नई दिल्ली : पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की खबर का दिल्ली पुलिस ने खंडन किया है. किसानों आंदोलन के समर्थन को लेकर किए गए ट्वीट के बाद दिल्ली पुलिस ने कहा कि किसी भी व्यक्ति विशेष के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि 'टूल किट' तैयार करने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
दिल्ली पुलिस ने कहा कि फेक न्यूज' फैलाने वाले कुछ सोशल मीडिया अकाउंट के खिलाफ मामले दर्ज किए गये हैं. प्राथमिकी (एफआईआर) में किसी को नामजद नहीं किया गया है, आपराधिक षड्यंत्र, राजद्रोह सहित अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया गया है.
दिल्ली पुलिस ने कहा कि किसानों के प्रदर्शन के संबंध में सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने वाली दस्तावेजी 'टूलिकट' देखी है, इसके लेखक के खिलाफ मामला दर्ज किया है. प्रारंभिक जांच से खुलासा हुआ है कि 'टूलकिट' खालिस्तान समर्थक संगठन (पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन) द्वारा तैयार की गई है.
दिल्ली पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए दस्तोवज में 26 जनवरी के दिन या इससे पहले डिजिटल हमले के बारे में बाकायदा कार्ययोजना है, 23 जनवरी को ट्वीट का तांता लग गया.
बता दें, खबर थी कि ग्रेटा थनबर्ग के किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट के बाद दिल्ली पुलिस ने उनपर एफआईआर दर्ज की थी. किसान आंदोलन को लेकर उनके बाद से भारत में काफी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली.