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पंजाब : गुटबाजी में घिरे कैप्टन, 'मैनेज' करने में जुटे रावत - हरीश रावत की पंजाब में फिर से एंट्री

पंजाब कांग्रेस में इस समय गुटबाजी काफी तेज हो गई है. कई मंत्री और विधायकों ने कैप्टन के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. इस बीच महिला आयोग ने एक मामले में चन्नी के खिलाफ फिर जांच शुरू करने के आदेश दे दिए हैं. पूरे दिन पंजाब में घटनाक्रम तेज रहा. कांग्रेस को एकजुट करने के लिए हरीश रावत की भी पंजाब में फिर एंट्री हो चुकी है.

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह
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Published : May 18, 2021, 10:54 PM IST

चंडीगढ़ : पंजाब की राजनीति में लगातार मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ उनके अपने मंत्री और विधायक बगावत कर रहे हैं. इस बीच बगावत करने वाले मंत्रियों और विधायकों के खिलाफ कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी सियासी दांव खेल दिया है.

सोमवार को पंजाब महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी ने चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ फिर जांच शुरू करने के आदेश दे दिए. चन्नी के खिलाफ एक महिला आईएएस अफसर ने गंभीर आरोप लगाए थे.

राज्य महिला आयोग ने एक हफ्ते के भीतर इस मामले में अपना स्पष्टीकरण देने को कहा है. स्पष्टीकरण ना मिलने पर धरने पर बैठने की चेतावनी भी दी गई है. जिसके बाद लगातार विधायक और मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ खड़े होते दिखाई दे रहे हैं.

हरीश रावत की पंजाब में फिर से एंट्री

विधायक परगट सिंह को कैप्टन संदीप संधू का धमकी, फिर कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के मामले की जांच और कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के खिलाफ विजिलेंस की जांच करने की खबरों के बाद से लगातार कांग्रेस कई ग्रुप में बंटती दिखाई दे रही है.

ऐसे में पंजाब मामलों के इंचार्ज हरीश रावत के हस्तक्षेप के बाद कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की आज होने वाली प्रेसवार्ता टल गई. हालांकि उनके घर पर राज्य सभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा, कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, विधायक परगट सिंह, बुधराम और सुरजीत धीमान ने बैठक की.

'ईटीवी भारत' को मिली जानकारी के मुताबिक हरीश रावत की तरफ से सभी नाराज चल रहे विधायकों और मंत्रियों को फोन कर मीडिया से दूरी बनाए रखने की अपील भी की गई.

अपनों की जांच होगी तो सीएम को विरोध का सामना करना पड़ेगा: बाजवा

चरणजीत सिंह चन्नी के निवास स्थान पर बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए राज्यसभा मेंबर प्रताप सिंह बाजवा ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधा. बाजवा ने कहा कि अपने ही कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों के खिलाफ अगर विजिलेंस की जांच शुरू की गई तो मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को विरोध का सामना करना पड़ेगा.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ऐसा कर गलत कर रहे हैं. ऐसे में पंजाब के अंदर कांग्रेस के हालात विस्फोटक हो जाएंगे. हालांकि प्रताप सिंह बाजवा ने यह भी दावा किया कि आज चरणजीत सिंह चन्नी के निवास स्थान पर 5 कैबिनेट मंत्रियों और 7 विधायकों ने बैठक की लेकिन 'ईटीवी भारत' को मिली जानकारी के मुताबिक चन्नी, सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रताप सिंह बाजवा, परगट सिंह ने ही बैठक की है. बुधराम और सुरजीत धीमान बैठक खत्म होने के बाद चंडी से मिलने पहुंचे थे.

कैप्टन को सच बोलने वाले लगते हैं दुश्मन : सिद्धू

नवजोत सिंह सिद्धू जो लगातार कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते आ रहे हैं उन्होंने विधायक परगट सिंह का एक वीडियो शेयर कर ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि पंजाब विधायक लोकसभा मेंबर जो संविधानिक तरीके से लोगों की आवाज उठा रहे हैं और सच बोल रहे हैं वह लोग मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपने दुश्मन लगते हैं. यही कारण है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने ही विधायकों को धमका रहे हैं और खुद असुरक्षित महसूस करने लगे हैं.

किसी जांच और जेल जाने से नहीं डरता: रंधावा
परगट सिंह, चरणजीत सिंह चन्नी के बाद सुखजिंदर सिंह रंधावा पर भी शिकंजा कसने की अटकलों के बीच सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मीडिया से कहा कि अगर विजिलेंस जांच करवाई जाती है तो वह खुद विजिलेंस के दफ्तर में पहुंचकर जांच करवाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि जांच और जेल जाने से नहीं डरते, हमेशा सच की आवाज उठाते रहेंगे चाहें इस लड़ाई में अकेले क्यों न रह जाएं.

प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ के बयान पर परगट ने साधी चुप्पी

कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ मुलाकात करने के बाद परगट सिंह से जब पूछा गया कि कैप्टन संदीप संधू की तरफ से कोई भी धमकी ना देने की बात प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ को कहीं गई है. इस पर चुप्पी साधे हुए परगट सिंह ने सिर्फ यही कहा कि उनको मीडिया में आने के लिए किसी भी तरीके का छल कपट करने की जरूरत नहीं है और ना ही वह किसी मीडिया के भूखे हैं लेकिन वह कभी गंदी राजनीति नहीं करते.

लोग कोरोना से और कांग्रेस कुर्सी की लड़ाई लड़ रही: भगवंत मान
आम आदमी पार्टी पंजाब के प्रधान भगवंत सिंह मान ने पूरे मामले पर चुटकी ली. मान ने ट्वीट करते हुए लिखा कि पंजाब में कोरोना वायरस महामारी से लोग लड़ रहे हैं तो कांग्रेस के विधायक और मंत्री कुर्सी के लिए लड़ रहे हैं.

पढ़ें- पंजाब : दलितों के मुद्दे पर लामबंद हो रहे विधायक, सीएम के सामने रखेंगे बात

कुल मिलकर पंजाब की राजनीति में इस समय गुटबाजी साफ नजर आ रही है. ऐसे में अब देखना होगा कि हरीश रावत बगावत करने वाले मंत्रियों और विधायकों सहित मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को मनाने में कामयाब रहते हैं या फिर कांग्रेस हाईकमान पंजाब में कोई बड़ा फेरबदल कर चल रही तकरारबाजी को खत्म करेगी.

चंडीगढ़ : पंजाब की राजनीति में लगातार मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ उनके अपने मंत्री और विधायक बगावत कर रहे हैं. इस बीच बगावत करने वाले मंत्रियों और विधायकों के खिलाफ कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी सियासी दांव खेल दिया है.

सोमवार को पंजाब महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी ने चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ फिर जांच शुरू करने के आदेश दे दिए. चन्नी के खिलाफ एक महिला आईएएस अफसर ने गंभीर आरोप लगाए थे.

राज्य महिला आयोग ने एक हफ्ते के भीतर इस मामले में अपना स्पष्टीकरण देने को कहा है. स्पष्टीकरण ना मिलने पर धरने पर बैठने की चेतावनी भी दी गई है. जिसके बाद लगातार विधायक और मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ खड़े होते दिखाई दे रहे हैं.

हरीश रावत की पंजाब में फिर से एंट्री

विधायक परगट सिंह को कैप्टन संदीप संधू का धमकी, फिर कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के मामले की जांच और कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के खिलाफ विजिलेंस की जांच करने की खबरों के बाद से लगातार कांग्रेस कई ग्रुप में बंटती दिखाई दे रही है.

ऐसे में पंजाब मामलों के इंचार्ज हरीश रावत के हस्तक्षेप के बाद कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की आज होने वाली प्रेसवार्ता टल गई. हालांकि उनके घर पर राज्य सभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा, कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, विधायक परगट सिंह, बुधराम और सुरजीत धीमान ने बैठक की.

'ईटीवी भारत' को मिली जानकारी के मुताबिक हरीश रावत की तरफ से सभी नाराज चल रहे विधायकों और मंत्रियों को फोन कर मीडिया से दूरी बनाए रखने की अपील भी की गई.

अपनों की जांच होगी तो सीएम को विरोध का सामना करना पड़ेगा: बाजवा

चरणजीत सिंह चन्नी के निवास स्थान पर बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए राज्यसभा मेंबर प्रताप सिंह बाजवा ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधा. बाजवा ने कहा कि अपने ही कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों के खिलाफ अगर विजिलेंस की जांच शुरू की गई तो मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को विरोध का सामना करना पड़ेगा.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ऐसा कर गलत कर रहे हैं. ऐसे में पंजाब के अंदर कांग्रेस के हालात विस्फोटक हो जाएंगे. हालांकि प्रताप सिंह बाजवा ने यह भी दावा किया कि आज चरणजीत सिंह चन्नी के निवास स्थान पर 5 कैबिनेट मंत्रियों और 7 विधायकों ने बैठक की लेकिन 'ईटीवी भारत' को मिली जानकारी के मुताबिक चन्नी, सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रताप सिंह बाजवा, परगट सिंह ने ही बैठक की है. बुधराम और सुरजीत धीमान बैठक खत्म होने के बाद चंडी से मिलने पहुंचे थे.

कैप्टन को सच बोलने वाले लगते हैं दुश्मन : सिद्धू

नवजोत सिंह सिद्धू जो लगातार कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते आ रहे हैं उन्होंने विधायक परगट सिंह का एक वीडियो शेयर कर ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि पंजाब विधायक लोकसभा मेंबर जो संविधानिक तरीके से लोगों की आवाज उठा रहे हैं और सच बोल रहे हैं वह लोग मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपने दुश्मन लगते हैं. यही कारण है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने ही विधायकों को धमका रहे हैं और खुद असुरक्षित महसूस करने लगे हैं.

किसी जांच और जेल जाने से नहीं डरता: रंधावा
परगट सिंह, चरणजीत सिंह चन्नी के बाद सुखजिंदर सिंह रंधावा पर भी शिकंजा कसने की अटकलों के बीच सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मीडिया से कहा कि अगर विजिलेंस जांच करवाई जाती है तो वह खुद विजिलेंस के दफ्तर में पहुंचकर जांच करवाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि जांच और जेल जाने से नहीं डरते, हमेशा सच की आवाज उठाते रहेंगे चाहें इस लड़ाई में अकेले क्यों न रह जाएं.

प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ के बयान पर परगट ने साधी चुप्पी

कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ मुलाकात करने के बाद परगट सिंह से जब पूछा गया कि कैप्टन संदीप संधू की तरफ से कोई भी धमकी ना देने की बात प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ को कहीं गई है. इस पर चुप्पी साधे हुए परगट सिंह ने सिर्फ यही कहा कि उनको मीडिया में आने के लिए किसी भी तरीके का छल कपट करने की जरूरत नहीं है और ना ही वह किसी मीडिया के भूखे हैं लेकिन वह कभी गंदी राजनीति नहीं करते.

लोग कोरोना से और कांग्रेस कुर्सी की लड़ाई लड़ रही: भगवंत मान
आम आदमी पार्टी पंजाब के प्रधान भगवंत सिंह मान ने पूरे मामले पर चुटकी ली. मान ने ट्वीट करते हुए लिखा कि पंजाब में कोरोना वायरस महामारी से लोग लड़ रहे हैं तो कांग्रेस के विधायक और मंत्री कुर्सी के लिए लड़ रहे हैं.

पढ़ें- पंजाब : दलितों के मुद्दे पर लामबंद हो रहे विधायक, सीएम के सामने रखेंगे बात

कुल मिलकर पंजाब की राजनीति में इस समय गुटबाजी साफ नजर आ रही है. ऐसे में अब देखना होगा कि हरीश रावत बगावत करने वाले मंत्रियों और विधायकों सहित मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को मनाने में कामयाब रहते हैं या फिर कांग्रेस हाईकमान पंजाब में कोई बड़ा फेरबदल कर चल रही तकरारबाजी को खत्म करेगी.

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