ऋषिकेश: पद्मश्री डॉ. किरण सेठ एक ऐसी एक शख्सियत हैं, जो देश की कला-संस्कृति को न सिर्फ जन-जन तक पहुंचाने प्रतिबद्ध हैं बल्कि, भारतीय संस्कृति को विरासत के तौर पर सहेजने हेतु सफल प्रयास में भी जुटे हैं. ऐसे में स्पीक मैके के संस्थापक डॉ. किरण सेठ (Dr Kiran Seth Founder of Speak Mackay) का अथक प्रयास रंग भी ला रहा है. जिसे लेकर डॉ. किरण सेठ ने 15 अगस्त को लालचौक श्रीनगर कश्मीर से अपनी साइकिल यात्रा शुरू की थी.
बता दें कि गुरुवार 22 सितंबर 2022 को डॉ. किरण सेठ अपने तीन सदस्यीय दल के साथ ऋषिकेश पहुंचे. यहां स्थानीय लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया. डॉ. किरण सेठ का कहना है कि वह अपने तीन उद्देश्य के साथ साइकिल यात्रा पर निकले हैं. साइकिल चलाने से जहाँ शरीर स्वस्थ होता है वहीं, मानसिक विकास भी होता है. उनकी संस्था बच्चों को भारत की संस्कृति को बचाने के लिए प्रेरित कर रही है. साथ ही उनकी संस्था नये लोगों को भी जोड़ रही है. पद्मश्री डॉ. किरण सेठ ने बताया कि 2 अक्टूबर को उनकी साइकिल यात्रा नई दिल्ली राजघाट पहुंचेगी.
डॉ. किरण सेठ अब तक लगभग 1000 किलोमीटर की यात्रा कर चुके हैं. उनका बचपन आईआईटी खड़गपुर में ही बीता है. उन्होंने बताया कि 1951 में आईआईटी खड़गपुर की स्थापना हुई थी. उनके पिता प्रो. बीआर सेठ संस्थान के प्रथम प्रोफेसरों में से एक थे. वहीं, किरण सेठ आईआईटी खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद वे पीएचडी के लिए न्यूयॉर्क के कोलंबिया विश्वविद्यालय चले गए थे.