श्रीनगर : जम्मू कश्मीर मेंं पिछले दो हफ्तों में आई फ्लू के मामलों में अचानक वृद्धि देखी गई है. जम्मू प्रांत के सरकारी अस्पतालों की नेत्र ओपीडी में ऐसे मरीजों की भारी भीड़ है. कंजंक्टिवाइटिस के मामले आमतौर पर मानसून के मौसम में सामने आते हैं. आंखों में लालिमा, खुजली, पानी आना और कभी-कभी आंखों से स्राव इसके लक्षण होते हैं. बारिश के मौसम में यह आम बात है, लेकिन इस साल ऐसे मामलों में अचानक वृद्धि हुई है.
जम्मू स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) के नेत्र विज्ञान विभाग प्रमुख प्रोफेसर (डॉ) अशोक शर्मा ने बताया. "कुछ दिन पहले, सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, जम्मू की नेत्र ओपीडी में दैनिक आधार पर केवल एक या दो ऐसे मरीज आए थे, लेकिन पिछले एक सप्ताह में इन मरीजों की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है. अब नेत्र ओपीडी में 80 प्रतिशत मरीज आई फ्लू से पीड़ित हैं."
छत्तीसगढ़ में 'आई फ्लू' के मामले बढ़े: छत्तीसगढ़ में आई फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने स्कूल शिक्षा विभाग के सभी संयुक्त संचालकों और जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर कहा है कि जिन बच्चों में यह समस्या है उन्हें स्कूल आने से मना किया जाए. उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि राज्य में आई फ्लू के 19 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. सिंहदेव के पास स्वास्थ्य विभाग भी है.
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उन्होंने बताया, "राज्य में आई फ्लू से 19,873 व्यक्ति पीड़ित हैं. इसके लिए पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध है. आई फ्लू से पीड़ित व्यक्ति तीन से सात दिन के भीतर स्वस्थ हो जाते हैं." बच्चों में आई फ्लू के अधिक प्रकोप को लेकर उन्होंने कहा, "स्कूलों को बंद नहीं किया जाएगा, इससे पढ़ाई प्रभावित होगी. जिन बच्चों को आंख में तकलीफ है उन्हें स्कूल आने से मना किया जा रहा है." राज्य के अधिकारियों ने बताया कि लोक शिक्षण संचालनालय ने सभी संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा और जिला शिक्षा अधिकारियों को आई फ्लू तथा मौसमी बीमारी के संबंध में निर्देश जारी किया है.
(अतिरिक्त इनपुट-भाषा)