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चारधाम यात्रा 2022: आज बंद होंगे गंगोत्री के कपाट, कल यमुनोत्री और केदारनाथ यात्रा का समापन

उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा आज से समापन की ओर बढ़ेगी. आज सबसे पहले गंगोत्री धाम के कपाट बंद होंगे. विजयदशमी पर्व पर गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद करने का समय तय किया गया था. अन्नकूट पर्व पर आज गंगोत्री धाम के कपाट दोपहर 12:01 बजे शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे.

Gangotri Dham
गंगोत्री धाम
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Published : Oct 26, 2022, 8:16 AM IST

उत्तरकाशी: गंगोत्री धाम के कपाट आज अन्नकूट पर्व पर शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे. कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की उत्सव डोली यात्रा गंगोत्री धाम से उनके शीतकालीन पड़ाव मुखबा के लिए प्रस्थान करेगी. डोली लंका स्थित भैरव मंदिर में विश्राम के बाद अगले दिन यानी गुरुवार को मुखबा पहुंचेगी.

आज बंद होंगे गंगोत्री धाम के कपाट: गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष रावल हरीश सेमवाल ने बताया कि विजयदशमी पर्व पर गंगोत्री धाम के कपाट बंद करने का समय तय किया गया था. उसके अनुसार गंगोत्री धाम के कपाट आज दिन बुधवार को अन्नकूट पर्व पर दोपहर 12:01 बजे पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे.

छह महीने मुखबा में होंगे मां गंगा के दर्शन: गंगोत्री धाम से मां गंगा की उत्सव डोली यात्रा दोपहर 12:05 बजे अपने शीतकालीन पड़ाव मुखबा (मुखीमठ) के लिए रवाना होगी. डोली एक दिन लंका स्थित भैरव मंदिर में रात्रि विश्राम करेगी. इसके बाद अगले दिन अपने शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा पहुंचेगी. शीतकाल के छह महीने मां गंगा की उत्सव डोली मुखबा स्थित मंदिर में विराजमान रहेगी.

कल बंद होंगे यमुनोत्री और केदारनाथ के कपाट: भैयादूज पर शीतकाल के लिए मां यमुनोत्री और भगवान केदारनाथ धाम के कपाट बंद होंगे. मां यमुना की डोली शीतकाल के छह महीने खरसाली में विराजमान रहेंगी. खरसाली में ही अगले छह महीने तक मां यमुना की पूजा होगी. शीतकाल के छह माह बाबा केदार की पूजा ओंकारेश्वर मंदिर में होगी. भगवान केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिए गुरुवार सुबह 8:30 बजे बंद किए जाएंगे. बाबा की चल उत्सव विग्रह डोली शीतकालीन गद्दीस्थल के लिए प्रस्थान के क्रम में रात्रि प्रवास के लिए रामपुर पहुंचेगी. 28 अक्टूबर को डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में विश्राम करेगी. 29 अक्टूबर को डोली ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान होगी.

बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के ईओ रमेश चंद्र तिवारी ने बताया कि कपाट बंद करने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. बुधवार देर रात विशेष पूजा-अर्चना शुरू हो जाएगी. यमुनोत्री धाम के कपाट गुरुवार को भैयादूज पर दोपहर 12:09 बजे सर्व सिद्धि योग और अभिजीत मुहूर्त में बंद किए जाएंगे. यमुनोत्री से मां यमुना की डोली अपने शीतकालीन पड़ाव खरसाली के लिए प्रस्थान करेगी.
ये भी पढ़ें: केदारनाथ यात्रा ने रचा इतिहास! पहली बार 15 लाख यात्रियों ने किए बाबा केदार के दर्शन

19 नवंबर को बंद होंगे बदरीनाथ धाम के कपाट: बदरीनाथ धाम के कपाट मीन लग्न में 19 नवंबर को दोपहर 3:35 बजे शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे. 20 नवंबर को आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी, कुबेर और उद्धव की उत्सव डोली धाम से अपने शीतकालीन प्रवास स्थल पांडुकेश्वर के लिए प्रस्थान करेगी. इसके साथ ही चारधाम यात्रा 2022 का समापन हो जाएगा. फिर अगले साल चारधाम के कपाट खुलेंगे.

गंगोत्री पहुंचे सवा छह लाख श्रद्धालु: चारधाम यात्रा 2022 की शुरुआत 3 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ हुई थी. 3 मई से 24 अक्टूबर की शाम तक गंगोत्री धाम आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 624,371 (छह लाख चौबीस हजार तीन सौ इकहत्तर) रही है. गंगोत्री धाम उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित है.

पांच लाख के करीब श्रद्धालुओं ने किए यमुनोत्री के दर्शन: यमुनोत्री धाम के कपाट इस साल 3 मई को खुले थे. 3 मई से 24 अक्टूबर शाम तक 485,635 (चार लाख पिचासी हजार छह सौ पैंतीस) तीर्थयात्री यमुनोत्री धाम के दर्शन कर चुके हैं. यमुनोत्री धाम उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित है. यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए करीब छह किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है.

गंगोत्री यमुनोत्री आए 11 लाख से ज्यादा श्रद्धालु: इसी तरह अगर उत्तरकाशी स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की बात करें तो यहां इस साल अब तक 1,110,006 (ग्यारह लाख दस हजार छह) श्रद्धालु पहुंचे हैं. गंगोत्री के कपाट तो आज बंद भी हो रहे हैं. यमुनोत्री के कपाट कल बंद होंगे.

बदरीनाथ में 16 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए दर्शन: चारधाम यात्रा के लिए इस साल बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई को खुले थे. 24 अक्टूबर तक 1,644,085 (सोलह लाख चौवालीस हजार पिचासी) श्रद्धालु बदरीनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं. बदरीनाथ धाम उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है. बदरीनाथ मंदिर अलकनंदा नदी के किनारे स्थित है.

केदारनाथ में 15 लाख से अधिक श्रद्धालु आए: केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए इस बार श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह दिखाई दिया. 6 मई को केदारनाथ के कपाट खुले थे. 24 अक्टूबर शाम तक 1,555,543 (पंद्रह लाख पचपन हजार पांच सौ तैंतालीस) श्रद्धालु भगवान केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं. इनमें से हेलीकॉप्टर से 150,182 (एक लाख फचास हजार एक सौ बयासी) तीर्थयात्रियों ने केदारनाथ के दर्शन किए.

बदरीनाथ केदारनाथ पहुंचे 32 लाख श्रद्धालु: बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए इस साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. 24 अक्टूबर की शाम तक बदरीनाथ केदारनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की कुल संख्या 3,199,628 (इकतीस लाख निन्यानब्बे हजार छह सौ अट्ठाईस) रही.

इस साल चारधाम यात्रा पर पहुंचे 43 लाख से ज्यादा श्रद्धालु: उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2022 में चारों धामों में आने वाले श्रद्धालुओं की बात करें तो इस साल 24 अक्टूबर शाम तक 43 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. चारों धामों में पहुंचने वाले कुल तीर्थ यात्रियों की संख्या इस साल 24 अक्टूबर की शाम तक 4,309,634 (43 लाख नौ हजार छह सौ चौंतीस) रही.

हेमकुंड साहिब पहुंचे करीब ढाई लाख श्रद्धालु: हेमकुंड साहिब की इस साल की यात्रा संपन्न हो चुकी है. 10 अक्टूबर को हेमकुंड साहिब के कपाट बंद हुए थे. 22 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने से लेकर 10 अक्टूबर को कपाट बंद होने तक 247,000 (दो लाख सैंतालीस हजार) श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. अगर हेमकुंड साहिब आए तीर्थ यात्रियों की भी गणना चारधाम यात्रा के श्रद्धालुओं में की जाए तो इस साल 24 अक्टूबर की शाम तक 455,6634 (पैंतालीस लाख छप्पन हजार छह सौ चौंतीस) श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं.
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बदरी केदार मंदिर समिति ने जारी किए हैं आंकड़े: चारधाम तीर्थयात्रियों के ये आंकड़े श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति, पुलिस प्रशासन, आपदा प्रबंधन और गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब ट्रस्ट के सहयोग से जारी किये जा रहे हैं.

उत्तरकाशी: गंगोत्री धाम के कपाट आज अन्नकूट पर्व पर शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे. कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की उत्सव डोली यात्रा गंगोत्री धाम से उनके शीतकालीन पड़ाव मुखबा के लिए प्रस्थान करेगी. डोली लंका स्थित भैरव मंदिर में विश्राम के बाद अगले दिन यानी गुरुवार को मुखबा पहुंचेगी.

आज बंद होंगे गंगोत्री धाम के कपाट: गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष रावल हरीश सेमवाल ने बताया कि विजयदशमी पर्व पर गंगोत्री धाम के कपाट बंद करने का समय तय किया गया था. उसके अनुसार गंगोत्री धाम के कपाट आज दिन बुधवार को अन्नकूट पर्व पर दोपहर 12:01 बजे पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे.

छह महीने मुखबा में होंगे मां गंगा के दर्शन: गंगोत्री धाम से मां गंगा की उत्सव डोली यात्रा दोपहर 12:05 बजे अपने शीतकालीन पड़ाव मुखबा (मुखीमठ) के लिए रवाना होगी. डोली एक दिन लंका स्थित भैरव मंदिर में रात्रि विश्राम करेगी. इसके बाद अगले दिन अपने शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा पहुंचेगी. शीतकाल के छह महीने मां गंगा की उत्सव डोली मुखबा स्थित मंदिर में विराजमान रहेगी.

कल बंद होंगे यमुनोत्री और केदारनाथ के कपाट: भैयादूज पर शीतकाल के लिए मां यमुनोत्री और भगवान केदारनाथ धाम के कपाट बंद होंगे. मां यमुना की डोली शीतकाल के छह महीने खरसाली में विराजमान रहेंगी. खरसाली में ही अगले छह महीने तक मां यमुना की पूजा होगी. शीतकाल के छह माह बाबा केदार की पूजा ओंकारेश्वर मंदिर में होगी. भगवान केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिए गुरुवार सुबह 8:30 बजे बंद किए जाएंगे. बाबा की चल उत्सव विग्रह डोली शीतकालीन गद्दीस्थल के लिए प्रस्थान के क्रम में रात्रि प्रवास के लिए रामपुर पहुंचेगी. 28 अक्टूबर को डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में विश्राम करेगी. 29 अक्टूबर को डोली ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान होगी.

बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के ईओ रमेश चंद्र तिवारी ने बताया कि कपाट बंद करने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. बुधवार देर रात विशेष पूजा-अर्चना शुरू हो जाएगी. यमुनोत्री धाम के कपाट गुरुवार को भैयादूज पर दोपहर 12:09 बजे सर्व सिद्धि योग और अभिजीत मुहूर्त में बंद किए जाएंगे. यमुनोत्री से मां यमुना की डोली अपने शीतकालीन पड़ाव खरसाली के लिए प्रस्थान करेगी.
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19 नवंबर को बंद होंगे बदरीनाथ धाम के कपाट: बदरीनाथ धाम के कपाट मीन लग्न में 19 नवंबर को दोपहर 3:35 बजे शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे. 20 नवंबर को आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी, कुबेर और उद्धव की उत्सव डोली धाम से अपने शीतकालीन प्रवास स्थल पांडुकेश्वर के लिए प्रस्थान करेगी. इसके साथ ही चारधाम यात्रा 2022 का समापन हो जाएगा. फिर अगले साल चारधाम के कपाट खुलेंगे.

गंगोत्री पहुंचे सवा छह लाख श्रद्धालु: चारधाम यात्रा 2022 की शुरुआत 3 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ हुई थी. 3 मई से 24 अक्टूबर की शाम तक गंगोत्री धाम आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 624,371 (छह लाख चौबीस हजार तीन सौ इकहत्तर) रही है. गंगोत्री धाम उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित है.

पांच लाख के करीब श्रद्धालुओं ने किए यमुनोत्री के दर्शन: यमुनोत्री धाम के कपाट इस साल 3 मई को खुले थे. 3 मई से 24 अक्टूबर शाम तक 485,635 (चार लाख पिचासी हजार छह सौ पैंतीस) तीर्थयात्री यमुनोत्री धाम के दर्शन कर चुके हैं. यमुनोत्री धाम उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित है. यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए करीब छह किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है.

गंगोत्री यमुनोत्री आए 11 लाख से ज्यादा श्रद्धालु: इसी तरह अगर उत्तरकाशी स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की बात करें तो यहां इस साल अब तक 1,110,006 (ग्यारह लाख दस हजार छह) श्रद्धालु पहुंचे हैं. गंगोत्री के कपाट तो आज बंद भी हो रहे हैं. यमुनोत्री के कपाट कल बंद होंगे.

बदरीनाथ में 16 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए दर्शन: चारधाम यात्रा के लिए इस साल बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई को खुले थे. 24 अक्टूबर तक 1,644,085 (सोलह लाख चौवालीस हजार पिचासी) श्रद्धालु बदरीनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं. बदरीनाथ धाम उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है. बदरीनाथ मंदिर अलकनंदा नदी के किनारे स्थित है.

केदारनाथ में 15 लाख से अधिक श्रद्धालु आए: केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए इस बार श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह दिखाई दिया. 6 मई को केदारनाथ के कपाट खुले थे. 24 अक्टूबर शाम तक 1,555,543 (पंद्रह लाख पचपन हजार पांच सौ तैंतालीस) श्रद्धालु भगवान केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं. इनमें से हेलीकॉप्टर से 150,182 (एक लाख फचास हजार एक सौ बयासी) तीर्थयात्रियों ने केदारनाथ के दर्शन किए.

बदरीनाथ केदारनाथ पहुंचे 32 लाख श्रद्धालु: बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए इस साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. 24 अक्टूबर की शाम तक बदरीनाथ केदारनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की कुल संख्या 3,199,628 (इकतीस लाख निन्यानब्बे हजार छह सौ अट्ठाईस) रही.

इस साल चारधाम यात्रा पर पहुंचे 43 लाख से ज्यादा श्रद्धालु: उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2022 में चारों धामों में आने वाले श्रद्धालुओं की बात करें तो इस साल 24 अक्टूबर शाम तक 43 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. चारों धामों में पहुंचने वाले कुल तीर्थ यात्रियों की संख्या इस साल 24 अक्टूबर की शाम तक 4,309,634 (43 लाख नौ हजार छह सौ चौंतीस) रही.

हेमकुंड साहिब पहुंचे करीब ढाई लाख श्रद्धालु: हेमकुंड साहिब की इस साल की यात्रा संपन्न हो चुकी है. 10 अक्टूबर को हेमकुंड साहिब के कपाट बंद हुए थे. 22 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने से लेकर 10 अक्टूबर को कपाट बंद होने तक 247,000 (दो लाख सैंतालीस हजार) श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. अगर हेमकुंड साहिब आए तीर्थ यात्रियों की भी गणना चारधाम यात्रा के श्रद्धालुओं में की जाए तो इस साल 24 अक्टूबर की शाम तक 455,6634 (पैंतालीस लाख छप्पन हजार छह सौ चौंतीस) श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं.
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बदरी केदार मंदिर समिति ने जारी किए हैं आंकड़े: चारधाम तीर्थयात्रियों के ये आंकड़े श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति, पुलिस प्रशासन, आपदा प्रबंधन और गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब ट्रस्ट के सहयोग से जारी किये जा रहे हैं.

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