नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के समन को टालने का अनुरोध स्वीकार कर लिया है. बता दें कि सोनिया गांधी ने बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से अपील की थी कि उनकी पेशी की तारीख कुछ हफ्तों के लिए आगे बढ़ा दी जाए. हालांकि एजेंसी ने गांधी को नए समन की अगली तारीख अभी तय नहीं की है. सोनिया गांधी का 12 जून से दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में इलाज चल रहा था और उन्हें 20 जून को छुट्टी मिल गई थी. COVID संक्रमण के बाद उनकी नाक से बहुत खून बह रहा था और उन्हीं सिलसिले में एक सर्जरी भी हुई थी.
सोनिया गांधी ने बुधवार को सीओवीआईडी -19 और फेफड़ों के संक्रमण से पूरी तरह से ठीक होने तक प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष अपनी उपस्थिति "कुछ हफ्तों के लिए" स्थगित करने की मांग की थी. कांग्रेस प्रमुख को 23 जून को प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ के लिए तलब किया था, जिसमें उनके बेटे और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से पांच दिनों तक पूछताछ की गई. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक ट्वीट में लिखा, "चूंकि उन्हें COVID-19 और फेफड़ों के संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होने के बाद घर पर आराम करने की सख्त सलाह दी गई है, इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने आज ईडी को पत्र लिखकर अपनी उपस्थिति को कुछ हफ्तों के लिए स्थगित करने की मांग की, जब तक कि पूरी तरह से वह ठीक नहीं हो जाती."
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को ईडी ने 'नेशनल हेराल्ड' समाचार पत्र से जुड़े कथित धनशोधन के मामले में 23 जून को तलब किया था. इसी मामले में ईडी ने राहुल गांधी से पांच दिनों में 50 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की व इस दौरान धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनके बयान दर्ज किए गए. कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई को भाजपा नीत केंद्र सरकार की विपक्षी नेताओं के खिलाफ बदले की राजनीति करार दिया है.
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एएनआई