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दाम बढ़ने के बावजूद एलपीजी खपत 7.3 प्रतिशत बढ़ी : तेल कंपनी

पिछले तीन महीनों के दौरान एलपीजी की खपत पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान तुलना में 7.3 प्रतिशत बढ़ी है. इंडियन ऑयल ने कहा कि एलपीजी की खपत में वृद्धि पीएमयूवाई और गैर-पीएमयूवाई लाभार्थियों दोनों में दर्ज की गई है.

एलपीजी खपत
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Published : Mar 12, 2021, 7:30 AM IST

नई दिल्ली : रसोई गैस सिलेंडर की खपत पिछले तीन माह के दौरान 7.3 प्रतिशत बढ़ी है. सार्वजनिक तेल कंपनियों ने यह जानकारी देते हुये कहा है कि दाम बढ़ने के बावजूद एलपीजी की खपत में कमी नहीं आई है. इसमें भी प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के बीच खपत में करीब 20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है.

सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनी इंडियन आयल कार्पोरेशन (आईओसी) ने एक वक्तव्य में कहा है, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभाथिर्यों के बीच एलपीजी की खपत बढ़ी है.

पढ़ें- देश के 17 राज्यों में लागू हुई वन नेशन राशन कार्ड योजना, अब यह राज्य हुआ शामिल

इसमें कहा गया है कि पीएमयूवाई के लाभार्थियों में दिसंबर 2020 से फरवरी 2021 के बीच रसोई गैस की खपत 19.5 प्रतिशत बढ़ी है. यही अवधि है जब रसोई गैस सिलेंडर के दाम में 175 रुपये प्रति सिलेंडर तक की वृद्धि हुई है. पीएमयूवाई योजना के तहत आठ करोड़ से अधिक परिवारों को रसोई गैस का कनेक्शन मुफ्त में दिया गया.

भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की तरफ से भी इसी तरह का वक्तव्य आया है. बीपीसीएल निजीकरण के रास्ते पर है.

पढ़ें- मध्य प्रदेश विधानसभा से धार्मिक स्वतंत्रता कानून पास, जमीयत उलेमा-ए-हिंद पहुंची कोर्ट

तेल कंपनियों की तरफ से यह बयान ऐसे समय आया है जबकि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस जैसे विपक्षी दल पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार पर हमलावार हैं. उनका कहना है कि इनके दाम बढ़ने से आम आदमी पर बोझ बढ़ा है. ऐसी रिपोर्टें भी हैं कि एलपीजी के दाम बढ़ने के बाद पीएमयूवाई के कुछ लाभार्थियों ने इनका इस्तेमाल बंद कर दिया है.

जैसा कि ईटीवी भारत ने पहले बताया था, दिल्ली में एक एलपीजी सिलेंडर की कीमत साल की शुरुआत के बाद से 100 रुपये बढ़ा है, जबकि पिछले साल दिसंबर से कुल बढ़ोतरी लगभग 175 रुपये प्रति सिलेंडर है.

पढ़ें- यूपी एसटीएफ ने पीएफआई के दफ्तर पर ली तलाशी

पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने इस सप्ताह की शुरुआत में लोकसभा को बताया कि पिछले सात साल के दौरान भारतीय जनता पार्टी की सरकार के सत्ता में आने के बाद से रसोई गैस सिलेंडर का दाम दोगुना हो चुका है. एक मार्च 2014 को रसोई गैस सिलेंडर का दाम 410.5 रुपये प्रति 14.2 किलो पर था, जो कि अब 819 रुपये प्रति सिलेंडर हो चुका है.

इन सब के बावजूद साल दर साल आधार पर घरेलू एलपीजी बिक्री अप्रैल 2020 से लेकर फरवरी 2021 की अवधि में एक साल पहले की इसी अवधि के मुकाबले 10.3 प्रतिशत बढ़ी है.

नई दिल्ली : रसोई गैस सिलेंडर की खपत पिछले तीन माह के दौरान 7.3 प्रतिशत बढ़ी है. सार्वजनिक तेल कंपनियों ने यह जानकारी देते हुये कहा है कि दाम बढ़ने के बावजूद एलपीजी की खपत में कमी नहीं आई है. इसमें भी प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के बीच खपत में करीब 20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है.

सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनी इंडियन आयल कार्पोरेशन (आईओसी) ने एक वक्तव्य में कहा है, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभाथिर्यों के बीच एलपीजी की खपत बढ़ी है.

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इसमें कहा गया है कि पीएमयूवाई के लाभार्थियों में दिसंबर 2020 से फरवरी 2021 के बीच रसोई गैस की खपत 19.5 प्रतिशत बढ़ी है. यही अवधि है जब रसोई गैस सिलेंडर के दाम में 175 रुपये प्रति सिलेंडर तक की वृद्धि हुई है. पीएमयूवाई योजना के तहत आठ करोड़ से अधिक परिवारों को रसोई गैस का कनेक्शन मुफ्त में दिया गया.

भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की तरफ से भी इसी तरह का वक्तव्य आया है. बीपीसीएल निजीकरण के रास्ते पर है.

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तेल कंपनियों की तरफ से यह बयान ऐसे समय आया है जबकि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस जैसे विपक्षी दल पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार पर हमलावार हैं. उनका कहना है कि इनके दाम बढ़ने से आम आदमी पर बोझ बढ़ा है. ऐसी रिपोर्टें भी हैं कि एलपीजी के दाम बढ़ने के बाद पीएमयूवाई के कुछ लाभार्थियों ने इनका इस्तेमाल बंद कर दिया है.

जैसा कि ईटीवी भारत ने पहले बताया था, दिल्ली में एक एलपीजी सिलेंडर की कीमत साल की शुरुआत के बाद से 100 रुपये बढ़ा है, जबकि पिछले साल दिसंबर से कुल बढ़ोतरी लगभग 175 रुपये प्रति सिलेंडर है.

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पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने इस सप्ताह की शुरुआत में लोकसभा को बताया कि पिछले सात साल के दौरान भारतीय जनता पार्टी की सरकार के सत्ता में आने के बाद से रसोई गैस सिलेंडर का दाम दोगुना हो चुका है. एक मार्च 2014 को रसोई गैस सिलेंडर का दाम 410.5 रुपये प्रति 14.2 किलो पर था, जो कि अब 819 रुपये प्रति सिलेंडर हो चुका है.

इन सब के बावजूद साल दर साल आधार पर घरेलू एलपीजी बिक्री अप्रैल 2020 से लेकर फरवरी 2021 की अवधि में एक साल पहले की इसी अवधि के मुकाबले 10.3 प्रतिशत बढ़ी है.

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