मुंबई : शिवसेना सांसद संजय राउत ने ED की ओर से उद्धव सरकार के मंत्री अनिल परब को जारी नोटिस को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पॉलिटिकल वर्कर्स के लिए यह नोटिस डेथ वारंट नहीं, बल्कि लव लेटर है. अनिल परब को मनी लॉन्ड्रिंग केस में एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. राउत ने कहा कि परब को भाजपा नेता निशाना बना रहे हैं. फिर भी वह समन का जवाब देंगे और ED को सहयोग करेंगे.
राउत देंगे नोटिस का जवाब
राउत ने पत्रकारों से कहा, 'मजबूत और अभेद्य महा विकास आघाड़ी (एमवीए) की दीवार को तोड़ने के असफल प्रयासों के बाद ऐसे प्रेम पत्रों की संख्या बढ़ गई है.' परब को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने निशाना बनाया है. उन्होंने कहा, 'वह नोटिस का जवाब देंगे और ईडी के साथ सहयोग करेंगे. ईडी ने परब, महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख और अन्य के खिलाफ दर्ज धन शोधन के मामले में मंगलवार को पूछताछ के लिए तलब किया है.
भाजपा और ईडी की मिलीभगत
राउत ने कहा, 'या तो भाजपा का व्यक्ति ईडी में डेस्क अफसर है या ईडी का अधिकारी भाजपा कार्यालय में काम कर रहा है.' भाजपा की पूर्व सहयोगी शिवसेना, महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के साथ सत्ता पर काबिज है.
शिवसेना नेता ने कहा, 'महाराष्ट्र सरकार केंद्र के निर्देशों का पालन कर रही है, जिसमें राज्यों को आगामी त्योहारों से पहले और कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने की आशंका के मद्देनजर सावधानी बरतने के लिए कहा गया है. हमारा मानना है कि केंद्र सरकार भी 'हिंदुत्ववादी' है.'
किसानों पर हुए लाठीचार्ज पर बोले राउत
हरियाणा में किसानों पर पुलिस के लाठीचार्ज के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा कि भाजपा को किसानों के बहे खून की कीमत चुकानी होगी. उन्होंने कहा, 'हरियाणा में एक स्थानीय SDM ने प्रदर्शन कर रहे किसानों का सिर फोड़ने तक पुलिस को लाठीचार्ज करने का आदेश दिया.'
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करनाल में किसानों के प्रदर्शन के दौरान ड्यूटी मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात अधिकारी कैमरे पर पुलिस से कथित रूप से 'किसानों के सिर फोड़ने' के लिए कहते हुए नजर आए. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और राजनीतिक पार्टियों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
(पीटीआई-भाषा)