लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मथुरा में सुलभ इंटरनेशनल संस्था पिछले 12 सालों से यमुना नदी के किनारे दिवाली मनाती आ रही है. संस्था समाज की प्रमुख धारा से जुड़ने के लिए विधवा महिलाएं दिवाली के साथ होली और रक्षाबंधन का त्योहार भी हर्ष उल्लास के साथ मनाती हैं. इस बार यमुना नदी के किनारे महिलाओं ने रंगोली बनाई और दीप दान भी किया.
धर्म नगरी वृंदावन में यमुना नदी के किनारे केसी घाट पर सैकड़ों की संख्या में विधवा महिलाओं ने रंग-बिरंगी रंगोली तैयार की. उन्होंने अपने हाथों में दिवाली के दीपक और चेहरे पर खुशी का इजहार कर दीपावली का त्योहार मनाया. महिला पिछले कई सालों से दिवाली, होली और रक्षाबंधन का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाते आ रहे हैं.
पिछले 12 सालों से सुलभ इंटरनेशनल संस्था ने इन निराश्रित महिलाओं के मन में उदासी और दुखी न हो उसको लेकर संस्था द्वारा पिछले कई सालों से दिवाली, होली और रक्षाबंधन का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाती आ रही हैं.
विधवा महिला के मुताबिक कई सालों से यमुना नदी के किनारे दिवाली मना कर देश की खुशहाली की भगवान से प्रार्थना की जाती है. यहां आकर बहुत अच्छा लगता है. पिछले 2 सालों से वैश्विक महामारी की वजह से त्योहार फीका नजर आ रहा था. लेकिन इस बार सभी माताएं एकजुट होकर दिवाली मना रही है.
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संस्था पदाधिकारी विनीता वर्मा ने बताया कि पिछले कई सालों से सुलभ इंटरनेशनल संस्था निराश्रित महिलाओं को समाज के प्रमुख धारा से जोड़ने का काम किया जा रहा है. दिवाली तो सभी मनाते हैं, लेकिन यमुना नदी के किनारे हाथ में दीपक लिए माताएं सभी की मनोकामना के लिए भगवान से प्रार्थना करती हैं और भव्यता के साथ दिवाली का दीपोत्सव मनाया जा रहा है.