हैदराबाद : डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज अपने एक खुराक में दिए जाने वाले स्पुतनिक लाइट टीके को सभी को बूस्टर खुराक के रूप में देने की अनुमति लेने के लिहाज से जून के आखिर में या जुलाई शुरुआत में औषधि नियामक के पास जाने पर विचार कर रही है. कंपनी ने गुरुवार को यह बात कही. डॉ. रेड्डीज के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सक्रिय फार्मास्युटिकल अवयव और सेवाएं), दीपक सप्रा ने संवाददाताओं से कहा कि कंपनी ने इस समय अपने स्पुतनिक एम टीके, जो 12 से 17 साल के बच्चों के लिए है उसके बारे में विचार छोड़कर, स्पुतनिक लाइट को प्राथमिकता दे रही है, जिसकी कीमत पर पुनर्विचार किया जा रहा है.
उन्होंने कहा, 'फिलहाल हम स्पुतनिक लाइट के लिए यूनिवर्सल बूस्टर के तौर पर क्लीनिकल परीक्षण कर रहे हैं जिसका मतलब है कि यदि हमारे क्लीनिकल परीक्षण के परिणाम अनुकूल रहे तो किसी व्यक्ति ने कोविशील्ड या कोवैक्सीन कोई भी टीका लिया हो, वह यूनिवर्सल बूस्टर के तौर पर स्पुतनिक लाइट की खुराक लगवा सकता है.' भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने फरवरी में एक खुराक वाले स्पुतनिक लाइट टीके को भारत में आपात स्थिति में सीमित उपयोग के लिए मंजूरी दे दी थी.
डॉ. रेड्डीज ने सितंबर 2020 में स्पुतनिक वी के क्लीनिकल परीक्षण के लिए और भारत में इसके वितरण के लिए रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) के साथ साझेदारी की थी. अगस्त 2021 में डीसीजीआई ने दो खुराक वाले स्पुतनिक वी टीके को भारत में आपात स्थिति में सीमित उपयोग के लिए मंजूरी दे दी थी. सप्रा ने बताया कि कंपनी ने अब तक भारत में स्पुतनिक वी टीके की 12 लाख खुराक बेची हैं.
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(पीटीआई-भाषा)