उज्जैन। एमपी के उज्जैन में अरबों रुपए के घोटाले का मामला सामने आया है. आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (Economic Offence Wing) ने आज एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 2 अरब के घोटाले में 39 फर्जी कम्पनियों और 80 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. घोटाला करने वाले आरोपियों ने करीब 10 करोड़ रुपए का टैक्स बचाने के लिए फर्जी कंपनियों के नाम से ट्रांजेक्शन किया था. इस मामले में EOW में दो साल पहले शिकायत दर्ज की गई थी. इसके बाद शिकायतकर्ता को ही पूरे मामले में आरोपी बनाया गया था.
उज्जैन EOW निरीक्षक अनिल शुक्ला ने बताया, "साल 2019 में सीजीएसटी को अग्रवाल सोया एक्स्ट्रेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी धामनिया नीमच की तरफ से करोडों रुपए के टेक्स चोरी की सूचना मिली थी. सीजीएसटी इसकी जांच कर ही रही थी, इंदौर की कपिल ट्रेडिंग कंपनी ने EOW को उक्त कम्पनी के साथ ही 37 अन्य फर्जी तरीके से करोड़ों रुपए की हेरा फेरी की शिकायत की थी.
इसके बाद पूरे मामले की जांच की गई. इसमें पता चला कि अगरवाल सोया संचालक गोपाल सिंघल दीपक सिंघल सहित करीब 80 लोगों ने धोखाधड़ी के लिए 39 फर्जी कम्पनियां बनाई है. अग्रवाल सोया एक्सट्रेक्ट लिमिटेड कंपनी ने 2017 से 2022 के मध्य कुल 39 बोगस फर्म और उनके संचालक के साथ मिलकर कूटरचित इनवॉइस, बिल, बिल्टी तैयार किए और सोयाबीन डीओसी. का फर्जी लेन-देन बताकर गोपाल सिंघल, शालिनी सिंघल दीपक सिंघल, नवनीत गर्ग ने संचालक के रूप में फर्जी ट्रांसपोर्ट के फर्जी बिल लगाकर फर्जीवाड़ा किया. इस दौरान इंदौर स्थित नारायण फाइट कैरियर समेत अन्य फर्जी दर्जनों फर्मो के नाम के फर्जी बिल लगाए गए.
2 अरब के घोटाले का मामला: इन कम्पनियों ने खली और तेल के व्यापर के आड़ में अब तक 2 अरब रुपए का घोटाला किया है. पुख्ता जानकारी के बाद बुधवार को अग्रवाल सोया के साथ ही सभी कम्पनियों और उनके संचालको के विरुद्ध धारा 420, 467, 468, 471, 120बी के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया. शुक्ला ने बताया कि मामले में जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.
इस पूरे खेल में नाम तक के रिकॉर्ड भी नकली दर्शाए गए हैं. इस पूरे मामले में जिसने शिकायत की, वो भी आरोपी निकला. इसका नाम कपिल है. उसने किसी तरह की वैधानिक कार्रवाई के डर के चलते शिकायत की थी. जिसके बाद जांच में उसका भी झूठ भी पकड़ा गया.