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अगर आप पेट एनिमल संग बिताते हैं ज्यादा समय तो हो जाएं सावधान, उत्तराखंड में कान में घुसकर सरदर्द कर रहा है पिस्सू!

Pissu found in human ear in Srinagar अगर आप पालतू पशुओं के साथ समय बिताते हैं तो सावधान हो जाइए. उत्तराखंड में ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जहां पिस्सू इंसान के कान में घुसकर अड्डा जमा रहे हैं. लोग साधारण कान दर्द समझ कर जब श्रीनगर के संयुक्त चिकित्सालय में दिखाने गए तो पता चला कि उनके कानों में तो पिस्सू ने घर बना रखा है. पढ़िए स्वास्थ्य को लेकर ये जरूरी खबर.

Pissu found in human ear in Srinagar
श्रीनगर पिस्सू समाचार
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 16, 2023, 8:13 AM IST

Updated : Dec 30, 2023, 1:49 PM IST

कान में घुसकर सरदर्द कर रहा है पिस्सू

श्रीनगर (उत्तराखंड): इन दिनों संयुक्त अस्पताल में ईएनटी विभाग में पिस्सू से पीड़ित लोग बड़ी संख्या में आ रहे हैं. हैरत की बात है कि जो लोग अस्पताल आ रहे हैं, उन्हें ये पता ही नहीं है कि उनके कान में दर्द का कारण छोटा सा परजीवी पिस्सू है.

पिस्सू को मिला नया घर: तेज दर्द की शिकायत को लेकर अस्पताल पहुंच रहे इन मरीजों की जब जांच की जा रही है, तो उनके कान में बड़ी संख्या में पिस्सू (साइफोनेप्टेरा) नाम का परजीवी मिल रहा है. ये परजीवी कान के अंदर अंडे तक दे रहा है. जिससे मरीज को कान के दर्द के साथ साथ बड़े तेज सर दर्द की शिकायत हो रही है. अब तक उप जिला अस्पताल में इस परेशानी को लेकर 60 से अधिक मरीज आ चुके हैं. ये सभी मरीज ग्रामीण इलाकों के हैं, जिनका सीधा सम्बंध पशु पालन से है. इस कारण पिस्सू नाम का ये परजीवी इन तक पहुंच बना रहा है.

कान में अड्डा जमा रहे हैं पिस्सू: उप जिला अस्पताल श्रीनगर के ईएनटी विशेषज्ञ दिगपाल दत्त ने बताया कि पिछले 6 माह से उनके पास कान दर्द, सर दर्द के मरीज बड़ी संख्या में आ रहे थे. जब इनकी जांच की गई, तो पाया गया कि इन मरीजों के कान में पिस्सू (साइफोनेप्टेरा) नाम का परजीवी था. ये परजीवी जब कान में चले जाते हैं तो इनसे असहनीय दर्द होता है. डॉक्टरों का कहना है कि ये दर्द सर से होते हुए पीठ तक चला जाता है. कई मामलों में तो सिफोनप्टेरा कान में ही अंडे दे दे देता है. कई बार कान के परदों ओर कान के अंदर खाल तक में ये घुस जाता है. इस कारण कई बार सर्जरी करने की नौबत तक आ जाती है. उन्होंने बताया कि जानवरों के जरिये ये परजीवी मानव शरीर में पहुंच जाता है.

पिस्सू के कारण सर्जरी की आ सकती है नौबत: वहीं संयुक्त अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन लोकेश सलूजा कहते हैं कि कई बार कान के अलावा ये शरीर के अन्य हिस्सों में भी घुस जाता है. जिस पार्ट में ये खाल के अंदर घुस जाता है तो वहीं अंडे देने लगता है. इसके चलते सर्जरी तक कि नौबत आ जाती है.

पिस्सू के बारे में जानिए: पिस्सू परजीवी होते हैं. ये सामान्यतया जानवरों में पाए जाते हैं. चूंकि ये परजीवी होते हैं तो जानवरों का खून चूसकर अपना जीवन चक्र चलाते हैं. जब इंसान जानवरों के साथ ज्यादा समय बिताता है तो ये पिस्सू मनुष्य के शरीर में भी पहुंच जाते हैं. मनुष्य के कान इनके छिपने की सबसे सटीक जगह हैं. उत्तराखंड में मवेशी पालने वाले लोगों के कानों में इन पिस्सुओं ने घर बना लिया. डॉक्टरों ने जब देखा कि इतनी बड़ी संख्या में सरदर्द की शिकायत लेकर लोग क्यों आ रहे हैं तो उन्होंने इसकी गहन जांच की. तब जाकर पता चला कि इन लोगों के कानों में तो पिस्सू घुसे हुए हैं. पिस्सू कान में ही अंडे देकर अपनी संख्या बढ़ा देते हैं.
ये भी पढ़ें: महिला की सांस वाली नली में फंसा 5 सेमी लंबा जिंदा जोंक, डॉक्टरों ने ऐसे निकाला

कान में घुसकर सरदर्द कर रहा है पिस्सू

श्रीनगर (उत्तराखंड): इन दिनों संयुक्त अस्पताल में ईएनटी विभाग में पिस्सू से पीड़ित लोग बड़ी संख्या में आ रहे हैं. हैरत की बात है कि जो लोग अस्पताल आ रहे हैं, उन्हें ये पता ही नहीं है कि उनके कान में दर्द का कारण छोटा सा परजीवी पिस्सू है.

पिस्सू को मिला नया घर: तेज दर्द की शिकायत को लेकर अस्पताल पहुंच रहे इन मरीजों की जब जांच की जा रही है, तो उनके कान में बड़ी संख्या में पिस्सू (साइफोनेप्टेरा) नाम का परजीवी मिल रहा है. ये परजीवी कान के अंदर अंडे तक दे रहा है. जिससे मरीज को कान के दर्द के साथ साथ बड़े तेज सर दर्द की शिकायत हो रही है. अब तक उप जिला अस्पताल में इस परेशानी को लेकर 60 से अधिक मरीज आ चुके हैं. ये सभी मरीज ग्रामीण इलाकों के हैं, जिनका सीधा सम्बंध पशु पालन से है. इस कारण पिस्सू नाम का ये परजीवी इन तक पहुंच बना रहा है.

कान में अड्डा जमा रहे हैं पिस्सू: उप जिला अस्पताल श्रीनगर के ईएनटी विशेषज्ञ दिगपाल दत्त ने बताया कि पिछले 6 माह से उनके पास कान दर्द, सर दर्द के मरीज बड़ी संख्या में आ रहे थे. जब इनकी जांच की गई, तो पाया गया कि इन मरीजों के कान में पिस्सू (साइफोनेप्टेरा) नाम का परजीवी था. ये परजीवी जब कान में चले जाते हैं तो इनसे असहनीय दर्द होता है. डॉक्टरों का कहना है कि ये दर्द सर से होते हुए पीठ तक चला जाता है. कई मामलों में तो सिफोनप्टेरा कान में ही अंडे दे दे देता है. कई बार कान के परदों ओर कान के अंदर खाल तक में ये घुस जाता है. इस कारण कई बार सर्जरी करने की नौबत तक आ जाती है. उन्होंने बताया कि जानवरों के जरिये ये परजीवी मानव शरीर में पहुंच जाता है.

पिस्सू के कारण सर्जरी की आ सकती है नौबत: वहीं संयुक्त अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन लोकेश सलूजा कहते हैं कि कई बार कान के अलावा ये शरीर के अन्य हिस्सों में भी घुस जाता है. जिस पार्ट में ये खाल के अंदर घुस जाता है तो वहीं अंडे देने लगता है. इसके चलते सर्जरी तक कि नौबत आ जाती है.

पिस्सू के बारे में जानिए: पिस्सू परजीवी होते हैं. ये सामान्यतया जानवरों में पाए जाते हैं. चूंकि ये परजीवी होते हैं तो जानवरों का खून चूसकर अपना जीवन चक्र चलाते हैं. जब इंसान जानवरों के साथ ज्यादा समय बिताता है तो ये पिस्सू मनुष्य के शरीर में भी पहुंच जाते हैं. मनुष्य के कान इनके छिपने की सबसे सटीक जगह हैं. उत्तराखंड में मवेशी पालने वाले लोगों के कानों में इन पिस्सुओं ने घर बना लिया. डॉक्टरों ने जब देखा कि इतनी बड़ी संख्या में सरदर्द की शिकायत लेकर लोग क्यों आ रहे हैं तो उन्होंने इसकी गहन जांच की. तब जाकर पता चला कि इन लोगों के कानों में तो पिस्सू घुसे हुए हैं. पिस्सू कान में ही अंडे देकर अपनी संख्या बढ़ा देते हैं.
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Last Updated : Dec 30, 2023, 1:49 PM IST
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