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ब्राह्मणों के नाम पर प्रबुद्ध सम्मेलन, विद्वत समाज की आंख में धूल झोंकने जैसा : कलराज मिश्र - भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव-2022 को देखते हुए लगभग सभी पार्टियां ब्राह्मण मतदाताओं को रिझाने के लिए सम्मेलन कर रही है. हाल ही में बहुजन समाज पार्टी ने भी अयोध्या से इसकी शुरुआत की. अब राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र जो कि खुद यूपी के कद्दावर ब्राह्मण नेता रह चुके हैं, ने निशाना साधा है. उन्होंने क्या कहा? पढ़ें पूरी रिपोर्ट.

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Published : Aug 29, 2021, 5:45 PM IST

लखनऊ : राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने रविवार को कहा कि ब्राह्मण कोई जाति नहीं बल्कि एक विराट संस्कृति है तथा ब्राह्मणों के नाम पर स्वार्थपूर्ति के लिए प्रबुद्ध वर्ग और बुद्धिजीवी वर्ग सम्मेलन किए जा रहे हैं.

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा प्रबुद्ध वर्ग और बुद्धिजीवी वर्ग सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं. मिश्र यहां सहकारिता भवन स्थित चौधरी चरण सिंह सभागार में विद्वत समिति, उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित विद्वत समाज सम्मेलन एवं अभिनंदन समारोह में बोल रहे थे.

उन्होंने कहा कि मैं देख रहा था, इधर जो वातावरण बना है, लोगों ने जाति विशेष का सम्मेलन शुरू किया है जो प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन, बुद्धिजीवी वर्ग सम्मेलन आदि-आदि नाम से किए जा रहे हैं. मुझे लगता है कि जाति विशेष के नाम पर ये सम्मलेन स्वार्थ की पूर्ति के लिए किए जा रहे हैं.

कलराज मिश्र ने कहा कि मैं अनुभव करता हूं कि जाति विशेष को भी संकुचित करने का प्रयास किया गया है. उसके प्रति सीमित नजरिया रखने की कोशिश की गई है, क्योंकि ब्राह्मण एक जाति नहीं है, ब्राह्मण स्वयं में एक संस्कृति है. यह संस्कृति बड़ी विराट है.

राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि वैदिक काल से लेकर अब तक का समय व्यतीत हुआ है तब यह विराट संस्‍कृति बनी है. मिश्र ने कहा कि आकर्षक नाम (प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन और बुद्धिजीवी सम्मेलन) देकर स्वार्थ सिद्धि को मैं समझ रहा हूं जो विद्वत समाज की आंखों में धूल झोंकने का कार्य है. उन्होंने कहा कि क्षेत्रीयता को उभारकर जिस तरह राष्ट्रीयता को संकुचित किया जा रहा है, उसे विद्वत समाज को ठीक करना है.

भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र टेनी कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए जिसकी अध्यक्षता वरिष्‍ठ अधिवक्‍ता सुनील द्विवेदी ने की. उत्‍तर प्रदेश राज्‍य निर्माण एवं श्रम विकास सहकारी संघ के सभापति वीरेंद्र तिवारी भी इस अवसर पर मौजूद थे.

समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री पांडेय ने भी सपा-बसपा के सम्मेलनों का नाम लिए बिना कहा कि जब पांच वर्ष बीत जाते हैं तो कालचक्र में उन्हें कुछ याद आता है और शेष समय उन्हें किसी का ध्यान नहीं रहता है. उन्होंने कहा कि ब्राह्मण सदियों से प्रबुद्ध वर्ग का प्राण तत्व रहा है.

यह भी पढ़ें-राष्ट्रपति कोविंद ने रामायण कॉन्क्लेव का किया शुभारंभ, बोले- राम के बिना अयोध्या, अयोध्या नहीं

पांडेय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा राष्ट्रहित और समाज हित को प्रमुखता दी है. वहीं केंद्रीय गृह राज्य मंत्री टेनी ने कहा कि यह दुर्भाग्य था कि आजादी के बाद ऐसी सरकार आई जिसने इस देश का विकास इस देश की परंपरा और संस्कृति के अनुरूप नहीं किया. उन्होंने कहा कि भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा राष्ट्र गौरव की वापसी के लिए प्रयास किया है.

(पीटीआई-भाषा)

लखनऊ : राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने रविवार को कहा कि ब्राह्मण कोई जाति नहीं बल्कि एक विराट संस्कृति है तथा ब्राह्मणों के नाम पर स्वार्थपूर्ति के लिए प्रबुद्ध वर्ग और बुद्धिजीवी वर्ग सम्मेलन किए जा रहे हैं.

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा प्रबुद्ध वर्ग और बुद्धिजीवी वर्ग सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं. मिश्र यहां सहकारिता भवन स्थित चौधरी चरण सिंह सभागार में विद्वत समिति, उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित विद्वत समाज सम्मेलन एवं अभिनंदन समारोह में बोल रहे थे.

उन्होंने कहा कि मैं देख रहा था, इधर जो वातावरण बना है, लोगों ने जाति विशेष का सम्मेलन शुरू किया है जो प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन, बुद्धिजीवी वर्ग सम्मेलन आदि-आदि नाम से किए जा रहे हैं. मुझे लगता है कि जाति विशेष के नाम पर ये सम्मलेन स्वार्थ की पूर्ति के लिए किए जा रहे हैं.

कलराज मिश्र ने कहा कि मैं अनुभव करता हूं कि जाति विशेष को भी संकुचित करने का प्रयास किया गया है. उसके प्रति सीमित नजरिया रखने की कोशिश की गई है, क्योंकि ब्राह्मण एक जाति नहीं है, ब्राह्मण स्वयं में एक संस्कृति है. यह संस्कृति बड़ी विराट है.

राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि वैदिक काल से लेकर अब तक का समय व्यतीत हुआ है तब यह विराट संस्‍कृति बनी है. मिश्र ने कहा कि आकर्षक नाम (प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन और बुद्धिजीवी सम्मेलन) देकर स्वार्थ सिद्धि को मैं समझ रहा हूं जो विद्वत समाज की आंखों में धूल झोंकने का कार्य है. उन्होंने कहा कि क्षेत्रीयता को उभारकर जिस तरह राष्ट्रीयता को संकुचित किया जा रहा है, उसे विद्वत समाज को ठीक करना है.

भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र टेनी कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए जिसकी अध्यक्षता वरिष्‍ठ अधिवक्‍ता सुनील द्विवेदी ने की. उत्‍तर प्रदेश राज्‍य निर्माण एवं श्रम विकास सहकारी संघ के सभापति वीरेंद्र तिवारी भी इस अवसर पर मौजूद थे.

समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री पांडेय ने भी सपा-बसपा के सम्मेलनों का नाम लिए बिना कहा कि जब पांच वर्ष बीत जाते हैं तो कालचक्र में उन्हें कुछ याद आता है और शेष समय उन्हें किसी का ध्यान नहीं रहता है. उन्होंने कहा कि ब्राह्मण सदियों से प्रबुद्ध वर्ग का प्राण तत्व रहा है.

यह भी पढ़ें-राष्ट्रपति कोविंद ने रामायण कॉन्क्लेव का किया शुभारंभ, बोले- राम के बिना अयोध्या, अयोध्या नहीं

पांडेय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा राष्ट्रहित और समाज हित को प्रमुखता दी है. वहीं केंद्रीय गृह राज्य मंत्री टेनी ने कहा कि यह दुर्भाग्य था कि आजादी के बाद ऐसी सरकार आई जिसने इस देश का विकास इस देश की परंपरा और संस्कृति के अनुरूप नहीं किया. उन्होंने कहा कि भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा राष्ट्र गौरव की वापसी के लिए प्रयास किया है.

(पीटीआई-भाषा)

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