मुंबई: संपत्ति विवाद में याचिका खारिज होने के बाद 55 वर्षीय एक व्यक्ति ने शुक्रवार को बॉम्बे हाई कोर्ट के एक अदालत कक्ष के अंदर अपनी जान लेने की कोशिश की. हालांकि, अदालत कक्ष में मौजूद वकीलों ने उसे समय रहते रोक लिया. यह घटना न्यायमूर्ति पीडी नाइक के अदालत कक्ष में दोपहर एक बजे हुई.
न्यायाधीश ने व्यक्ति को वरिष्ठ नागरिक अधिनियम के तहत अपना परिसर खाली करने को कहा. इस व्यक्ति का अपनी मां के साथ संपत्ति विवाद चल रहा है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैसे ही न्यायमूर्ति नाइक ने आदेश सुनाया, व्यक्ति उनके करीब पहुंच गया और अपने पायजामे की जेब से कागज काटने वाला एक चाकू निकाला तथा अपनी कलाई काटने की कोशिश की. उसके आसपास मौजूद कुछ वकीलों, जिनमें एक सहायक सरकारी वकील भी थे, ने फुर्ती दिखाई और उसे ऐसा करने से रोक लिया.
अदालत में मौजूद पुलिस कर्मी व्यक्ति को आजाद मैदान पुलिस थाना ले गये. हालांकि न्यायमूर्ति नाइक ने पुलिस को व्यक्ति को छोड़ देने का निर्देश दिया. पुलिस अधिकारी ने बताया कि व्यक्ति का प्राथमिक उपचार किया गया तथा उसे किसी और मेडिकल सहायता की जरूरत नहीं है.
आत्महत्या की कोशिश करने वाले शख्स की पहचान पूर्व सैनिक तुषार शिंदे के रूप में की गई है. तुषार शिंदे ने संपत्ति विवाद को लेकर बुजुर्ग माता-पिता के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. लेकिन अदालत ने मामले में माता-पिता के पक्ष में फैसला सुनाया. तुषार शिंदे ने अपनी संपत्ति खो जाने की हताशा में आत्महत्या करने की कोशिश की.
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