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दिल्ली में एक नवंबर से खुल सकेंगे सभी स्कूल, बरतनी होंगी सावधानियां

दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने घोषणा की है कि दिल्ली में 1 नवंबर से सभी स्कूल खुल जाएंगे. उन्होंने कहा कि स्कूलों को खुलने के साथ ही सख्त तरीके से गाइडलाइंस का पालन करना होगा.

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Published : Oct 27, 2021, 3:44 PM IST

मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया

नई दिल्ली: लंबे इंतजार के बाद दिल्ली में भी सभी कक्षाओं के लिए स्कूल खोले जाने की इजाजत दे दी गई है. दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने ऐलान किया है कि 1 नवम्बर से सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बच्चों को स्कूल में बुला सकेंगे. हालांकि ये भी कहा गया है कि बच्चों को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा. इसके लिए कुछ शर्तें भी हैं जिसका पालन करना होगा.

मनीष सिसोदिया ने कहा कि एक्सपर्ट कमेटी का कहना है कि बच्चों का बहुत नुकसान हुआ है. इस नुकसान की भरपाई में लंबा समय लगेगा. अब जबकि दिल्ली में कोरोना की स्थिति की नियंत्रण में है, तब स्कूलों को खोले जाने का फैसला लिया गया है. उक्त तारीख के बाद बच्चों को माता-पिता की इजाजत से स्कूल के बुलाया जा सकेगा.

मनीष सिसोदिया ने कहा कि बच्चों को बुलाने की इजाजत जरूर दी गई है, लेकिन इन बातों का ध्यान रखना होगा-

1- 50 फीसदी से ज्यादा छात्रों को नहीं बुलाया जा सकेगा.

2- क्लासेज ऑनलाइन भी होंगी.

3- अभिवावक नहीं चाहते तो बच्चों को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा.

4- स्कूल के सभी स्टाफ को टीका लगा हो, जिन्हें नहीं लगा उन्हें लगवाने के आदेश.

5- कोरोना संबंधी अन्य शर्तें जैसे सेनिटाइज़ेशन, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की शर्तों का पालन करना जरूरी

बता दें कि इससे पहले दिल्ली सरकार ने 9वीं से ऊपर की कक्षाओं के बच्चों के लिए ही स्कूल खोले जाने की इजाजत दी थी. मामले पर फैसला लेने के लिए एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया गया था. इसी कमेटी ने अब 1 नवंबर से स्कूल खोलने का सुझाव दिया है.

ये भी पढ़ें - महीनों बाद खुले स्कूल-कॉलेज, गुलजार हुए विद्या के मंदिर, छात्रों का हुआ स्वागत

नई दिल्ली: लंबे इंतजार के बाद दिल्ली में भी सभी कक्षाओं के लिए स्कूल खोले जाने की इजाजत दे दी गई है. दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने ऐलान किया है कि 1 नवम्बर से सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बच्चों को स्कूल में बुला सकेंगे. हालांकि ये भी कहा गया है कि बच्चों को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा. इसके लिए कुछ शर्तें भी हैं जिसका पालन करना होगा.

मनीष सिसोदिया ने कहा कि एक्सपर्ट कमेटी का कहना है कि बच्चों का बहुत नुकसान हुआ है. इस नुकसान की भरपाई में लंबा समय लगेगा. अब जबकि दिल्ली में कोरोना की स्थिति की नियंत्रण में है, तब स्कूलों को खोले जाने का फैसला लिया गया है. उक्त तारीख के बाद बच्चों को माता-पिता की इजाजत से स्कूल के बुलाया जा सकेगा.

मनीष सिसोदिया ने कहा कि बच्चों को बुलाने की इजाजत जरूर दी गई है, लेकिन इन बातों का ध्यान रखना होगा-

1- 50 फीसदी से ज्यादा छात्रों को नहीं बुलाया जा सकेगा.

2- क्लासेज ऑनलाइन भी होंगी.

3- अभिवावक नहीं चाहते तो बच्चों को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा.

4- स्कूल के सभी स्टाफ को टीका लगा हो, जिन्हें नहीं लगा उन्हें लगवाने के आदेश.

5- कोरोना संबंधी अन्य शर्तें जैसे सेनिटाइज़ेशन, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की शर्तों का पालन करना जरूरी

बता दें कि इससे पहले दिल्ली सरकार ने 9वीं से ऊपर की कक्षाओं के बच्चों के लिए ही स्कूल खोले जाने की इजाजत दी थी. मामले पर फैसला लेने के लिए एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया गया था. इसी कमेटी ने अब 1 नवंबर से स्कूल खोलने का सुझाव दिया है.

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