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इंडियन आइडल 12 के विनर पवनदीप राजन बने उत्तराखंड के ब्रांड एम्बेसडर

चंपावत निवासी पवनदीप राजन ने इंडियन आइडल सीजन 12 जीतकर उत्तराखंड का नाम रोशन किया है. सीएम ने उनकी प्रतिभा का सम्मान करते हुए पवनदीप को कला, पर्यटन और संस्कृति में उत्तराखंड का ब्रांड एम्बेसडर बनाया है.

pawandeep rajan
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Published : Aug 25, 2021, 6:35 PM IST

देहरादून : म्यूजिक रियलिटी शो इंडियन आइडल सीजन 12 जीतकर उत्तराखंड का नाम रोशन करने वाले चंपावत निवासी पवनदीप राजन ने सीएम आवास में मुख्यमंत्री धामी से मुलाकात की. इस दौरान सीएम ने उनकी प्रतिभा का सम्मान करते हुए पवनदीप को कला, पर्यटन और संस्कृति में उत्तराखंड का ब्रांड एम्बेसडर बनाया है.

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि पवनदीप राजन ने सामान्य स्थितियों से उठकर अपनी प्रतिभा से देश दुनिया में उत्तराखंड का नाम रोशन किया है. गौर हो कि फिनाले में पांच मजबूत प्रतिभागियों को पीछे छोड़ते हुए पवनदीप ने 'इंडियन आइडल 12' की ट्रॉफी अपने नाम की है. उन्हें बतौर पुरस्कार में एक स्विफ्ट कार और 25 लाख रुपये का इनाम भी मिला है.

चंपावत निवासी हैं पवनदीप

बता दें कि पवनदीप राजन मूल रूप से कुमाऊं के रहने वाले हैं. पवनदीप का जन्म 1996 में चंपावत जिले के वल्चौड़ा गांव में हुआ और चंपावत से ही इन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की. पवनदीप पहाड़ की लोकगायिका कबूतरी देवी की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं. कुछ ही लोग ही जानते हैं कि लोकगायिका कबूतरी देवी की बहन लक्ष्मी देवी पवनदीप की नानी हैं.

पढ़ें : पवनदीप राजन बने Indian Idol 12 के विनर, ये है फर्स्ट रनर अप

कैसा रहा है करियर

पवनदीप ने महज ढाई साल की उम्र में तबलावादन शुरू कर दिया था. पवनदीप की सफलता के पीछे उनके पिता सुरेश राजन और ताऊ सतीश राजन का भी बड़ा हाथ है. साल 2001 में नैनीताल में आयोजित शरदोत्सव में पवनदीप ने तबला वादन किया था. इनकी परफॉर्मेंस से खुश होकर तत्कालीन राज्यपाल सुरजीत सिंह बरनाला ने इन्हें 11 हजार का नकद पुरस्कार दिया था.

पढ़ेंः महाराष्ट्र थप्पड़ बवाल : जब बिगड़े थे उद्धव ठाकरे के बोल- योगी को 'चप्पल' से मारने की कही थी बात

देहरादून : म्यूजिक रियलिटी शो इंडियन आइडल सीजन 12 जीतकर उत्तराखंड का नाम रोशन करने वाले चंपावत निवासी पवनदीप राजन ने सीएम आवास में मुख्यमंत्री धामी से मुलाकात की. इस दौरान सीएम ने उनकी प्रतिभा का सम्मान करते हुए पवनदीप को कला, पर्यटन और संस्कृति में उत्तराखंड का ब्रांड एम्बेसडर बनाया है.

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि पवनदीप राजन ने सामान्य स्थितियों से उठकर अपनी प्रतिभा से देश दुनिया में उत्तराखंड का नाम रोशन किया है. गौर हो कि फिनाले में पांच मजबूत प्रतिभागियों को पीछे छोड़ते हुए पवनदीप ने 'इंडियन आइडल 12' की ट्रॉफी अपने नाम की है. उन्हें बतौर पुरस्कार में एक स्विफ्ट कार और 25 लाख रुपये का इनाम भी मिला है.

चंपावत निवासी हैं पवनदीप

बता दें कि पवनदीप राजन मूल रूप से कुमाऊं के रहने वाले हैं. पवनदीप का जन्म 1996 में चंपावत जिले के वल्चौड़ा गांव में हुआ और चंपावत से ही इन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की. पवनदीप पहाड़ की लोकगायिका कबूतरी देवी की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं. कुछ ही लोग ही जानते हैं कि लोकगायिका कबूतरी देवी की बहन लक्ष्मी देवी पवनदीप की नानी हैं.

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कैसा रहा है करियर

पवनदीप ने महज ढाई साल की उम्र में तबलावादन शुरू कर दिया था. पवनदीप की सफलता के पीछे उनके पिता सुरेश राजन और ताऊ सतीश राजन का भी बड़ा हाथ है. साल 2001 में नैनीताल में आयोजित शरदोत्सव में पवनदीप ने तबला वादन किया था. इनकी परफॉर्मेंस से खुश होकर तत्कालीन राज्यपाल सुरजीत सिंह बरनाला ने इन्हें 11 हजार का नकद पुरस्कार दिया था.

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