नई दिल्ली : भारत निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की 12 सीटों, आंध्र प्रदेश की एक सीट, बिहार की दो सीटों पर उप-चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है. मतदान 28 जनवरी को सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा. उसी दिन शाम पांच बजे से मतगणना भी शुरू हो जाएगी.
इसके लिए चुनाव आयोग ने गाइडलाइन भी जारी कर दी है. कोरोना महामारी को देखते हुए चुनाव गतिविधि में शामिल सभी व्यक्तियों को मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है. इसके अलावा एंट्री और एक्जिट गेट पर हैंड सैनिटाइजर और थर्मल स्कैनिंग भी अनिवार्य किया गया है.
चुनाव आयोग ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कोविड प्रोटोकॉल के हिसाब से किया जाना जरूरी होगा.
आंध प्रदेश में एक सीट पोथुला सुनीता के इस्तीफे के बाद खाली हुई है. उत्तर प्रदेश में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और समाजवादी पार्टी के अहमद हसन का कार्यकाल पूरा होने के बाद ये सीटें खाली हो रही हैं.
भाजपा का सदन में पहले से ही बहुमत है और इन चुनावों के बाद उनकी संख्या विधान परिषद में और बढ़ने की उम्मीद है.
बहुजन समाज पार्टी के धर्मवीर सिंह अशोक, प्रदीप कुमार जाटव और नसीमुद्दीन सिद्दीकी का कार्यकाल भी पूरा हो रहा है. नसीमुद्दीन कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं, इसलिए उनकी विधान परिषद की सदस्यता खत्म की जा चुकी है.
उत्तर प्रदेश विधान परिषद में सौ सीटें हैं. इसमें बहुमत के लिए 51 का आंकड़ा चाहिए. विधान परिषद शिक्षक क्षेत्र के चुनाव से पहले सपा के 52, भाजपा के 19, बसपा के आठ, कांग्रेस के दो और अपना दल-सोनेलाल व शिक्षक दल के एक-एक के साथ तीन निर्दलीय सदस्य थे. इसके साथ 14 सीटें खाली थीं, जिनमें पांच स्नातक और छह शिक्षक कोटे की सीटों पर चुनाव हुए.
वहीं, भाजपा के सुशील मोदी के लिए हाल में राज्यसभा के लिए निर्वाचित होने तथा विनोद नाराण झा के राज्य विधानसभा के लिए चुने जाने पर बिहार विधान परिषद की दो सीटों पर उ-पचुनाव आवश्यक हो गया था.
आंध्र प्रदेश में पिछले साल नवंबर में पोथुला सुनीता के इस्तीफा देने के बाद विधान परिषद की एक सीट खाली हो गई थी.
सभी चुनाव और उपचुनाव 28 जनवरी को होंगे तथा स्थापित प्रक्रिया के अनुरूप मतदान पूरा होने के एक घंटे के भीतर मतगणना की जाएगी.
कार्यक्रम के अनुसार अधिसूचना 11 नवंबर को जारी की जाएगी. प्रत्याशी 11 से 18 जनवरी तक पर्चा दाखिल कर सकेंगे. 19 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच और 21 जनवरी को नाम वापसी होगी.