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Dolphin in Pratapgarh: शारदा सहायक नहर में तैरती दिखी डॉल्फिन, देखें VIDEO

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Published : Jan 22, 2023, 11:41 AM IST

प्रतापगढ़ के शारदा सहायक नहर में डॉल्फिन मछली (Dolphin Fish in Pratapgarh) तैरती हुई दिखाई दी. जो कि पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई. इस दौरान लोगों ने डॉल्फिन का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.

शारदा सहायक नहर में तैरती दिखी डॉल्फिन
शारदा सहायक नहर में तैरती दिखी डॉल्फिन
शारदा सहायक नहर में तैरती दिखी डॉल्फिन

प्रतापगढ़: जनपद के लालगंज कोतवाली के रायपुर तियाई गांव में डॉल्फिन मछली देखी गई है, जो कि गांव वासियों के बीचे कौतूहल का विषय बना हुआ है. डॉल्फिन का नहर में तैरते हुए वीडियो भी ग्रामीणों ने वायरल किया है. डॉल्फिन मछली की सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई और सभी मछली को देखने लगे. हालांकि ईटीवी भारत इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.

दरअसल सगरा - रजवाहा नहर की पटरी पर गांव के बच्चे टहल रहे थे तभी नहर में एक विशालकाय मछली दिखी. बच्चों ने शोर मचाया तो ग्रामीण की भारी भीड़ जमा हो गई. इस दौरान लोग मछली के पीछे-पीछे दौड़ने लगे. उसको देखने लिए उसका पीछा किया. नहर के कुछ स्थानों पर पानी कम था. जिसके चलते मछली साफ देखी गई. जिसके बाद लोगों को पता चल कि वह डॉल्फिन मछली है. इस दौरान बच्चों और ग्रामीणों ने डॉल्फिन मछली का वीडियो बनाकर भी वायरल कर दिया. आनन-फानन में मामले की जानकारी वन विभाग को दी गई. जिसके बाद मौके पर टीम पहुंची.

एडिशनल एसपी रोहित मिश्रा ने बताया कि लालगंज थाना क्षेत्र के शारदा सहायक नहर में एक डॉल्फिन मछली देखे जाने की सूचना ग्रामीणों के द्वारा दी गई है. लालगंज पुलिस मौके पर पहुंची और वन विभाग को भी सूचना दी गई. जबकि फॉरेस्ट टीम को भी इस मामले की सूचना दी गई है. कहा कि वन विभाग की टीम मछली को पकड़ने का प्रयास भी कर रही है. जबकि इस संबंध में लखनऊ वन विभाग को सूचना दे दी गई है.

डॉल्फिन की खासियत
5 अक्टूबर 2009 को गंगेटिक डॉल्फिन को भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया गया थाय केंद्र सरकार ने इसे 1972 में भारतीय वन जीव संरक्षण कानून के दायरे में लाया था. डॉल्फिन स्तनधारी और नेत्रहीन जलीय जीव होती है. एस सन ऑफ रिवर भी कहा जाता है. यह कंपन वाली आवाज निकालती है, जो किसी भी चीज से टकराकर वापस डॉल्फिन के पास आ जाती है. इससे उसे पता चल जाता है कि शिकार कितना बड़ा और कितने करीब है. डॉल्फिन आवाज और सीटियों के द्वारा एक दूसरे से बात करती हैं. जबकि यह 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तैर सकती है.

यह भी पढ़ें- varanasi news: न्यायमूर्ति संजय किशन कौल बोले, कोई लंबे समय तक जेल में इसलिए न बंद रहे क्योंकि केस कोर्ट में लंबित हो

शारदा सहायक नहर में तैरती दिखी डॉल्फिन

प्रतापगढ़: जनपद के लालगंज कोतवाली के रायपुर तियाई गांव में डॉल्फिन मछली देखी गई है, जो कि गांव वासियों के बीचे कौतूहल का विषय बना हुआ है. डॉल्फिन का नहर में तैरते हुए वीडियो भी ग्रामीणों ने वायरल किया है. डॉल्फिन मछली की सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई और सभी मछली को देखने लगे. हालांकि ईटीवी भारत इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.

दरअसल सगरा - रजवाहा नहर की पटरी पर गांव के बच्चे टहल रहे थे तभी नहर में एक विशालकाय मछली दिखी. बच्चों ने शोर मचाया तो ग्रामीण की भारी भीड़ जमा हो गई. इस दौरान लोग मछली के पीछे-पीछे दौड़ने लगे. उसको देखने लिए उसका पीछा किया. नहर के कुछ स्थानों पर पानी कम था. जिसके चलते मछली साफ देखी गई. जिसके बाद लोगों को पता चल कि वह डॉल्फिन मछली है. इस दौरान बच्चों और ग्रामीणों ने डॉल्फिन मछली का वीडियो बनाकर भी वायरल कर दिया. आनन-फानन में मामले की जानकारी वन विभाग को दी गई. जिसके बाद मौके पर टीम पहुंची.

एडिशनल एसपी रोहित मिश्रा ने बताया कि लालगंज थाना क्षेत्र के शारदा सहायक नहर में एक डॉल्फिन मछली देखे जाने की सूचना ग्रामीणों के द्वारा दी गई है. लालगंज पुलिस मौके पर पहुंची और वन विभाग को भी सूचना दी गई. जबकि फॉरेस्ट टीम को भी इस मामले की सूचना दी गई है. कहा कि वन विभाग की टीम मछली को पकड़ने का प्रयास भी कर रही है. जबकि इस संबंध में लखनऊ वन विभाग को सूचना दे दी गई है.

डॉल्फिन की खासियत
5 अक्टूबर 2009 को गंगेटिक डॉल्फिन को भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया गया थाय केंद्र सरकार ने इसे 1972 में भारतीय वन जीव संरक्षण कानून के दायरे में लाया था. डॉल्फिन स्तनधारी और नेत्रहीन जलीय जीव होती है. एस सन ऑफ रिवर भी कहा जाता है. यह कंपन वाली आवाज निकालती है, जो किसी भी चीज से टकराकर वापस डॉल्फिन के पास आ जाती है. इससे उसे पता चल जाता है कि शिकार कितना बड़ा और कितने करीब है. डॉल्फिन आवाज और सीटियों के द्वारा एक दूसरे से बात करती हैं. जबकि यह 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तैर सकती है.

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