कोलकाता : फर्जी केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) अधिकारी व वकील के आरोप में पुलिस हिरासत में सनातन रॉय चौधरी (Sanatan Roy Chowdhury) ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दो शिखर सम्मेलनों में भारत का प्रतिनिधित्व करने का दावा किया है.
पूछताछ में चौधरी ने दावा किया कि उन्होंने ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) और टोक्यो ग्लोबल बिजनेस समिट जैसे दो प्रतिष्ठित शिखर सम्मेलनों में भारत का प्रतिनिधित्व किया. पुलिस सूत्रों ने कहा कि जांच अधिकारी शुरू में चौंक गए और चौधरी के दावों के बाद शुरू में भ्रमित हो गए. हालांकि वे न तो उनकी बातों पर पूरी तरह विश्वास कर सकते थे और न ही संभावनाओं को पूरी तरह से खारिज कर सकते थे.इ सलिए उनके दावों की प्रामाणिकता की जांच के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय और केंद्रीय विदेश मंत्रालय से संपर्क कर रहे हैं.
वहीं जांच अधिकारियों के संज्ञान में आया है कि रॉय चौधरी ने 2009 का लोकसभा चुनाव दमदम सीट से लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) की तरफ से लड़ा था. जिसमें उन्हें 5,000 से थोड़ा अधिक वोट मिले थे इसलिए उनकी जमानत जब्त कर ली गई थी. पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि रॉय चौधरी का लोजपा से कितना गहरा संपर्क है.
ये भी पढ़ें - पुणे जमीन सौदे मामले में NCP नेता एकनाथ खडसे के दामाद गिरफ्तार
वहीं कस्बा फर्जी टीकाकरण शिविर से जुड़े फर्जी आईएएस अधिकारी देबंजन देब की गिरफ्तारी के बाद तृणमूल कांग्रेस के नेता विवादों के घेरे में थे, क्योंकि देब की कई शीर्ष सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं के साथ तस्वीरें और वीडियो सामने आए थे. अब रॉय चौधरी की गिरफ्तारी के बाद से बीजेपी शर्मनाक स्थिति में है.पुलिस ने आरोपी के पास से भाजपा की दिल्ली इकाई का एक लेटर पैड भी जब्त किया है.
इसके अलावा रुद्रनील घोष और अन्य भाजपा नेताओं के साथ उनकी कई तस्वीरें भी बरामद की गईं.संयोग से, घोष पिछले राज्य विधानसभा चुनाव में भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार थे. देब और रॉय चौधरी के बीच आम बात यह है कि दोनों ही नीली बत्ती लगे वाहनों का प्रयोग लोगों को चकमा देने के लिए करते थे. इसके अलावा रॉय चौधरी के वाहन पर सीबीआई का स्टीकर लगा था. हाल ही में, एक नकली राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के सदस्य को भी गिरफ्तार किया गया था, जो नीली बत्ती वाली कार का उपयोग भी कर रहा था.