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छत्तीसगढ़ में हाथी का आतंक बढ़ा, तीन दिनों में पांच लोगों की ले ली जान

छत्तीसगढ़ में धमतरी के सिहावा में इन दिनों दल से बिछड़ा हाथी लोगों की जान का दुश्मन बन (Elephants terror in Dhamtari Sihawa) बैठा है. पिछले तीन दिनों में दो हाथियों ने पांच लोगों की जान ले ली है.

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धमतरी
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Published : Apr 11, 2022, 5:35 PM IST

धमतरी: छत्तीसगढ़ में इन दिनों हाथियों का उत्पात देखने को मिल रहा है. जंगलों में जाकर महुआ बीनने वाले ग्रामीण हाथियों के शिकार बनते जा रहे हैं. धमतरी जिले की यदि बात करें तो यहां के सिहावा में हालात अब बेकाबू होते जा रहे(Elephants terror in Dhamtari Sihawa) हैं. रोजाना हाथी किसी ना किसी ग्रामीण की जान ले रहे हैं. बीते तीन दिनों की बात करें तो अब तक हाथियों के पैरों तले पांच ग्रामीण रौंदे जा चुके हैं. बावजूद इसके वन विभाग कुंभकर्णी नींद सोया हुआ है.

हाथी ने बच्ची और महिला की ली जान: सिहावा नगरी में हाथियों का आतंक बदस्तूर जारी है. सोमवार सुबह हाथी ने महिला और 12 साल की बच्ची की जान ले ली. बच्ची का नाम सिमरन था जो अपने पिता के साथ जंगल में महुआ बीनने गई थी. तभी नगरी रेंज के तुमबाहरा के पास दल से बिछड़े हाथी ने हमला किया. पिता ने किसी तरह अपनी जान बचाई लेकिन हाथी ने बच्ची को घेर लिया. जब पिता हाथी से अपनी बच्ची को बचा पाते तब वो बच्ची को पटककर उसकी जान ले चुका था. वहीं एक और घटना चारगांव के जंगल में घटी. यहां हाथी ने महिला को पैरों तले कुचलकर उसकी जान ले ली.

तीन दिन में पांच मौतें: नगरी-सिहावा की धरती इन दिनों हाथियों के कहर से कांप (Elephants took five lives in dhamtari Sihawa ) उठी है..इस घटना से पहले उदंती सीतानदी रिजर्व फॉरेस्ट (Udanti Sitanadi Reserve Forest) के बिरनासिल्ली के जंगल में दल से बिछड़े एक हाथी ने रात को शौच के लिए गई महिला को कुचल दिया था. महिला को कुचलने से पहले इसी हाथी ने दो ग्रामीणों को उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के कक्ष क्रमांक 348 में एक महिला और एक पुरुष को हाथी ने कुचल कर मार डाला. ये हाथी अपने दल से बिछुड़ चुका है. फिलहाल अकेला ही घूम रहा है.

यह भी पढ़ें- हाथी का नहीं रहा कोई 'साथी', करोड़ों की जायदाद पर दाने-दाने को मोहताज

कहां से आया हाथी दल: बताया जा रहा है कि ओडिशा से हाथियों का दल आया है. इस दल में 30 हाथी है. इसमें 2 हाथी अलग हो गए है. झुंड से अलग हुए हाथी आतंक मचा रहे हैं. अब तक पांच लोगों की जान हाथी के कुचलने से जा चुकी हैं. वहीं वन विभाग के अधिकारियों की माने तो हाथी को लेकर वो लोगों को लगातार अलर्ट करते करते (Sihawa Nagari Forest Park Dhamtari )हैं. मॉनिटरिंग करके वन विभाग हाथियों पर निगाह बनाये रखता है. फिर भी इलाके में गहराज के हमले में तीन दिन के अंदर एक के बाद एक मौत ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है. इस मामले में एसडीओ हरीश पांडे ने बताया कि घटना नगरी रेंज के चार गाँव जंगल की है …महिला संबलपुर की रहने वाली थी.

धमतरी: छत्तीसगढ़ में इन दिनों हाथियों का उत्पात देखने को मिल रहा है. जंगलों में जाकर महुआ बीनने वाले ग्रामीण हाथियों के शिकार बनते जा रहे हैं. धमतरी जिले की यदि बात करें तो यहां के सिहावा में हालात अब बेकाबू होते जा रहे(Elephants terror in Dhamtari Sihawa) हैं. रोजाना हाथी किसी ना किसी ग्रामीण की जान ले रहे हैं. बीते तीन दिनों की बात करें तो अब तक हाथियों के पैरों तले पांच ग्रामीण रौंदे जा चुके हैं. बावजूद इसके वन विभाग कुंभकर्णी नींद सोया हुआ है.

हाथी ने बच्ची और महिला की ली जान: सिहावा नगरी में हाथियों का आतंक बदस्तूर जारी है. सोमवार सुबह हाथी ने महिला और 12 साल की बच्ची की जान ले ली. बच्ची का नाम सिमरन था जो अपने पिता के साथ जंगल में महुआ बीनने गई थी. तभी नगरी रेंज के तुमबाहरा के पास दल से बिछड़े हाथी ने हमला किया. पिता ने किसी तरह अपनी जान बचाई लेकिन हाथी ने बच्ची को घेर लिया. जब पिता हाथी से अपनी बच्ची को बचा पाते तब वो बच्ची को पटककर उसकी जान ले चुका था. वहीं एक और घटना चारगांव के जंगल में घटी. यहां हाथी ने महिला को पैरों तले कुचलकर उसकी जान ले ली.

तीन दिन में पांच मौतें: नगरी-सिहावा की धरती इन दिनों हाथियों के कहर से कांप (Elephants took five lives in dhamtari Sihawa ) उठी है..इस घटना से पहले उदंती सीतानदी रिजर्व फॉरेस्ट (Udanti Sitanadi Reserve Forest) के बिरनासिल्ली के जंगल में दल से बिछड़े एक हाथी ने रात को शौच के लिए गई महिला को कुचल दिया था. महिला को कुचलने से पहले इसी हाथी ने दो ग्रामीणों को उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के कक्ष क्रमांक 348 में एक महिला और एक पुरुष को हाथी ने कुचल कर मार डाला. ये हाथी अपने दल से बिछुड़ चुका है. फिलहाल अकेला ही घूम रहा है.

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कहां से आया हाथी दल: बताया जा रहा है कि ओडिशा से हाथियों का दल आया है. इस दल में 30 हाथी है. इसमें 2 हाथी अलग हो गए है. झुंड से अलग हुए हाथी आतंक मचा रहे हैं. अब तक पांच लोगों की जान हाथी के कुचलने से जा चुकी हैं. वहीं वन विभाग के अधिकारियों की माने तो हाथी को लेकर वो लोगों को लगातार अलर्ट करते करते (Sihawa Nagari Forest Park Dhamtari )हैं. मॉनिटरिंग करके वन विभाग हाथियों पर निगाह बनाये रखता है. फिर भी इलाके में गहराज के हमले में तीन दिन के अंदर एक के बाद एक मौत ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है. इस मामले में एसडीओ हरीश पांडे ने बताया कि घटना नगरी रेंज के चार गाँव जंगल की है …महिला संबलपुर की रहने वाली थी.

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