नासिक : महाराष्ट्र के मालेगांव के उर्दू पुस्तक मेले में उर्दू किताबों की मांग के साथ-साथ उर्दू में रामायण-महाभारत की किताबों की भी मांग रही. वहीं पुस्तक मेले को लेकर पाठकों और स्कूलों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली.
राष्ट्रीय उर्दू विकास परिषद के तत्वावधान में अखिल भारतीय उर्दू पुस्तक मेले का आयोजन 18 से 26 दिसम्बर तक नगर निगम एवं एटीटी हाई स्कूल मालेगांव के प्रांगण में किया गया. पुस्तक मेले में देशभर में उर्दू प्रकाशन गृहों के 164 स्टॉल लगाए गए थे. वहीं मेले में लगभग 20,000 शीर्षकों वाली लाखों पुस्तकें उपलब्ध थीं.
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इस प्रदर्शनी में उर्दू साहित्य प्रेमी किताबें खरीदने के लिए उमड़े. पुस्तक मेले में रामायण, महाभारत, श्रीमद्भगवतम गीता, सुखसागर, वेद आदि की पुस्तकें उपलब्ध थीं. इस मेले की खासियत उर्दू भाषा में भी किताबों का उपलब्ध होना था. पिछले कुछ दिनों में यहां पर देश भर से ग्रंथ भेजे गए वहीं उर्दू स्कूलों के पुस्तकालयों में इन ग्रंथों का समावेश बढ़ गया है. कोरोना काल में एक तरफ जहां छात्र पढ़ाई से दूर हो गए थे, ऐसे में लोगों का मानना है कि इस तरह की पुस्तक प्रदर्शनी हर शहर में आयोजित की जानी चाहिए जिससे छात्रों को अधिक जानकारी मिल सके.