नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को रियल एस्टेट समूह सुपरटेक के कई परिसरों में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में छापेमारी की कार्यवाही की. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ED द्वारा बिल्डर समूह और उसके प्रमोटरों के कम से कम नौ परिसरों की तलाशी ली जा रही है. वहीं छापेमारी कर ईडी की टीम बिल्डर से पूछताछ (enquiry with builder during raid) कर रही है. कई घंटों से बिल्डर के कार्यालय में जांच-पड़ताल जारी है. ईडी की टीम सबूतों की कड़ियां जोड़ने की कोशिश कर रही है. सुपरटेक ट्विन टावर निर्माण में नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों और बिल्डर की भूमिका संदिग्ध पाए जाने पर SIT ने जांच की थी.
सुप्रीम कोर्ट ने 31 अगस्त को सुपरटेक ग्रुप के नोएडा स्थित ट्विन टावरों को गिराने का आदेश दिया था, जिसमें बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन (Breach building bylaws) किया गया था. इसमें विध्वंस के लिए तीन महीने की समय सीमा निर्धारित की गई थी, जो 30 नवंबर को समाप्त हो रही है. यह मामला रियल्टी फर्म से संबंधित है, जो अपने एमराल्ड कोर्ट हाउसिंग प्रोजेक्ट परिसर में 900 से अधिक फ्लैटों और टावरों में 21 दुकानों के साथ अवैध रूप से दो 40-मंजिला टावरों का निर्माण कर रहा था.
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वहीं, आज प्रवर्तन निदेशालय (ED) और दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने कंपनी के मालिक आरके अरोड़ा की कोठी और कार्यालयों पर बुधवार को मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित मामले में छापेमारी की. ईडी की तरफ से इस संबंध में कोई अधिकृत बयान जारी नहीं किया है. बुधवार सुबह 8 बजे से शुरू हुई संयुक्त कार्रवाई अभी चल रही है.
सुपरटेक बिल्डर का ऑफिस नोएडा के सेक्टर-96 ई स्क्वॉयर टावर की 22वीं मंजिल पर है, जहां बुधवार को ईडी की टीम दो गाड़ी से अचानक पहुंची. वहीं ईडी और ईओडब्लू की दूसरी टीम नोएडा के सेक्टर-36 स्थित प्रोमोटर आरके अरोरा के घर छापेमारी की, जो अभी जारी है. जानकारी के अनुसार, ईडी और ईओडब्लू ऑफिस और घर में मौजूद सभी लोगों के मोबाइल फोन कब्जे में ले लिये और उनके बाहर जाने और किसी से सम्पर्क करने पर पाबंदी लगा दी.
सूत्रों के अनुसार, यह छापेमारी किसी लेनदेन के मामले को लेकर की गई है. टीमों ने ट्विन टॉवर से जुड़े दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए हैं. सुपरटेक से जुड़े कुछ वरिष्ठ लोगों से भी पूछताछ किये जाने की भी खबर है. ईडी ने अभी इस संबंध में कोई अधिकृत बयान जारी नहीं दिया है.