बेंगलुरु : राज्यसभा सांसद डॉ विकास महात्मा ने कर्नाटक (कुरुबा) में गडरिया समुदाय (Shepherd community) को अनुसूचित जनजाति आरक्षण श्रेणी में शामिल करने की मांग की और जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री रेणुका सिंह सरुता को पत्र लिखा है.
कर्नाटक में गडरिया समुदाय ज्यादातर कुरुबा जनजाति के होते हैं कर्नाटक में 70 लाख से अधिक कुरुबा लोग हैं.
हाल ही में कुरुबा समुदाय ने स्वामी निरंजनानंद के नेतृत्व में एक विशाल पदयात्रा निकाली थी, जिसका समापन 7 फरवरी 2021 को बेंगलुरु में हुआ था.
रैली में लाखों लोगों ने भाग लिया. ए एच विश्वनाथ, एच एम रेवन्ना, के एस ईश्वरप्पा सहित सभी पार्टी विधायकों सहित समुदाय के कई नेता रैली में शामिल हुए.डॉ विकास ने भी बेंगलुरु में आयोजित हुई इस विशाल सभा में भी भाग लिया.
डॉ विकास ने पत्र में कहा कि कर्नाटक में कुरुबा जनजाति की मांग है कि उन्हें अनुसूचित जनजाति (अनुसूचित जनजाति) श्रेणी के तहत आरक्षण प्रदान किया जाए. यह एक उचित मांग है क्योंकि ये लोग बेहद दयनीय स्थिति में रहते हैं और रोजी-रोटी की तलाश में जगह-जगह भटकते रहते हैं और इस मांग को गंभीरता से और प्राथमिकता से देखा जाए.
पढ़ें - किसान कल्याण की गारंटी से ही खुलेगा 'आत्मनिर्भरता' का रास्ता!
बता दें कि हाल ही में कुरुबा समुदाय को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांगों को गति मिली है. इस मांग को लेकर हाल ही में सूचना मिली थी कि कुरुबा समुदाय 2011 की जनगणना के अनुसार चौथा सबसे बड़ा समुदाय है.