले चेक का प्रमाण था. उन्होंने सोशल मीडिया पर इस बारे में पोस्ट भी किया और उनसे किरण पटेल ने पांच लाख रुपये ठग लिए.

ट्विटर पर KEETILIWADO नाम से अकाउंट रखने वाले धवल रावल ने कहा कि किरण पटेल से उनका परिचय कुछ समय पहले हुआ था, जब वे कार बेचने के व्यवसाय में थे. किरण पटेल ने धवल रावल से अलग-अलग लोगों के बारे में जानकारी मांगी, जो उन्होंने नहीं दी और कुछ समय बाद वे उन्हें जानने लगे कि किरण पटेल एक ठग है.

लिहाजा उन्होंने सोशल मीडिया पर उसकी पोल खोलनी शुरू कर दी और जिसके चलते किरण पटेल उन्हें बार-बार धमकी देता था. एक बार वह उसके घर गया और उसके खिलाफ सोशल मीडिया पर कुछ भी पोस्ट न करने की धमकी दी. किरण पटेल ने कई बार जम्मू-कश्मीर जाकर खुद को पीएमओ में एडिशनल डायरेक्टर के तौर पर पेश किया, जेड प्लस सुरक्षा वाले फाइव स्टार होटल में रहा, बुलेटप्रूफ गाड़ियों में सफर किया और तरह-तरह की बैठकें भी कीं.

पढ़ें: Fake PMO Officer : पीएमओ के 'फर्जी अफसर' की कई नेताओं के साथ हैं फोटो, पत्नी बोली-फंसाया गया

महाठग किरण पटेल ने अहमदाबाद के मणिनगर में आकांक्षा क्रिएशंस नामक दुकान से विजिटिंग कार्ड भी बनवाए. खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट के बाद, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने किरण पटेल की जांच की और उसे एक फर्जी अधिकारी पाया और उसे गिरफ्तार कर लिया. कुछ समय बाद ये सारे मामले सामने आए हैं. किरण पटेल ने जहां अपने वीवीआईपी कश्मीर दौरे की तस्वीरें और वीडियो भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किए थे, वहीं इस पूरे मामले को लेकर विभिन्न एजेंसियों द्वारा जांच शुरू कर दी गई है.

अहमदाबाद: जम्मू-कश्मीर में पीएमओ ऑफिसर बनकर जेड प्लस सुरक्षा, फाइव स्टार होटलों में ठहरने और बुलेट प्रूफ कार जैसी उन्नत सुविधाएं इस्तेमाल करने वाले महाठग किरण पटेल की एक के बाद एक पोल खुल रही है. गौरतलब है कि अब जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी किरण पटेल के परिवार, दोस्तों और उनके करीबी लोगों से पूछताछ के लिए अहमदाबाद शहर में कैंप लगाया है. सोशल मीडिया पर लंबे समय से किरण पटेल की पोल खोल रहे युवक से ईटीवी भारत ने बातचीत की है.

किरण पटेल का आपराधिक ब्योरा: साल 2021 में महाठग किरण पटेल वडताल स्वामीनारायण पंथ में शामिल हुआ था. ऐसा कहकर उसने लाखों रुपए ठग लिए थे. जिसमें दो सेवानिवृत्त डीवाईएसपी, एक पीआई, दो पीएसआई समेत पांच लोगों से किरण पटेल ने लाखों रुपये की ठगी की है. घटना के एक साल पहले अहमदाबाद के नरोदा पुलिस स्टेशन में किरण पटेल और उनके भाई मनीष पटेल के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की गई थी.

इस शिकायत बताया गया है कि दोस्ती कर रिटायर्ड डीवाईएसपी के करीबी लोगों से ठगी की गई. आरोपी ने कहा था कि सेवानिवृत्त डीवाईएसपी एन. के परमार अपने करीबी दोस्तों के साथ वडताल स्वामीनारायण मंदिर में साधु संतों को गाड़ी दी जाएगी. जिसके अनुसार 30 हजार रुपये प्रति माह संप्रदाय की ओर से खर्च के रूप में दिए जाएंगे. ऐसी लालच भरी बातें कर आरोपी ने ठगी को अंजाम दिया.

किरण पटेल ने ऑर्गनाइज 2021 में वडोदरा में गरबा भी किया था. हालांकि उस वक्त खुद किरण पटेल ने यह बात कही थी. वह पीएम कार्यालय में सोशल मीडिया का प्रभारी था और सोशल मीडिया पर अलग-अलग नेताओं के साथ फोटो डालकर लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाता था. महाठग किरण पटेल ने साल 2021 और उससे पहले भी प्रदेश के कई किसानों को अपनी ठगी का शिकार बनाया था.

महाठग किरण पटेल ने भाजपा के वरिष्ठ नेता संजय जोशी समेत कई वरिष्ठ नेताओं के साथ अपनी तस्वीरें खींची और इन तस्वीरों के आधार पर किसानों से ठगी भी की है. किरण पटेल ने अपने परिवार की मदद से किसानों से पैसा वसूलना शुरू कर दिया. जिसमें उन्होंने लोगों को नेताओं के साथ अपनी फोटो दिखाई और पहले उन्हें विश्वास में लिया और अहमदाबाद के सीजी रोड पर मोदी फिड कॉन्सेप्ट प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी खड़ी कर दी.

फर्जी कंपनी सीईओ बताकर किसानों को अच्छा रिटर्न का झांसा दिया. जिसके बाद किरण पटेल के बड़े भाई मनीष पटेल ने दावा किया कि आनंद के बोरसद में तंबाकू खरीदने का बड़ा लेन-देन हुआ था. किसानों को तंबाकू में निवेश का झांसा देकर 1.25 करोड़ की ठगी की. दोनों भाइयों ने अपने रिटायर्ड बैंक मैनेजर चाचा विठ्ठल पटेल की भी मदद ली. उनके चाचा ने लोगों में निवेश करने के लिए अपनी पहचान का इस्तेमाल किया.

पुलिस अधिकारियों के नाम पर ठगे गए किसानों को किरण पटेल ने धमकाया और पैसे की मांग की. बैद तालुका के रानोदरा और राणेजी गांव के किसानों ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी. उस समय किरण पटेल को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. किरण पटेल खुद दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय में काम करता है. यह कहते हुए उसने पोस्ट किया कि अगर आपको गुजरात में अस्पताल और किसी अन्य काम में मदद चाहिए तो उससे संपर्क करें.

ठीक उसी तरह थगई को भी हैक कर लिया गया था. डॉक्टर सूर्यकांत पटेल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा कि किरण पटेल जेल भी काट चुका है और अस्पताल के नाम पर धोखाधड़ी करने की कोशिश कर रहा है. इसलिए सूर्यकांत पटेल ने भी लोगों से अपील की कि वे उसके झांसे में न आएं. किरण पटेल की पत्नी मालिनी पटेल के खाते में डॉ सूर्यकांत पटेल द्वारा जमा किए गए पैसे और बाउंस होने वाले चेक का प्रमाण था. उन्होंने सोशल मीडिया पर इस बारे में पोस्ट भी किया और उनसे किरण पटेल ने पांच लाख रुपये ठग लिए.

ट्विटर पर KEETILIWADO नाम से अकाउंट रखने वाले धवल रावल ने कहा कि किरण पटेल से उनका परिचय कुछ समय पहले हुआ था, जब वे कार बेचने के व्यवसाय में थे. किरण पटेल ने धवल रावल से अलग-अलग लोगों के बारे में जानकारी मांगी, जो उन्होंने नहीं दी और कुछ समय बाद वे उन्हें जानने लगे कि किरण पटेल एक ठग है.

लिहाजा उन्होंने सोशल मीडिया पर उसकी पोल खोलनी शुरू कर दी और जिसके चलते किरण पटेल उन्हें बार-बार धमकी देता था. एक बार वह उसके घर गया और उसके खिलाफ सोशल मीडिया पर कुछ भी पोस्ट न करने की धमकी दी. किरण पटेल ने कई बार जम्मू-कश्मीर जाकर खुद को पीएमओ में एडिशनल डायरेक्टर के तौर पर पेश किया, जेड प्लस सुरक्षा वाले फाइव स्टार होटल में रहा, बुलेटप्रूफ गाड़ियों में सफर किया और तरह-तरह की बैठकें भी कीं.

पढ़ें: Fake PMO Officer : पीएमओ के 'फर्जी अफसर' की कई नेताओं के साथ हैं फोटो, पत्नी बोली-फंसाया गया

महाठग किरण पटेल ने अहमदाबाद के मणिनगर में आकांक्षा क्रिएशंस नामक दुकान से विजिटिंग कार्ड भी बनवाए. खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट के बाद, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने किरण पटेल की जांच की और उसे एक फर्जी अधिकारी पाया और उसे गिरफ्तार कर लिया. कुछ समय बाद ये सारे मामले सामने आए हैं. किरण पटेल ने जहां अपने वीवीआईपी कश्मीर दौरे की तस्वीरें और वीडियो भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किए थे, वहीं इस पूरे मामले को लेकर विभिन्न एजेंसियों द्वारा जांच शुरू कर दी गई है.

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