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फेरीवाले ने दिल्ली के धनसेठ से ठगा 14 करोड़, EOW ने पकड़ा तो बताई ठगी की पूरी कहानी

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Published : Aug 26, 2022, 8:54 PM IST

तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में फेरी लगा कर कपड़े बेचने वाले ने दिल्ली के सबसे बड़े कपड़ा मार्केट के व्यवसायी काे 14 कराेड़ रुपए का चूना लगाया. EOW ने उसे गिरफ्तार किया ताे खुलासा किया कि कैसे ठगी की तैयारी की थी. पढ़िए एक फेरीवाले के कराेड़पति बनने की दास्तान. EOW arrested three thugs

फेरीवाले ने दिल्ली के धनसेठ से ठगा 14 करोड़
फेरीवाले ने दिल्ली के धनसेठ से ठगा 14 करोड़

नई दिल्लीः दिल्ली की आर्थिक अपराध शाखा ने कपड़ा व्यवसायी से ठगी करने के आराेप में तीन ठग को गिरफ्तार किया है (EOW arrested three thugs). बदमाशाें ने कपड़ा व्यवसायियों को झांसे में लेकर उनसे कुछ दिनों के क्रेडिट पर 14 करोड़ रुपए का स्टॉक डिलीवर करवाया था. उसके बाद कपड़ों के साथ गायब हो गया. डीसीपी रवि कुमार सिंह के अनुसार, सितंबर 2019 में ईओडब्ल्यू के पास मनोज कुमार नामक व्यवसायी ने शिकायत दर्ज कराई थी (cloth trader cheated In Gandhi Nagar market). उसने बताया कि वो गांधी नगर मार्केट में रेडिमेड कपड़ों का कारोबार करता है.

यहां रमन कुमार पिछले 18-20 सालों से कमीशन एजेंट के रूप में काम कर रहा है. शिवा कुमार (प्रोपराइटर श्री कामाची ट्रेडर), सेंथिल कुमार (प्रोपराइटर जय हनुमान ट्रेडिंग एंड कंपनी), रवि पेयाचेट्टी, वेंकटेश और रामजी कपड़ों की खरीदारी करने उसकी शॉप पर पहुंचे. उन्होंने उनसे खरीदे गए स्टॉक के भुगतान के लिए डिलीवरी के बाद 60 से 90 दिनों का समय देने का आग्रह किया. उनकी बातों पर भरोसा कर के उन्होंने कपड़ों के स्टॉक की डिलीवरी करवा दी. भुगतान के लिए श्री कामाची ट्रेडर और जय हनुमान ट्रेडिंग एंड कंपनी का पोस्ट डेटेड चेक उन्हें दिया. शुरुआत में तो उनके चेक क्लियर हुए, लेकिन बाद में उनके चेक बाउंस होने लगे.

इसके बाद वो उनके ऑफिस गए तो ऑफिस बंद था. उनके ठिकानों के बारे में परिसर के मालिक को कोई जानकारी नहीं थी. ईओडब्ल्यू पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. ईओडब्ल्यू पुलिस को इस तरह की अब तक 48 शिकायतें मिल चुकी थी, जिनमें आरोपियों ने 13 करोड़ 77 लाख की ठगी को अंजाम दिया था (14 crore fraud from textile businessman Delhi ).

मामले की जांच में जुटी ईओडब्ल्यू पुलिस ने इस मामले के दो आरोपियों रमन मुरगन और सुंदर राजन को 2020 में गिरफ्तार कर लिया था. जबकि, रवि पेयाचेट्टी, टी. वेंकटेसन और वेंकटरमन, कानूनी प्रक्रिया से बच कर लगातार फरार चल रहे थे. इनकी तलाश में जुटी ईओडब्ल्यू पुलिस को कड़कड़डूमा में होने का पता चला. एसीपी वीरेंद्र कादियान की देखरेख में इंस्पेक्टर नवीन दाहिया, एएसआई ताहर सिंह, हेड कॉन्स्टेबल कुलदीप और अन्य की टीम ने छापेमारी कर उन्हें दबोच लिया.

इसे भी पढ़ेंः दिल्ली पुलिस ने साइबर ठगी के आरोपी छात्र को धनबाद के बाघमारा से किया गिरफ्तार

पूछताछ में पुलिस को पता चला कि वेंकट रमन पिछले 20-22 सालों से दिल्ली के गांधी नगर मार्केट में कमीशन एजेंट के रूप में काम कर रहा था. उसने रवि पेयाचेट्टी, टी. वेंकटेसन और शिवा को व्यवसायियों से साउथ इंडिया के बड़े ट्रेडर के रूप में मिलवाया था. इसके लिए उन्होंने कामाची ट्रेडर और जय हनुमान ट्रेडिंग एंड कंपनी नाम से दो फर्म भी बनाए. इसके बाद उन्होंने मार्केट से लगभग 14 करोड़ रुपए के कपड़े 60 से 90 दिनों के क्रेडिट पर लिया. भुगतान के लिए उन्होंने पाेस्ट डेटेड चेक दिया, जो बाद में बाउंस हो गए. आरोपी तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में फेरी लगा कर कपड़े बेचता था. ठगी के लिए उसने वेंकटरमन से संपर्क किया और उसे कहा कि वो व्यवसायियों से उनका परिचय साउथ इंडिया के बड़े ट्रेडर के रूप में करवाये.

नई दिल्लीः दिल्ली की आर्थिक अपराध शाखा ने कपड़ा व्यवसायी से ठगी करने के आराेप में तीन ठग को गिरफ्तार किया है (EOW arrested three thugs). बदमाशाें ने कपड़ा व्यवसायियों को झांसे में लेकर उनसे कुछ दिनों के क्रेडिट पर 14 करोड़ रुपए का स्टॉक डिलीवर करवाया था. उसके बाद कपड़ों के साथ गायब हो गया. डीसीपी रवि कुमार सिंह के अनुसार, सितंबर 2019 में ईओडब्ल्यू के पास मनोज कुमार नामक व्यवसायी ने शिकायत दर्ज कराई थी (cloth trader cheated In Gandhi Nagar market). उसने बताया कि वो गांधी नगर मार्केट में रेडिमेड कपड़ों का कारोबार करता है.

यहां रमन कुमार पिछले 18-20 सालों से कमीशन एजेंट के रूप में काम कर रहा है. शिवा कुमार (प्रोपराइटर श्री कामाची ट्रेडर), सेंथिल कुमार (प्रोपराइटर जय हनुमान ट्रेडिंग एंड कंपनी), रवि पेयाचेट्टी, वेंकटेश और रामजी कपड़ों की खरीदारी करने उसकी शॉप पर पहुंचे. उन्होंने उनसे खरीदे गए स्टॉक के भुगतान के लिए डिलीवरी के बाद 60 से 90 दिनों का समय देने का आग्रह किया. उनकी बातों पर भरोसा कर के उन्होंने कपड़ों के स्टॉक की डिलीवरी करवा दी. भुगतान के लिए श्री कामाची ट्रेडर और जय हनुमान ट्रेडिंग एंड कंपनी का पोस्ट डेटेड चेक उन्हें दिया. शुरुआत में तो उनके चेक क्लियर हुए, लेकिन बाद में उनके चेक बाउंस होने लगे.

इसके बाद वो उनके ऑफिस गए तो ऑफिस बंद था. उनके ठिकानों के बारे में परिसर के मालिक को कोई जानकारी नहीं थी. ईओडब्ल्यू पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. ईओडब्ल्यू पुलिस को इस तरह की अब तक 48 शिकायतें मिल चुकी थी, जिनमें आरोपियों ने 13 करोड़ 77 लाख की ठगी को अंजाम दिया था (14 crore fraud from textile businessman Delhi ).

मामले की जांच में जुटी ईओडब्ल्यू पुलिस ने इस मामले के दो आरोपियों रमन मुरगन और सुंदर राजन को 2020 में गिरफ्तार कर लिया था. जबकि, रवि पेयाचेट्टी, टी. वेंकटेसन और वेंकटरमन, कानूनी प्रक्रिया से बच कर लगातार फरार चल रहे थे. इनकी तलाश में जुटी ईओडब्ल्यू पुलिस को कड़कड़डूमा में होने का पता चला. एसीपी वीरेंद्र कादियान की देखरेख में इंस्पेक्टर नवीन दाहिया, एएसआई ताहर सिंह, हेड कॉन्स्टेबल कुलदीप और अन्य की टीम ने छापेमारी कर उन्हें दबोच लिया.

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पूछताछ में पुलिस को पता चला कि वेंकट रमन पिछले 20-22 सालों से दिल्ली के गांधी नगर मार्केट में कमीशन एजेंट के रूप में काम कर रहा था. उसने रवि पेयाचेट्टी, टी. वेंकटेसन और शिवा को व्यवसायियों से साउथ इंडिया के बड़े ट्रेडर के रूप में मिलवाया था. इसके लिए उन्होंने कामाची ट्रेडर और जय हनुमान ट्रेडिंग एंड कंपनी नाम से दो फर्म भी बनाए. इसके बाद उन्होंने मार्केट से लगभग 14 करोड़ रुपए के कपड़े 60 से 90 दिनों के क्रेडिट पर लिया. भुगतान के लिए उन्होंने पाेस्ट डेटेड चेक दिया, जो बाद में बाउंस हो गए. आरोपी तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में फेरी लगा कर कपड़े बेचता था. ठगी के लिए उसने वेंकटरमन से संपर्क किया और उसे कहा कि वो व्यवसायियों से उनका परिचय साउथ इंडिया के बड़े ट्रेडर के रूप में करवाये.

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