रायसेन। रायसेन जिले में शिक्षा के अधिकार का उल्लंघन हो रहा है. बच्चों को प्राथमिक शिक्षा से भी वंचित रखा जा रहा है. ऐसे कई अभिभावक हैं, जिन्हें निजी स्कूल प्रबंधन परेशान कर रहा है. अगर मामला सिंगल मदर या सिंगल पेरेंट्स का हो तो समस्या और बढ़ जाती है. सिंगल मदर सुनीता आर्य की बेटी को स्कूल प्रबंधन ने प्रवेश देने से मना कर दिया है.
एडमिशन फॉर्म में पिता का कॉलम : गैरतगंज की रहने वाली सुनीता आर्य बताती है कि 1 जुलाई को वह अपनी 5 वर्षीय बच्ची का एडमिशन कराने के लिए गैरतगंज के एक स्कूल पहुंचीं. स्कूल प्रबंधन ने एडमिशन के लिए आवश्यक दस्तावेज और फीस जमा करने के निर्देश दिए. सुनीता ने दस्तावेजों का अवलोकन करने के बात एडमिशन फॉर्म में पिता के कॉलम को देखा. इस पर सुनीता आर्य ने आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि वह एक सिंगल मदर हैं. वह अपने पति के साथ नहीं रहती. अपनी बच्ची का पालन- पोषण वह स्वयं करती हैं.
स्कूल प्रबंधन ने दी सफाई: स्कूल प्रबंधन ने सफाई देते हुए कहा कि "सुनीता आर्य हमारे स्कूल में अपनी बेटी आर्य जैन का एडमिशन कराने आई थी, क्योंकि हमारा स्कूल CBSC है और निर्धारित सीट भर चुकी है. सुनीता अपनी बेटी को Class-2 में प्रवेश के लिए लाई थी, उनके पास कक्षा एक की मार्कशीट और दस्तावेज भी नहीं थे."
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शिकायत कलेक्टर व एसपी से : सुनीता आर्य की बातों को सुनकर स्कूल प्रबंधन ने अगले दिन आने की बात कही. वह अगले दिन स्कूल पहुंची तो प्रबंधन ने सीट फुल हो जाने की बात कहते हुए बच्ची का दाखिला करने से इंकार कर दिया. सुनीता आर्या का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने उन्हें अलग से बुलाकर बताया कि हम इस तरह के एडमिशन नहीं करते. अगर हम इस तरह एडमिशन करेंगे तो स्कूल की छवि खराब होगी. इस पर आपत्ति दर्ज कराते हुए सुनीता आर्य ने कहा कि ये मूलभूत शिक्षा के अधिकार का उल्लंघन है. इसके बाद उन्होंने रायसेन कलेक्टर को शिकायती आवेदन दिया. (Problem of single mother) (Girl not given admission in school)
"महिला ने जो आवेदन दिया है, उसकी जांच की जा रही है जांच पूरी होने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी." - अरविंद दुबे, कलेक्टर