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मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने मुंबई के बिल्डर को गिरफ्तार किया

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By ANI

Published : Jan 4, 2024, 8:15 AM IST

ED Arrests Mumbai Builder: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कई करोड़ रुपये के कथित धोखाधड़ी मामले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग जांच में मुंबई बिल्डर विजय मचिंदर को गिरफ्तार किया है. मचिंदर पर एक रियल एस्टेट निवेशक को धोखा देने का आरोप है, जिसने अंधेरी में अपने हाउसिंग प्रोजेक्ट में 14 फ्लैट बुक किए थे.

ED Arrests Mumbai Builder
प्रतिकात्मक तस्वीर. (ANI)

मुंबई : अधिकारियों ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुंबई स्थित एक बिल्डर को गिरफ्तार किया. ईडी अधिकारियों के अनुसार, ऑर्नेट स्पेस के निदेशकों में से एक विजय मचिंदर को 50 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया है.

अधिकारियों ने कहा कि मछिंदर को दिसंबर 2021 में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की ओर से दायर आवास धोखाधड़ी मामले में आरोपों का सामना करना पड़ा था. उन्होंने कहा कि जांच के दौरान वह सहयोग नहीं कर रहे थे और पूछताछ से बच रहे थे. उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच चल रही है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रियल्टी फर्म ऑर्नेट स्पेस प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक मचिंदर पर एक रियल-एस्टेट निवेशक को धोखा देने का आरोप लगाया गया है. इस निवेशक ने अंधेरी में अपने हाउसिंग प्रोजेक्ट में 14 फ्लैट बुक किए थे.

रियल एस्टेट निवेशक ने पुलिस को बताया था कि उसने ओशिवारा में आवास परियोजना में बुक किए गए 14 फ्लैटों के भुगतान के रूप में लगभग सात वर्षों की अवधि में आरोपी की फर्म को लगभग ₹45 करोड़ का भुगतान किया है. हालांकि, बाद में शिकायतकर्ता को पता चला कि आरोपी ने कथित तौर पर उसकी ओर से बुक किए गए 14 फ्लैटों में से सात को तीसरे पक्ष को बेच दिया.

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि आरोपी ने परियोजना पर काम शुरू नहीं किया था और उसने बैंक से लिए गए ऋण पर भी चूक की थी, जिसके कारण उसके खिलाफ राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण के तहत कार्यवाही शुरू की गई थी.

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि हालांकि उसने फ्लैटों के लिए भुगतान कर दिया था, लेकिन उन्हें उसके, उसके परिवार और उसकी फर्म के नाम पर पंजीकृत नहीं किया गया था. शिकायतकर्ता को कथित तौर पर केवल उसके की ओर से भुगतान के लिए आवंटन पत्र और रसीदें मिली थीं. शिकायतकर्ता ने पहले ओशिवारा पुलिस से संपर्क किया था और बाद में जांच ईओडब्ल्यू ने अपने हाथ में ले ली थी.

मचिंदर ने रियल एस्टेट निवेशक के अपने खिलाफ धोखाधड़ी और गलत काम करने के आरोपों से इनकार किया है. संयोग से, राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम, उसके करीबी सहयोगी छोटा शकील और तीन गिरफ्तार व्यक्तियों के खिलाफ नवंबर 2022 के आरोप पत्र के लिए 50 से अधिक अन्य गवाहों के बीच मछिंदर का बयान भी गवाह के तौर पर दर्ज किया था. मछिंदर ने एनआईए को दिए अपने बयान में सिंडिकेट के कथित लोगों के साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया था.

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मुंबई : अधिकारियों ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुंबई स्थित एक बिल्डर को गिरफ्तार किया. ईडी अधिकारियों के अनुसार, ऑर्नेट स्पेस के निदेशकों में से एक विजय मचिंदर को 50 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया है.

अधिकारियों ने कहा कि मछिंदर को दिसंबर 2021 में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की ओर से दायर आवास धोखाधड़ी मामले में आरोपों का सामना करना पड़ा था. उन्होंने कहा कि जांच के दौरान वह सहयोग नहीं कर रहे थे और पूछताछ से बच रहे थे. उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच चल रही है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रियल्टी फर्म ऑर्नेट स्पेस प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक मचिंदर पर एक रियल-एस्टेट निवेशक को धोखा देने का आरोप लगाया गया है. इस निवेशक ने अंधेरी में अपने हाउसिंग प्रोजेक्ट में 14 फ्लैट बुक किए थे.

रियल एस्टेट निवेशक ने पुलिस को बताया था कि उसने ओशिवारा में आवास परियोजना में बुक किए गए 14 फ्लैटों के भुगतान के रूप में लगभग सात वर्षों की अवधि में आरोपी की फर्म को लगभग ₹45 करोड़ का भुगतान किया है. हालांकि, बाद में शिकायतकर्ता को पता चला कि आरोपी ने कथित तौर पर उसकी ओर से बुक किए गए 14 फ्लैटों में से सात को तीसरे पक्ष को बेच दिया.

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि आरोपी ने परियोजना पर काम शुरू नहीं किया था और उसने बैंक से लिए गए ऋण पर भी चूक की थी, जिसके कारण उसके खिलाफ राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण के तहत कार्यवाही शुरू की गई थी.

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि हालांकि उसने फ्लैटों के लिए भुगतान कर दिया था, लेकिन उन्हें उसके, उसके परिवार और उसकी फर्म के नाम पर पंजीकृत नहीं किया गया था. शिकायतकर्ता को कथित तौर पर केवल उसके की ओर से भुगतान के लिए आवंटन पत्र और रसीदें मिली थीं. शिकायतकर्ता ने पहले ओशिवारा पुलिस से संपर्क किया था और बाद में जांच ईओडब्ल्यू ने अपने हाथ में ले ली थी.

मचिंदर ने रियल एस्टेट निवेशक के अपने खिलाफ धोखाधड़ी और गलत काम करने के आरोपों से इनकार किया है. संयोग से, राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम, उसके करीबी सहयोगी छोटा शकील और तीन गिरफ्तार व्यक्तियों के खिलाफ नवंबर 2022 के आरोप पत्र के लिए 50 से अधिक अन्य गवाहों के बीच मछिंदर का बयान भी गवाह के तौर पर दर्ज किया था. मछिंदर ने एनआईए को दिए अपने बयान में सिंडिकेट के कथित लोगों के साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया था.

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